अरुणाचल प्रदेश में कांग्रेस के 43 विधायक पीपीए में श्ाामिल हो गए हैं। पार्टी के लिए यह एक बड़ा झटका है। विधायकों के साथ मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने भी पीपीए का दामन थाम लिया है। 60 सदस्यों वाली विधानसभा में कांग्रेस के 46 विधायक हैं, जबकि 11 विधायक भाजपा के हैं।
मुख्यमंत्री की कुर्सी छिन जाने के बाद से हताश चल रहे अरुणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कलिखो पुल ने आत्महत्या कर ली। मंगलवार सुबह ईटानगर स्थिति मुख्यमंत्री के बंगले में उनका शव रस्सी से लटका पाया गया।
महामहिम राज्यपाल वर्तमान से भूतपूर्व हो जाने पर भी अपने पराए उन्हें ‘लाट साहब’ के रूप में पुकारते हैं। सरकारी नौकरी में जीवन पर्यंत बड़े बाबू से बड़े साहब-सचिव-मुख्य सचिव बन जाएं, लेकिन जोड़-तोड़ में माहिर होने पर रिटायर होने के बाद लाट साहब, नेताजी, मंत्रीजी भी बन जाते हैं।
उच्चतम न्यायालय ने केंद्र सरकार को करारा झटका देते हुए अरुणाचल प्रदेश में 15 दिसंबर 2015 से पहले वाली स्थिति बहाल करने का निर्देश दिया है जिसका अर्थ है कि वहां एक बार फिर से कांग्रेस की सरकार बहाल हो जाएगी। इसके साथ ही उच्चतम न्यायालय की पांच जजों की पीठ ने नबाम टुकी की कांग्रेस सरकार को सत्ता से हटाने के राज्यपाल ज्योति प्रसाद राजखोवा के फैसले को असंवैधानिक करार देते हुए उसे पलट दिया है।
अरूणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री नबाम तुकी ने आज उच्चतम न्यायालय के फैसले का स्वागत किया, जिससे राज्य में कांग्रेस सरकार की वापसी का रास्ता साफ हो गया है।
अरूणाचल प्रदेश में असंतुष्ट कांग्रेस विधायकों ने आज पूर्व मुख्यमंत्री नबाम तुकी को पार्टी विधायक दल के नेता पद से हटाने की मांग की ताकि पार्टी की सरकार बनी रह सके। इस के साथ ही विद्रोही विधायकों ने भाजपा नीत गठबंधन को समर्थन देने की संभावना से भी इंकार किया है।
अरूणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्राी नबाम तुकी ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में नयी याचिका दायर की है। कांग्रेस नेता द्वारा दायर याचिका पर न्यायमूर्ति जेएस खेहड़ के नेतृत्व वाली पांच न्यायाधीशों की संवैधानिक पीठ द्वारा सोमवार को सुनवाई किए जाने की संभावना है।