मध्यप्रदेश में सरकार द्वारा नर्मदा नदी के संरक्षण के लिए चलाई जा रही नमामि देवी नर्मदे सेवा यात्रा से प्रेरणा लेते हुए देश के उत्तर पूर्वी राज्य असम में भी 31 मार्च से पांच दिवसीय नमामि ब्रह्मपुत्र अभियान चलाया जाएगा।
नमामि गंगे कार्यक्रम के अंतर्गत गंगा नदी किनारे के हर गाँव में युवाओं को स्वच्छता दूत के रूप में नियुक्त किया जाएगा। इस उद्देश्य से युवा मामले एवं खेलकूद मंत्रालय के अंतर्गत नेहरू युवा केंद्र संगठन और राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के बीच एक समझौता ज्ञापन हुआ है। जिसके माध्यम से नमामि गंगे कार्यक्रम में युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।
मध्य प्रदेश में नमामि देवी नर्मदे यात्रा प्रारंभ हो चुकी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की गरिमामय उपस्थिति के बीच इस यात्रा का शुभारंभ अमरकंटक से हुआ। बड़े नेताओं और जानी मानी हस्तियों के साथ शुरू हुुए इस कार्यक्रम में प्रदेश के सभी बड़े नेताओं को बुलाने काेे कहा गया था। शुभारम्भ कार्यक्रम में खुद मुख्यमंत्री शिवराज ने सबको बुलाने की बात कही थी, लेकिन प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की बड़ी नेता उमा भारती को ही शिवराज बुलाना भूल गए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गंगा की अविरल निर्मलता को लेकर कितने सजग और गंभीर हैं यह उनके गंगा मंत्रालय बनाने से पता चलता है। इसके बाद गंगा के प्रति प्रेम रखने वाली उमा भारती को उस मंत्रालय को सौंप देना अपने आप में पूरी कहानी कह देता है। आज हरिद्वार में इस महत्वाकांक्षी योजना का की शुरुआत विधिवत हो गई।