पोप फ्रांसिस ने मदर टेरेसा को संत घोषित करते हुए उन्हें ममता की मूरत और दीन दुखियों का प्रबल हिमायती बताया। पोप ने कहा कि भले ही हमें उन्हें संत टेरेसा कहने में कुछ मुश्किल रही हो, लेकिन उनकी पवित्रता हमारे इतने करीब, इतनी करूणामय और सार्थक है कि हम स्वभाविक रूप से उन्हें मदर कहना जारी रखेंगे।
रोम के वेटिकन सिटी में चार सितंबर को मदर टेरेसा को संत घोषित किया जाएगा। इस अनुष्ठान में शामिल होने के लिए भारतीय प्रतिनिधिमंडल भी भेजा जा रहा है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के नेतृत्व में 12 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल रोम जा रहा है। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा नामित मारग्रेट अल्वा और लोजिन्हो फेलेरियो समेत चर्च के कई प्रतिनिधि जा रहे हैं।
ईसाई धर्म के सर्वोच्च धर्मगुरु पोप फ्रांसिस ने भारत के मिशिनरीज ऑफ चैरिटी की संस्थापक रहीं मदर टेरेसा को संत की उपाधि देने की स्वीकृति दे दी है। आज पोप ने ईसाई धर्मगुरुओं और चर्च अधिकारियों के साथ चर्चा के बाद यह फैसला लिया।
लोकसभा में आज विश्व हिन्दू परिषद् के उस बयान पर कांग्रेस सदस्यों ने हंगामा किया जिसमें सवाल किया गया है कि क्या वेटिकन में हनुमान मंदिर बनाया जा सकता है। कांग्रेस के सदस्य इस विषय पर कार्य स्थगित कर चर्चा कराने मांग करते हुए अध्यक्ष के आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे। हालांकि अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदस्यों से इसे शून्य काल में उठाने को कहा।