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आकांक्षा पारे काशि‍व

अरसे बाद पंकज उधास

अरसे बाद पंकज उधास

मशहूर गगल गायक जल्द ही दिल्ली के सिरी फोर्ट सभागार में श्रोताओं को गजल सुनाएंगे।
गुलाबी गैंग फिर गुलजार

गुलाबी गैंग फिर गुलजार

डॉक्यूमेंट्री फिल्म गुलाबी गैंग एक बार फिर चर्चा में है। यह फिल्म महिलाओं के मुद्दों को संजीदगी के साथ उठाती है।
मराठी फिल्म में बोल्डनेस

मराठी फिल्म में बोल्डनेस

मराठी फिल्मों में भी अब बोल्डनेस आ रही है। आने वाली फिल्म ‘चित्रफित 3.0 मेगापिक्सल में इस बात को देखा जा सकता है।
पुस्तकों के दीवाने

पुस्तकों के दीवाने

नेशनल बुक ट्रस्ट नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में जिगर मुरादाबादी और पवित्र भूमि पर पुस्तकों की खुशबुओं से सुवासित करने का सात्विक कार्य ‘पुस्तक मेला’ के रूप में आयोजित किया गया।
लिंगभेद से परे एक कामयाब किन्नर

लिंगभेद से परे एक कामयाब किन्नर

जहां लड़कियों के लिए लड़कों के मुकाबले अवसर कम हैं, भेदभाव का प्रतिशत ज्यादा वहां तीसरे तरह की व्यक्ति का जनतंत्र में निर्वाचित होना सुखद है
बदनाम हुए तो क्या, दाम मिलेगा

बदनाम हुए तो क्या, दाम मिलेगा

पीके फिल्म के नाम पर जितनी चिल्ला चोट हो सकती है हो रही है। बैनर-पोस्टर आग के हवाले किए जा रहे हैं। टेलीविजन चैनल पर बहस का बाजार गरम है। यह फिल्म के विषय पर बहस न होकर केसरिया-हरे की बहस हो कर रह गई है।
कामयाबी की कुंजी

कामयाबी की कुंजी

सफलता की कुंजी ने गांव-कस्बों-शहर की सीमा को धुंधला दिया है। अब सभी को एक ही कड़ी जोड़ रही है-आत्मविश्वास
कहां से चले कहां तक

कहां से चले कहां तक

पर्यटन स्थल नहीं बदले, वहां आ कर उसे निहारने वाले लोग बदल जाते हैं। ऐसे ही कुछ बदलावों पर एक नजर
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