असम के कछार जिले में रविवार को वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ आयोजित एक रैली में प्रदर्शनकारियों ने पत्थर फेंके, जबकि पुलिस ने लाठीचार्ज किया। अधिकारी ने बताया कि अब इलाके को खाली करा लिया गया है। मामला दर्ज कर लिया गया है, लेकिन अभी तक किसी को हिरासत में नहीं लिया गया है या गिरफ्तार नहीं किया गया है।
अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि सिलचर शहर के बेरेंगा इलाके में हाल ही में लागू किए गए कानून का विरोध करने के लिए सैकड़ों लोग बिना अनुमति के सड़कों पर उतर आए। उन्होंने कहा, "करीब 300-400 लोग सड़क जाम करके विरोध कर रहे थे। जब हमने रास्ता खाली करने की कोशिश की, तो उनमें से कुछ ने हम पर पत्थर फेंके। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हमें हल्का लाठीचार्ज करना पड़ा।" प्रदर्शनकारियों ने काले झंडे दिखाए और भाजपा सरकार के खिलाफ नारे लगाए, अधिनियम को निरस्त करने की मांग की।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने शनिवार को दावा किया कि राज्य पुलिस के पास एक "पुख्ता खुफिया" रिपोर्ट थी कि वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ अल्पसंख्यक समुदाय द्वारा विरोध प्रदर्शन के दौरान "कुछ गड़बड़ी" हो सकती है। उन्होंने कहा कि पुलिस बल ने किसी भी हिंसा को रोकने के लिए बड़े पैमाने पर काम किया, खुफिया रिपोर्ट में शुक्रवार को समस्याओं का संकेत दिया गया था।