नीतीश की ‘बीच की राजनीति’ में कई संकेत छिपे हैं, जिसका भाजपा को भी भान है लेकिन 2024 के लोकसभा चुनावों तक अपने एजेंडे के साथ बने रहना उसकी मजबूरी, जदयू नेता को भी इसका एहसास शिद्दत से है, इस नए सियासी जोड़तोड़ का क्या हो सकता है नतीजा, इस पर एक नजर
भारतीय जनता पार्टी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल का मानना है कि जाति जनगणना का मॉड्यूल वैज्ञानिक और व्यावहारिक होना चाहिए, वोट की राजनीति से प्रेरित नहीं।
हाल ही रिलीज हुई फिल्म जंगल क्राइ करीब डेढ़ दशक पहले लंदन के अंतरराष्ट्रीय रग्बी टूर्नामेंट में ओडिशा के आदिवासी बच्चों की चमत्कारी जीत की कहानी है, उस बेमिसाल टीम के सूत्रधार की जुबानी
जैसे सिगरेट के पैकेट पर वैधानिक चेतावनी होती है, वैसे ही क्या सेंसर बोर्ड को सिनेमा के हर प्रचार माध्यम में यह सुनिश्चित करना चाहिए कि दर्शक भ्रामक पब्लिसिटी के कारण परदे पर दिखाए गए दृश्यों को सत्य न समझ बैठें
अत्यंत लोकप्रिय, प्रतिभाशाली गायक केके उर्फ कृष्णकुमार कुन्नथ ने विशिष्ट शैली में रोमांटिक, उदास, पार्टी सांग्स, यारी-दोस्ती सभी मूड के ब्लॉकबस्टर गाने गाए