नए, बेसब्र मीडिया की लोकप्रियता की वजह यह है कि यह कमाई का नायाब जरिया भी बन गया है। भरपूर पैसे और शोहरत मिलने से हजारों ने उसकी ओर रुख किया है, लेकिन सबसे पहले दिखने-सुनने की आपधापी में सच्चाई पीछे छूट जाती है
सामाजिक सुरक्षा योजनाओं की अपनी शृंखला में राजस्थान ने एक और अहम कड़ी जोड़ ली है, लेकिन सवाल है कि चुनावी साल में मतदाता को मिलने वाला लाभ वोट में तब्दील हो पाएगा?
जब छोटे शहरों से निर्देशक और लेखक मुंबई पहुंचे, तो उनके साथ ग्रामीण भारत और कस्बों की कहानियां भी मुंबई पहुंचीं। अभिनेताओं को अवसर मिले, उन्होंने काबिलियत साबित की
आज फिल्म की कहानियों में विविधता आई है। किसी फिल्म का मुख्य किरदार ग्रामीण आदिवासी, किसान है तो उसका रंग रूप, कद काठी, भाषा किसी रोमांटिक म्यूजिकल फिल्म के हीरो जैसी नहीं हो सकती