नए निजी विश्वविद्यालय उच्च शिक्षा की कमी को विदेश के मुकाबले काफी कम कीमत पर पूरा कर रहे हैं। वे समाज पर प्रभाव डाल रहे हैं और नया ज्ञान भी विकसित कर रहे हैं
यह भी नहीं भूलना चाहिए कि मतदाता कई बार चौंकाने वाले नतीजे देता है और अर्थव्यवस्थाा की खस्ताहाली से उसे लगता है कि सरकारें कारगर नहीं हैं, तो अप्रत्याशित नतीजे भी आ सकते हैं
आज जब प्योर साइंस के शिक्षण संस्थान भी युवा इंटरप्रेन्योर की फिक्र करने लगे हैं, तो हमने देश के सर्वश्रेष्ठ मैनेजमेंट स्कूलों के सर्वे से यह जानने की कोशिश की कि कौन एकदम खरे हैं, कौन पारंपरिक ढर्रे के और किसकी पहचान परवान चढ़ने लगी गै
आप युवा हैं और रोजगार की दुनिया में कदम रखने को एकदम तैयार हैं, लेकिन कम होते रोजगार अवसरों से हतोत्साहित हैं? ऐसे में आइए रोजगार बाजार में भविष्य के ट्रेंड के बारे में जानें
महाराष्ट्र में ठाकरे परिवार के युवा नेता आदित्य ठाकरे भी इस बार चुनावी समर में किस्मत आजमा रहे हैं। शिवसेना में यह पहली बार होगा कि ठाकरे परिवार से कोई चुनाव लड़ रहा है। शिवसेना की युवा सेना इकाई के अध्यक्ष आदित्य ठाकरे से भावना बिज अरोड़ा और गिरिधर झा ने राजनीति, चुनाव, आरे मामला और भाजपा से गठबंधन जैसे मुद्दों पर बात की। मुख्य अंशः
हरियाणा में सत्तारूढ़ भाजपा आश्वस्त है कि कश्मीर और एनआरसी के मुद्दे राज्य में किसानों की नाराजगी, बेरोजगारी, आर्थिक मंदी जैसे वास्तविक मुद्दों पर भारी पड़ेंगे और विपक्ष के पास भी उसका कोई तोड़ नहीं है। इसलिए उसे 75 से ज्यादा सीटें जीतने के लक्ष्य की राह में कोई बाधा नहीं िदखती है। इन तमाम मसलों और विपक्ष की चुनौती पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से संपादक हरवीर सिंह और वरिष्ठ सहायक संपादक हरीश मानव ने बातचीत की। प्रमुख अंश :
चुनावों में भारतीय जनता पार्टी जिस तरह खर्च कर रही है, सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी उसे कॉरपोरेट-सांप्रदायिक गठजोड़ मानते हैं। सरकार कॉरपोरेट को छूट देती है, जिसका फायदा उसे चुनावी फंडिंग में मिलता है। स्थानीय मुद्दों के बजाय राष्ट्रवाद के नाम पर चुनाव लड़े जाने पर उनका मानना है कि रोज की परेशानियों और नौकरी का सवाल आएगा तभी चीजें बदलेंगी। इन विषयों पर डिप्टी एडिटर एस.के. सिंह ने उनसे बात की। मुख्य अंश :
जो लोग कुलदीप कुमार को साहित्यिक-सांस्कृतिक, सामाजिक-राजनैतिक विषयों पर निरंतर हिंदी-अंग्रेजी में लिखने वाले सजग-सचेत पत्रकार के रूप में जानते रहे हैं, वे उनके कवि-रूप को पाकर निश्चय ही अचरज से भर उठेंगे, प्रसन्नता से भी