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Search Result : "अनिल कपूर"

सेंसर के ‘बुर्के’ से निकल गई लिपस्टिक

सेंसर के ‘बुर्के’ से निकल गई लिपस्टिक

लंबे समय से विवादों में फंसी फिल्म अंततः 28 जुलाई को सिनेमाघरों में प्रदर्शित हो ही जाएगी। लिपस्टिक अंडर माय बुर्का को सर्टिफिकेशन बोर्ड से प्रमाण पत्र नहीं मिल रहा था। निर्माता प्रकाश झा और निर्देशक अलंकृता श्रीवास्तव ने फिल्म की रीलिज के लिए लंबी लड़ाई लड़ी।
'पाकीजा' फेम गीता कपूर को अस्पताल में अकेला छोड़ फरार हुआ बेटा, ओल्ड ऐज होम बना सहारा

'पाकीजा' फेम गीता कपूर को अस्पताल में अकेला छोड़ फरार हुआ बेटा, ओल्ड ऐज होम बना सहारा

फिल्म 'पाकीजा' की फेमस एक्ट्रेस गीता कपूर को तबीयत में सुधार के बाद आज उन्हें ओल्ड ऐज होम में शिफ्ट किया जा रहा है। पिछले दिनों तबीयत बिगड़ने के कारण उनके बेटे राजा ने उन्हें एक हॉस्पिटल एडमिट कराया था, जिसके बाद वो अपनी मां लेने नहीं आया। गीता कपूर गोरेगांव के एसआरवी हॉस्पिटल में एडमिट थीं।
वंदना शिवा का दावा, अनिल दवे जीएम के पक्ष में नहीं थे

वंदना शिवा का दावा, अनिल दवे जीएम के पक्ष में नहीं थे

पिछले दिनों दिवंगत पर्यावरण मंत्री अनिल माधव दवे भारत में जेनेटिकली मोडिफाइड (जीएम) सरसों के विरोध में थे। यह दावा पर्यावरणविद वंदना शिवा ने किया है।
गदर के आगे कुछ भी नहीं बाहुबली

गदर के आगे कुछ भी नहीं बाहुबली

बाहुबली 2 भले ही कमाई के बॉक्स ऑफिस पर रेकॉर्ड तोड़ती रहे लेकिन गदर निर्देशित करने वाले अनिल शर्मा इसे शिगूफे से ज्यादा कुछ नहीं मानते। उनका मानना है कि भले ही बाहुबली ने पंद्रह सौ करोड़ रुपये का बिजनेस कर लिया हो लेकिन गदर का कोई मुकाबला नहीं।
26 साल बाद फिर एक बार साथ दिखेगी ये जोड़ी

26 साल बाद फिर एक बार साथ दिखेगी ये जोड़ी

बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन और ऋषि कपूर एक बार फिर से अपने अनोखे किरदार में नजर आने वाले हैं। लेकिन इस बार वे दोनों मनमोहन देसाई के निर्देशन में बनी फिल्म ‘अमर अकबर एंथनी’ में अकबर और एंथनी की तरह भाई का किरदार नहीं बल्कि बेटे और पिता की भूमिका में नजर आएंगे।
केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री अनिल माधव दवे का निधन

केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री अनिल माधव दवे का निधन

केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री अनिल माधव दवे का गुरुवार को दिल्ली के एम्स में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वह कुछ समय से बीमार चल रहे थे। मध्य‍ प्रदेश के रहने वाले दवे 60 वर्ष के थे। संघ से जुड़े दवे को पिछले मंत्रिमंडल विस्तार में पीएम नरेंद्र मोदी ने अपनी कैबिनेट में जगह दी थी।
काम के प्रति समर्पण और सादा जीवन थी अनिल दवे की खासियत

काम के प्रति समर्पण और सादा जीवन थी अनिल दवे की खासियत

काम के प्रति समर्पण और सादा जीवन अनिल माधव दवे की खासियत रही है। पर्यावरण संरक्षण में उन्होंने अपना सबकुछ अर्पित कर दिया था। इसी वजह से पीएम नरेंद्र मोदी ने कै‍बिनेट में जगह देकर उन्हेंने पर्यावरण को और बेहतर करने का जिम्मा दिया था। दवे ने मां नर्मदा की काफी सेवा की। नर्मदा के संरक्षण में उनकी उल्लेेखनीय भूमिका, उनके सामाजिक सरोकार की व्यांख्या करती है। मुस्कान के साथ सरल छवि वाले दवे पूरी तरह से कर्मयोगी थे।
मध्यप्रदेश में अनिल दवे की रणनीति से मिली थी भाजपा को सत्ता

मध्यप्रदेश में अनिल दवे की रणनीति से मिली थी भाजपा को सत्ता

अनिल माधव दवे, एक शौकिया पायलट, लेखक, पर्यावरणविद, नदी संरक्षणवादी, एक सांसद, पर्यावरण मंत्री और विभिन्न भूमिकाओं के लिए पहचाने जाते रहे हैं। संघ से ताल्लुक रखने वाले अनिल दवे को एक प्रखर प्रवक्ता के तौर पर जाना जाता था। पर्यावरणविद अनिल माधव दवे का जन्म मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले के बड़नगर गांव में 6 जुलाई 1956 को हुआ था।
अनिल माधव दवे: बिना कुछ कहे गुजर गया 'नर्मदा समग्र' का यात्री

अनिल माधव दवे: बिना कुछ कहे गुजर गया 'नर्मदा समग्र' का यात्री

अनिल माधव दवे देश के पर्यावरण मंत्री बनने से पहले पर्यावरण के समर्पित कार्यकर्ता थे। सैकड़ों-हजारों वर्षों से चली आ रही नर्मदा यात्रा को उन्होंने समग्र दृष्टिकाेेेण दिया था। लेकिन नर्मदा पु्त्र दवे की जीवन यात्रा पर इतनी छोटी होगी, किसी को आभास नहीं था।
फैन ने अर्जुन से पूछा, आप रहें हैं कभी हाफ बॉयफ्रेंड

फैन ने अर्जुन से पूछा, आप रहें हैं कभी हाफ बॉयफ्रेंड

वैसे तो हाफ गर्लफ्रेंड फुल गर्लफ्रेंड में बदलेगी या नहीं यह तो 19 मई को ही पता चलेगा लेकिन इस अर्जुन कपूर और श्रद्धा कपूर से इस फिल्म के बारे में बहुत से लोग जानना चाहते हैं। उत्सुकता का आलम यह है कि यूसी न्यूज ने जब हाफ गर्लफ्रेंड की टीम को ऑनलाइन बातचीत के लिए बुलाया तो यूजर के सवालों का अंत नहीं था।
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