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Search Result : "अभय चोपड़ा"

इतिहास के नहीं भंसाली के हैं बाजीराव

इतिहास के नहीं भंसाली के हैं बाजीराव

प्रदर्शन से पहले फिल्म बाजीराव मस्तानी विवादों में घिर गई है। बाजीराव पेशवा के वंशजों ने आरोप लगाया है, बाजीराव की पत्नियों काशीबाई और मस्तानी का फिल्म में चित्रण करते समय ऐतिहासिक तथ्यों से छेड़छाड़ की गई है।
पापा को मिस करती हैं प्रियंका

पापा को मिस करती हैं प्रियंका

प्रियंका चोपड़ा के पहले अमेरिकी टीवी धारावाहिक क्वांटिको को बढ़िया प्रतिक्रिया मिल रही है। उनके काम को मिल रही सराहना को देखते हुए उन्हें खुशी भी है और वह अपने पिता को मिस भी कर रही है।
जय गंगाजल में दृढ़ प्रियंका

जय गंगाजल में दृढ़ प्रियंका

प्रकाश झा की फिल्म गंगाजल में अजय देवगन ने रंग जमा दिया था। अब इसी गंगाजल का दूसरा भाग बन कर तैयार है। फिल्म का पोस्टर जारी हुआ है जिसमें आंखों में आंसू और भिंचे हुए जबड़े के साथ पुलिस की वर्दी में प्रियंका चोपड़ा दिख रही है। प्रियंका पहली नजर में एक ताकतवर और मजबूत छवि वाली आईपीएस अधिकारी लग रही हैं।
अब टिस्का चलीं दक्षिण भारत

अब टिस्का चलीं दक्षिण भारत

टिस्का चोपड़ा नए अंदाज में दिखने के लिए तैयार हैं। तेलगू फिल्मों के सुपरस्टार राम चरण तेज के साथ उनकी एक नई फिल्म आने वाली है।
शाहरूख की फिल्म ‘फैन’ का पोस्टर रिलीज

शाहरूख की फिल्म ‘फैन’ का पोस्टर रिलीज

शाहरूख खान की आने वाली फिल्म फैन का टीजर पोस्टर एसआरके यूनिवर्स के ट्वीटर अकाउंट पर आने के बाद शाहरूख खान ने इसे रीट्वीट किया है। शाहरूख के प्रशंसकों को इस फिल्म का लंबे समय से इंतजार है।
प्रियंका की अंगूठी

प्रियंका की अंगूठी

वैसे तो नायिकाओं की खास ऊंगली में यदि अंगूठी दिख जाए तो हंगामा हो जाता है। इस बार भी हंगामा तो है मगर इतना ज्यादा नहीं। हालांकि चर्चा में एक खास अंगूठी ही है।
‘कैलेंडर गर्ल्स’ बाहर निकलीं

‘कैलेंडर गर्ल्स’ बाहर निकलीं

मधुर भंडारकर सामाजिक विषयों में मनोरंजन और व्यावसायिकता का तड़का लगा कर फिल्में बनाना पसंद करते हैं। चांदनी बार से लेकर फैशन तक उन्होंने किसी न किसी उद्योग को आधार बना कर काम किया है। इस बार वह कैलेंडर पर दिखने वाली खूबसूरत बालाओं पर फिल्म बना रहे हैं।
मेहरबानी सरकार की

मेहरबानी सरकार की

गुजरात में बहुत से लोगों के लिए केंद्र सरकार के एक साल पूरा होते न होते अच्छे दिन आ गए हैं। जिनके दिन और रात पहले से काले थे, उन्हें अब अमावस्या में जीने की सलाह दी जा रही है। आज की वारीख में चाहे वह इशरत जहां का फर्जी एनकाउंटर का मामला हो या सोहराबुद्दीन की हत्या का, सब मामलों में तमाम आरोपियों को जेल से मुक्ति, मुकदमों से मुक्ति की राह निकल पड़ी है। दोषियों, आरोपियों की रिहाई की यह रेल जिस तेजी से चल रही है, उसमें 2002 गुजरात नरंसहार के दोषियों को भी मुक्ति की आस बंध गई है।
बेजा दखल से खेल मैदान दलदल में

बेजा दखल से खेल मैदान दलदल में

दुनिया की सबसे अमीर खेल संस्था इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ फुटबॉल एसोसिएशन (फीफा ) भ्रष्टाचार के आरोपों के कारण संकट में है लेकिन पिछले एक दशक से भी अधिक समय से बतौर अध्यक्ष सेप ब्लास्टर बेफिक्र हैं। फीफा के चुनाव में पहले से ही जीत के प्रति आश्वस्त ब्लास्टर को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि यूरोपियन फुटबॉल फेडरेशन (यूईएफए) जैसा प्रभावशाली संघ और कई सारे प्रायोजक उन्हें हटाने पर आमदा हैं। भारतीय ओलिंपिक संघ (आईओए) में अध्यक्ष एन. रामचंद्रन को हटाने के लिए कुछ ऐसी ही उठापटक चल रही है और आईओए कई खेमों में बंट गया है।
समीक्षा - दिल नहीं धड़का

समीक्षा - दिल नहीं धड़का

यदि दिल ऐसे ही धड़कता है तो फिर भगवान ही बचाए। जोया अख्तर (निर्देशक) यदि इस फिल्म का नाम दिमाग बंद रहने दो रखतीं तो एकदम बढ़िया रहता। जोया को समझना चाहिए कि कलाकारों का जमघट भर लगा देने से कोई फिल्म हिट नहीं हो जाती।
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