Advertisement

Search Result : "अभिजीत बनर्जी"

नन बलात्कार के खिलाफ एकजुटता

नन बलात्कार के खिलाफ एकजुटता

कैथोलिक बिशप्स कांफ्रेंस ऑफ इंडिया (सीबीसीआइ) के अध्यक्ष बसेलिओस कार्डिनल क्लीमिस कथित रूप से सामूहिक बलात्कार का शिकार हुई कॉन्वेंट स्कूल की सिस्टर सुपीरियर से मिलने बुधवार को यहां पहुंचे।
वित्त आयोग की सिफारिशों से राज्य नाखुश

वित्त आयोग की सिफारिशों से राज्य नाखुश

चौदहवें वित्त आयोग की सिफारिश को अगर लागू कर दिया जाए तो बिहार, असम, त्रिपुरा और उत्तराखंड जैसे राज्यों का केंद्रीय करों में हिस्सा घट सकता है। इन राज्यों ने वित्त आयोग की सिफारिशों से अपनी नाराजगी जताई है।
एक नास्तिक की मौत

एक नास्तिक की मौत

अभिजीत रॉय के पिता ने अपना घर और मातृभूमि पूर्वी पाकिस्तान, अब बांग्लादेश, छोडक़र भारत जाने से इन्कार कर दिया था। अभिजीत के पिता ढाका विश्वविद्यालय में फिजिक्स पढ़ाते थे। खुद अभिजीत ने सिंगापुर की नेशनल युनिवर्सिटी में अध्ययन किया। पेशे से इंजीनियर अभिजीत ने एक मुस्लिम महिला रफीदा अहमद 'बॉन्या (वन्या)’ से प्रेम विवाह किया। वह पैदा तो हिंदू हुए थे लेकिन बड़े होकर नास्तिक बने।
ममता-हसीना ने तीस्ता मुद्दे पर बात की

ममता-हसीना ने तीस्ता मुद्दे पर बात की

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना को तीस्ता नदी के मुद्दे के समाधान में सकारात्मक भूमिका निभाने का भरोसा दिया।
हसीना के साथ उठाएंगे तीस्ता का मुद्दा: ममता

हसीना के साथ उठाएंगे तीस्ता का मुद्दा: ममता

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि उन्होंने भूमि विवाद समझौते के संबंध में समस्याओं को सुलझा लिया है और बांग्लादेश को तीस्ता जल बंटवारे के मुद्दे पर भी उन पर भरोसा करना चाहिए।
ममता के बांग्लादेश दौरे से तीस्ता जल करार की उम्मीद

ममता के बांग्लादेश दौरे से तीस्ता जल करार की उम्मीद

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपने राज्य और बांग्लादेश के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए गुरुवार को यहां तीन दिवसीय दौरे पर पहुंची। उनके दौरे से तीस्ता जल बंटवारा करार और भूमि सीमा करार पर आगे बढ़ने की उम्मीदें है। सन 2011 में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद उनका यह पहला दौरा है।
उपचुनाव की जीत से ममता को मिला बल

उपचुनाव की जीत से ममता को मिला बल

पश्चिम बंगाल में एक लोकसभा और एक विधानसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में तृणमूल कांग्रेस की जीत ने भारतीय जनता पार्टी के मंसूबे पर पानी फेर जिसमें पार्टी का दावा था कि उसका जनाधार बढ़ रहा है।
Advertisement
Advertisement
Advertisement