अण्णा हजारे का 23-24 फरवरी को दिल्ली के तर-मंतर पर होने वाला आंदोलन सांकेतिक आंदोलन होगा। भूमि अधिग्रहण अध्यादेश के खिलाफ, किसानों के हक को लेकर इस धरने में देशभर से लोग जुटेंगे। सरकार ने अगर तीन महीने तक आंदोलकारियों की प्रस्तावित मांगों पर गौर नहीं किया तो रामलीला मैदान में अनिश्चिकालीन धरना दिया जाएगा।
अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ले ली है। उनके साथ छह और मंत्रियों ने शपथ ली। लेकिन हैरानी की बात यह है कि उनकी कैबिनेट में आधी आबादी का प्रतिनिधित्व करने वाली एक भी महिला मंत्री नहीं है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव मेें बंपर बहुमत हासिल कर चुके अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ग्रहण करने से पहले केंद्रीय शहरी विकास मंत्री वैंकेया नायडू से मुलाकात की। इस मुलाकात में उन्होंने दिल्ली की अनाधिकृत बस्तियों को नियमित करने पर विचार विमर्श किया। अनाधिकृत बस्तियों का सवाल केजरीवाल के चुनाव अभियान का एक मुख्य मुद्दा था।
भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ परिवार के लोग अपने कथित सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की दुहाई देते नहीं थकते। लेकिन पहले 2014 में लोकसभा और इस बार दिल्ली विधानसभा के चुनाव अभियानों के दौरान भगोड़ा कहकर आम आदमी पार्टी की बैंड बजाते वक्त भारतीय सांस्कृतिक स्मृति में गुंजित एक अहम प्रतीक का महत्व समझने में चूक गए। यह प्रतीक ‘रणछोड़’ है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में मतदान जारी है। यहां बीजेपी और आप के बीच कांटे की टक्कर है। यहां किस पार्टी के जीतने के आसार हैं? कौन सी पार्टी लोकतंत्र और दिल्ली की जनता के लिए बेहतर साबित होगी?
जैसे-जैसे दिल्ली विधानसभा चुनावों की तारीख नजदीक आ रही है वैसे-वैसे आरोपों-प्रत्यारोपों और खींचतान का सिलसिला बढ़ रहा है। इस महीने के मध्य तक तय हो जाएगा कि दिल्ली की सत्ता पर कौन काबिज रहेगा। कमल, झाड़ू या हाथ। हालांकि मुख्य मुकाबले में कमल और झाड़ू ही हैं।