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पत्रकार राजदेव रंजन हत्‍याकांड में शहाबुद्दीन के करीबी लड्डन मियां का सरेंडर

पत्रकार राजदेव रंजन हत्‍याकांड में शहाबुद्दीन के करीबी लड्डन मियां का सरेंडर

बिहार में पत्रकार राजदेव रंजन हत्‍याकांड में फरारी काट रहे लड्डन मियां ने गुरुवार सुबह कोर्ट में सरेंडर कर दिया। लड्डन मियां को पूर्व आरजेडी सांसद शहाबुद्दीन का करीबी बताया जाता है। सीवान में राजदेव रंजन की हत्या के बाद से ही पुलिस को लड़डन मियां की तलाश थी।
चर्चाः असुरक्षित क्यों हैं सुरक्षा बल | आलोक मेहता

चर्चाः असुरक्षित क्यों हैं सुरक्षा बल | आलोक मेहता

केंद्रीय गृह मंत्रालय निरंतर दावा करता है कि जम्मू-कश्मीर सीमावर्ती क्षेत्र तथा नक्सल प्रभावित इलाकों में सुरक्षा व्यवस्‍था पहले से अधिक मजबूत हो गई है। लेकिन विभिन्न इलाकों में सुरक्षा बलों पर हमलों में जवानों के मारे जाने की घटनाएं बढ़ना ऐसे दावों पर प्रश्न चिह्न लगाती हैं।
केंद्रीय बिजली मंत्री की पत्रकार वार्ता में ही कई बार बिजली हुई गुल

केंद्रीय बिजली मंत्री की पत्रकार वार्ता में ही कई बार बिजली हुई गुल

केंद्रीय बिजली मंत्री पीयूष गोयल एक तरफ सरकार की दो साल की उपल‌िब्‍धयों को गिना रहे थे तो दूसरी ओर उनकी पत्रकार वार्ता में बिजली की आंख मिचौली जारी रही।
नीतीश ने पत्रकार हत्याकांड की सीबीआई जांच की घोषणा की

नीतीश ने पत्रकार हत्याकांड की सीबीआई जांच की घोषणा की

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सीवान में पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या के मामले की जांच सीबीआई से कराने की घोषणा की है। उन्होंने कहा है ‌कि सरकार इस मामले में सच्चाई सामने लाने के सभी जरूरी कदम उठाएगी।
बिहार में हत्याओं का दौर जारी, पत्रकार के बाद जीआरपी जवान की हत्या

बिहार में हत्याओं का दौर जारी, पत्रकार के बाद जीआरपी जवान की हत्या

बिहार के बक्सर रेलवे स्टेशन से कुछ पहले ट्रेन नंबर 63240 डीएमयू सवारी गाड़ी में शुक्रवार की रात सशस्त्र अपराधियों ने एक जीआरपी जवान की गोली मारकर हत्या कर दी तथा एक अन्य जवान को घायल कर दो इंसास राइफल लुट लीं और फरार हो गए। रेल पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र मिश्रा ने बताया कि मृतक जीआरपी जवान का नाम अभिषेक सिंह है जो कि पडोसी राज्य उत्तर प्रदेश के नराही के निवासी थे।
‘भारत में मीडिया के लिए खतरनाक माहौल’

‘भारत में मीडिया के लिए खतरनाक माहौल’

भारत पत्रकारों पर हमले के मामले में विश्व में 13वें नंबर पर है और भारत में उत्तर प्रदेश इस मामले में पहले नंबर एक पर। हाल ही में झारखंड में पत्रकार अखिलेश प्रताप सिंह और उसके बाद बिहार के सीवान जिले में पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या ने देश में पत्रकारों की सुरक्षा पर सवालिया निशान लगा दिए हैं।
उत्तर कोरिया ने बीबीसी के तीन पत्रकारों को निकाला

उत्तर कोरिया ने बीबीसी के तीन पत्रकारों को निकाला

उत्तर कोरिया ने आज बीबीसी के उन तीन पत्रकारों को निष्कासित कर दिया जिन्हें इसने देश की गरिमा को कथित तौर पर अपमानित करने को लेकर कुछ दिन पहले हिरासत में लिया था। उत्तर कोरिया ने देश में चल रही सत्तारूढ़ पार्टी की कांग्रेस के लिए विदेशी मीडिया के बहुत से प्रतिनिधियों को बुलाया था।
चर्चाः मीडिया को बख्‍शा नहीं जाए | आलोक मेहता

चर्चाः मीडिया को बख्‍शा नहीं जाए | आलोक मेहता

सत्ताधारियों को तलवार लटकाना बहुत अच्छा लगता है। इसी तरह मीडिया का एक वर्ग सदा यह समझता रहा है कि वह सर्वश‌िक्‍तमान है और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के साथ सत्ता को बनाने-बिगाड़ने और देश की दशा तय करने का काम कर सकता है। यह दोनों प्रवृत्ति लोकतांत्रिक व्यवस्‍था में अनुचित है।
नेपाली पत्रकार कनक मणि दीक्षित की रिहाई की मांग हुई तेज

नेपाली पत्रकार कनक मणि दीक्षित की रिहाई की मांग हुई तेज

गिरफ्तारी के बाद से आईसीयू में भर्ती हिमाल समूह के प्रकाशक, पत्रकार और लेखक की रिहाई के लिए दक्षिण एशिया के पत्रकार-लेखक एकजुट, गिरफ्तारी को बदले की कार्यवाई बताया
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