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हेमा मालिनी कार दुर्घटना मामलाः पीड़ित परिवार हताश

हेमा मालिनी कार दुर्घटना मामलाः पीड़ित परिवार हताश

भारतीय जनता पार्टी की सांसद हेमा मालिनी की कार दुर्घटना में मारी गई दो साल की बच्ची के पिता शोकाकुल हैं जबकि उसकी घायल मां एक ही रट लगा रही है कि चिन्नी कहां है? उसे यह पता नहीं कि उसकी बेटी अब इस दुनिया में नहीं है। परिवार का इससे भी ज्यादा दुख इस बात को लेकर है कि सांसद या उनके किसी सहयोगी ने उनका हाल तक जानने की कोशिश नहीं की। दूसरी तरफ, हेमा मालिनी की सेडान कार चलाने वाले ड्राइवर को अदालत से जमानत भी मिल गई है और अभिनेत्री के नाक की प्लास्टिक सर्जरी सफल रही है।
ललितगेट से जुड़ी जानकारी देने से विदेश मंत्रालय का इन्‍कार

ललितगेट से जुड़ी जानकारी देने से विदेश मंत्रालय का इन्‍कार

लंदन में ललित मोदी को यात्रा दस्‍तावेज दिलावने के मामले में घिरीं विदेश मंत्री सुषमा स्‍वराज के मंत्रालय ने अब आईटीआई के तहत इस मासले की जानकारी देने से भी इन्‍कार कर दिया है।
रेप केस में पीपली लाइव के सह-निर्देशक फारुखी गिरफ्तार

रेप केस में पीपली लाइव के सह-निर्देशक फारुखी गिरफ्तार

एक अमेरिकी शोधार्थी से कथित बलात्‍कार के मामले में जाने-माने संस्‍कृतिकर्मी और फिल्‍म 'पीपली लाइव' के सह-निर्देशक महमूद फारुखी को दिल्‍ली पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
मोदी सरकार का पहला साल: उम्मीदों का बुलबुला

मोदी सरकार का पहला साल: उम्मीदों का बुलबुला

बड़ी-बड़ी उम्मीदों और वादों के साथ केंद्र की सत्ता में आई नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार अपना एक साल पूरा करने जा रही है। इस मौके पर सबसे बड़ा सवाल यही उठ रहा है कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस एक साल के दौरान अपने वादों और नारों पर खरे उतर पाए? इस एक साल में उनका रिपोर्ट कार्ड कैसा रहा? अगर आर्थिक नजरिये से देखा जाए तो मोदी सरकार का रिपोर्ट कार्ड बी ग्रेड का कहा जाएगा।
राष्‍ट्रीय फिल्‍म पुरस्‍कारों में 'हैदर' और 'क्‍वीन' का जलवा

राष्‍ट्रीय फिल्‍म पुरस्‍कारों में 'हैदर' और 'क्‍वीन' का जलवा

विशाल भारद्वाज की फिल्‍म 'हैदर' ने छह राष्‍ट्रीय पुरस्‍कार अपने नाम किए जबकि अदाकारा कंगना रनौत को फिल्म 'क्वीन' के लिए सर्वश्रेष्‍ठ अभिनेत्री का पुरस्‍कार मिला।
ऐसी नीतियों से कतई नहीं मिलेगा किसान को मुआवजा

ऐसी नीतियों से कतई नहीं मिलेगा किसान को मुआवजा

केंद्र और राज्य सरकारों की ओर से किसानों की मदद के बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं। फसलों को हुए नुकसान के सर्वे की रस्म अदायगी भी जारी है। लेकिन मेहनत की कमाई लुटा चुके किसानों के हाथ से मुआवजा अभी दूर है। दरअसल, फसलों के बीमा और मुआवजे की प्रक्रिया में इतने झोल हैं कि किसान तक सिर्फ आश्‍वासन ही पहुंच पाते हैं।
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