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सेबी ने नगर पालिका बांड, आइफएससी नियमों को मंजूरी दी

सेबी ने नगर पालिका बांड, आइफएससी नियमों को मंजूरी दी

भारतीय पूंजी बाजार को और व्यापक बनाने तथा कंपनियों और बुनियादी परियोजनाओं के लिए पूंजी जुटाने के काम में आसानी के लिए भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने रविवार को कई फैसले किए। इनमें नगर पालिका बांडों की सूचीबद्धता और देश में सिंगापुर और दुबई की तर्ज पर वित्तीय सेवा केंद्रों की स्थापना के नियम शामिल हैं।
धोखाधड़ी पकड़ने वाली प्रणाली उन्नत बनाएगा सेबी

धोखाधड़ी पकड़ने वाली प्रणाली उन्नत बनाएगा सेबी

बाजार नियामक सेबी की धोखाधड़ी का पता लगाने वाली प्रणाली की क्षमता बढ़ाने की योजना में विप्रो, एचसीएल, टेक महिंद्रा और एलएंडटी इन्फोटेक समेत सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की कई प्रमुख कंपनियों ने काफी रूचि दिखाई है।
शुरूआती कारोबार में रुपया 50 पैसे कमजोर

शुरूआती कारोबार में रुपया 50 पैसे कमजोर

वैश्विक बाजार में अन्य मुद्राओं की तुलना में डॉलर की मजबूती से अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में शुरूआती कारोबार के दौरान डॉलर के मुकाबले रूपया 50 पैसे कमजोर होकर 62.66 रूपये प्रति डॉलर पर आ गया है।
शेयर बाजार के बुलबुले में मोदी की हवा

शेयर बाजार के बुलबुले में मोदी की हवा

अदानी, टाटा मोटर्स और रिलायंस जैसी कंपनियों के शेयरों में भी 31 दिसंबर 2013 के बाद तेज वृद्धि देखने को मिली है क्योंकि इन सभी कंपनियों के मालिक लंबे समय से मोदी के करीब रहे हैं।
माउस ने कुतरे खुदरा कारोबार के तार

माउस ने कुतरे खुदरा कारोबार के तार

विश्व की 85 प्रतिशत ऑनलाइन आबादी ऑनलाइन खरीदारी का अनुभव पा चुकी है जबकि पिछले दो वर्षों के दौरान यह खरीदारी 40 प्रतिशत बढ़ी है। इंटरनेट के जरिये खरीदारी में भारत अब भी यूरोपीय और दक्षिण कोरिया जैसे देशों से बहुत पिछड़ा है। लेकिन अच्छी बात यह है कि यहां के दूसरे और तीसरे दर्जे के शहरोंं मेंं ऑनलाइन कारोबारियोंं का 50 प्रतिशत से अधिक का कारोबार बढ़ा है क्योंकि इन शहरोंं मेंं मोबाइल पर इंटरनेट का इस्तेमाल तेजी से बढ़ा है। फ्लिपकार्ट का कहना है कि एक साल पहले तक मोबाइल से खरीद-बिक्री का ऑनलाइन कारोबार 10 प्रतिशत तक ही था जो अब बढक़र 50 प्रतिशत हो गया है। मजे की बात यह है कि स्मार्टफोन के बढ़ते चलन और सस्ते डाटा प्लान ने मझोले और छोटे शहरोंं मेंं ऑनलाइन खरीदारी को पंख लगा दिए हैं और इसकी पहुंच अब उपभोक्ता उत्पादोंं से लेकर रोजमर्रा की जरूरत वाली वस्तुओंं (एफएमसीजी) तक पहुंच चुकी है।
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