पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल राहील शरीफ ने भारत पर पाकिस्तान को अस्थिर करने और चीन के साथ 46 अरब डॉलर के आर्थिक गलियारे वाली परियोजना को नकुसान पहुंचाने का आरोप लगाया है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पीएम नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला करते हुए कहा कि आईएसआई के अधिकारी सहित पांच सदस्यीय पाकिस्तानी जेआईटी को पठानकोट हमले की जांच के लिए भारत आने देना पाक खुफिया एजेंसी को क्लीन चिट देने के समान था और ऐसा कर पीएम ने भारत माता की पीठ में छुरा घोंपा है।
पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मौलाना मसूद अजहर को न ही गिरफ्तार किया गया है और न ही उसे नजरबंद किया गया है। यह दावा खुफिया जानकारी के आधार पर किया गया है। यहां तक कि मसूद अजहर के तीन कनिष्ठ सहयोगियों को जिस मामले में हिरासत में लिया गया है उसका भी पठानकोट आतंकी हमले से कोई संबंध नहीं है।
कूटनीतिक संबंधों की गेंद पाकिस्तान के पाले में डालते हुए भारत ने आज पाकिस्तान को एक कड़ा संदेश दिया। भारत ने कहा है कि पाकिस्तान के साथ विदेश सचिव स्तर की बातचीत, पठानकोट आतंकी हमले में इस्लामाबाद की त्वरित एवं निर्णायक कार्रवाई पर निर्भर करेगी। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस हमले को लेकर भारत की तरफ से पड़ोसी देश को पर्याप्त खुफिया जानकारी प्रदान की गई है।
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए कथित रूप से जासूसी करने वालों के साथ गोपनीय सूचनाए साझा करने के आरोप में वायुसेना के एक बर्खास्त अधिकारी को दिल्ली पुलिस ने पंजाब के भटिंडा से गिरफ्तार किया है। इस अधिकारी को जासूसों ने मोहजाल के जरिए फंसाया था।
उत्तर प्रदेश के मथुरा में पुलिस ने प्रबंधन कॉलेज के एक छात्र के पास से खाड़ी देशों के लोगों के लिए बनाए गए 160 जाली पासपोर्ट के साथ-साथ नकली कागजात बनाने वाले लैपटॉप, रबड़ स्टांप, एक लैंडलाइन और दो मोबाइल फोन बरामद किए हैं। खुफिया एजेंसियां इस छात्र से पूछताछ में जुटी हैं। वे खासतौर पर उसके खाड़ी एवं अन्य देशों से संबंध जानने की कोशिश कर रही हैं। पकड़ा गया छात्र बिहार के गोपालगंज का रहने वाला है।
दिल्ली पुलिस को लश्कर ए तैयबा के दो सदस्यों की तलाश है जिन्होंने विशिष्ट लोगों को निशाना बनाने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में आत्मघाती हमले करने की साजिश रची है। पुलिस सूत्र से मिली जानकारी में बताया गया है कि इस साजिश का खुलासा उस वक्त हुआ जब दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ को लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के दो संदिग्ध सदस्यों दुजाना और उकाशा के भारत में घुसपैठ करने के बारे में खुफिया सूचना मिली।
मास्को की मुलाकात कोई औपचारिक इंटरव्यू नहीं थी। न ही यह लुक-छिपकर की गई कोई भेंट थी। बढ़िया बात यह थी कि हमारा मिलना किसी सतर्क, कूटनीतिक, औपचारिक एडवर्ड स्नोडेन से नहीं हुआ। अफसोस की बात यह है कि कमरा नंबर 1001 में हुए मजाकों, हास्य और मसखरेपन को उसी तरह व्यक्त नहीं किया जा सकता।
इंडोनेशिया के बाली में अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन गिरफ्तारी के समय जब मुस्कुरा रहा था हर कोई उसकी मुस्कुराहट का राज जानना चाह रहा था। अगर खुफिया सूत्रों पर भरोसा किया जाए तो राजन की मुस्कुराहट का राज उसकी रणनीति थी जिसमें वह सफल हो गया।