पीएम नरेंद्र मोदी ने 19 नए मंत्रियों को अपने मंत्रिमंडल में शामिल किया है। विस्तार में जातिगत समीकरणों के अलावा योग्यता और कामकाज के तौर-तरीकों पर भी ध्यान दिया गया है। ये सभी मंत्री 10 राज्यों उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, बंगाल, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, दिल्ली, उत्तराखंड, कर्नाटक और असम सेे आते हैं।
लगता है एक अंग्रेजी चैनल को दिए इंटरव्यू की हुई आलोचना का कुछ असर हुआ है इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को देश के कुछ चुनिंदा पत्रकारों से मिलने का फैसला किया। हालांकि इन पत्रकारों से भी लिखित में सवाल मांगे गए और उनके जवाब भी लिखित में दिए गए मगर मोदी ने बाद में उनसे एक साथ प्रधानमंत्री आवास पर मुलाकात की और इस बातचीत में भी कई सवालों के जवाब दिए।
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार का पहला बड़ा विस्तार हो गया है। मंत्रिमंडल में 19 नए मंत्री शामिल किए गए हैं। जबकि प्रकाश जावड़ेकर को कैबिनेट रैंक में पदोन्नति दी गई है। अबतक जावड़ेकर स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री थे।
पीएम नरेंद्र मोदी के कैबिनेट में विस्तार के बाद मध्यप्रदेश से मंत्रियों की संख्या 8 हो गई है। राज्य से राज्यसभा सदस्य तथा पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावडेकर को अब पदोन्नत कर कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। इस तरह पीएम मोदी ने अपने मंत्रिमंडल में मध्य प्रदेश को खासी तवज्जो दी है। 8 मंत्रियों की संख्या मध्यप्रदेश के लिए अब तक की सारी केंद्रीय कैबिनेट के मुकाबले सबसे अधिक है। इस तरह देश की कैबिनेट के इतिहास में मध्य प्रदेश ने नया कीर्तिमान रच दिया है।
उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर केंद्रीय कैबिनेट में पूर्वांचल को प्राथमिकता मिली है। इस बार के विस्तार में पूर्वांचल के दो जिलों का प्रतिनिधित्व बढ़ा है। चंदौली से सांसद महेंद्र नाथ पांडेय को जहां राज्यमंत्री बनाया गया है वहीं अपना दल की सांसद अनुप्रिया पटेल भी केंद्रीय कैबिनेट में शामिल हुई है।
महाराष्ट्र और केंद्र सरकार में भाजपा की सहयोगी शिवसेना मंगलवार को पीएम नरेंद्र मोदी के कैबिनेट विस्तार से अलग रही। शिवसेना का कोई नेता शपथ ग्रहण समारोह में शरीक नहीं हुआ। शिवसेना ने दो मंत्रियों को सहित एक और कैबिनेट मंत्री की मांंग की थी। पीएम माेदी ने संभावित सूची में एक मंत्री पद शिवसेना के लिए रखा था। और कैबिनेट मंत्री की मांग ठुकरा दी। बस नाराज शिवसेना ने शपथ ग्रहण समारोह का बहिष्कार कर दिया। शिवसेना और भाजपा के बीच अलगाव की एक और वजह बृहन्मुंबई महानगरपालिका और उसका भारी भरकम बजट भी है।
मोदी सरकार में विस्तार के बाद केंद्रीय मंत्रियों ने कहा कि जो जिम्मेवारी मिली है उसे पूरी ईमानदारी से निभाया जाएगा। कैबिनेट विस्तार में विजय गोयल और फग्गन सिंह कुलस्ते को छोड़कर सभी राज्यमंत्री पहली बार बने हैं।
मंगलवार को सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मंत्रिमंडल में 19 नए चेहरों को जगह दी और शाम होते-होते पुराने पांच लोगों की छुट्टी कर दी। मोदी कैबिनेट से जो पांच लोग बाहर किए गए हैं उनमें से कुछ विवादों में घिरे हैं तो कुछ को खराब प्रदर्शन या फिर खराब स्वास्थ्य की की वजह से हटाया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में कल फेरबदल हो सकता है। मंगलवार को सुबह 11 बज नए मंत्रियों को शपथ दिलाई जा सकती है। कुछ को मंत्रिपद से हटाया भी जा सकता है। फेरबदल का लंबे समय से इंतजार है। मोदी 7 जुलाई को 4 अफ्रीकी देशों के दौरे पर जाने वाले हैं। माना जा रहा है कि दौरे से पहले मोदी मंत्रिमंडल में फेरबदल कर सकते हैं। मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद ये दूसरा फेरबदल होगा।