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ग्रीनपीस इंडिया को दो खातों के इस्तेमाल की छूट

ग्रीनपीस इंडिया को दो खातों के इस्तेमाल की छूट

पर्यावरण से जुड़ी अंतरराष्‍ट्रीय संस्‍था ग्रीनपीस इंडिया को दिल्‍ली हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिली है। संस्‍था के दो खातों पर लगी रोक हट गई है। दिल्‍ली हाईकोर्ट ने संस्‍था को इन खातों के जरिए घरेलू चंदा लेने और इनके इस्‍तेमाल की छूट दी है।
एनटीपीसी, आईओसी के सरकारी शेयर बेचने को मंजूरी

एनटीपीसी, आईओसी के सरकारी शेयर बेचने को मंजूरी

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बिजली उत्पादक कंपनी एनटीपीसी में अपनी पांच प्रतिशत हिस्सेदारी और इंडियन आयल (आईओसी) में 10 प्रतिशत हिस्सेदारी के विनिवेश के प्रस्तावों को बुधवार को मंजूरी दे दी है।
चीन से संबंधों में लगाएं रेशमी गांठ

चीन से संबंधों में लगाएं रेशमी गांठ

भारत में कभी भी किसी प्रधानमंत्री ने अपनी पहली पारी में ही इतने कम समय में इतने अधिक देशों का दौरा नहीं किया जितना नरेंद्र मोदी ने पिछली मई से अब तक एक साल के वक्त में किया है। पूरी दुनिया के अपने दौरों में मोदी ने सभी बड़े नेताओं के सामने भारत को निवेश के लिहाज से आकर्षक जगह के रूप में पेश किया मगर इन सभी नेताओं से बातचीत में एक विषय जरूर उठा और वह ये कि हठधर्मी चीन से कैसे निपटा जाए।
भारत का स्मार्टफोन बाजार सात प्रतिशत घटा : सीएमआर

भारत का स्मार्टफोन बाजार सात प्रतिशत घटा : सीएमआर

स्मार्टफोन की बिक्री भारत में इस साल पहली तिमाही में सात प्रतिशत घटकर 1.95 करोड़ इकाई रह गई। साइबर मीडिया रिसर्च ने बुधवार को कहा कि ऐसा शुल्क ढांचे में बदलाव और चीन से सीमित आपूर्ति के कारण हुआ।
क्यों लुढ़कता जा रहा है बाजार

क्यों लुढ़कता जा रहा है बाजार

सिर्फ यह कहना गलत होगा कि मोदी सरकार के एक साल में उम्मीद से कम काम करने के कारण ही शेयर बाजार लुढ़कता जा रहा है। पिछले कुछ दिनों के दौरान सेंसेक्स और निफ्टी में 11 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है और निवेशकों को भारतीय बाजार के मुकाबले चीनी बाजार ज्यादा आकर्षक लग रहा है।
सरकार से मोहभंगः शेयर बाजारों में तगड़ी गिरावट

सरकार से मोहभंगः शेयर बाजारों में तगड़ी गिरावट

ऐसा लगता है कि मोदी सरकार का पहला साल कारोबारी जगत को रास नहीं आ रहा। तभी तो शेयर बाजार लगातार बेजार होता जा रहा है और सेंसेक्स पिछले चार महीने के निचले स्तर पर पहुंच गया है।
मर्द को भी दर्द होता है

मर्द को भी दर्द होता है

जंतर-मंतर पर आज उत्तर भारत के कई राज्यों से आए पुरुषों ने प्रदर्शन किया। सेव मैन्स राइट्स एसोसिएशन (समरा) के बैनर तले किया गया यह प्रदर्शन एक अलग तरह का प्रदर्शन था। इसमें दहेज की धारा 498-ए और घरेलू हिंसा संबंधी कानून की धारा के तहत विवाहित लड़की वालों द्वारा सताए गए पुरुषों ने मांग की है कि पुरुषों के लिए भी एक पुरुष आयोग बनाया जाए। यहां आए कानून के जानकार पुरुषों ने कानून में दर्ज उन धाराओं के बारे में भी बताया जो लड़के वालों को भी कुछ अधिकार देती हैं।
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