समाजवादी पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का रोडशो बिना पूर्वानुमति के हुआ है और उनकी रैली से पहले टाउन हॉल का घेराव किया, जिसके कारण यहां तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गयी।
दिल्ली विश्वविद्यालय के रामजस कॉलेज में हुई हिंसा के बाद सोशल मीडिया कैंपेन चलाने वाली गुरमेहर कौर ने अब खुद को इस कैंपेन से अलग कर लिया है। आज सुबह गुरमेहर ने एक ट्वीट कर इसकी जानकारी दी।
उत्तर प्रदेश पुलिस राज्य के मंत्री गायत्री प्रजापति के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर दर्ज बलात्कार के मामले में जांच के सिलसिले में आज लखनऊ स्थित उनके आवास पर पहुंची, मगर वह वहां नहीं मिले।
दुनिया की सबसे ज्यादा वजन वाली महिलाओं में से एक मिस्र की 36 वर्षीय एमन अहमद वजन घटाने का इलाज कराने के लिए आज यहां पहुंची। एमन का यहां के एक अस्पताल में इलाज होना है। 500 किलोग्राम वजन वाली एमन को अस्पताल ले जाने के लिए क्रेन की मदद से उस पलंग समेत उठाया गया जिसपर वह मिस्र से यहां आई हैं।
नोटबंदी के बाद नये नोटों की जमाखोरी पर संज्ञान लेते हुए केंद्र सरकार ने देश के विभिन्न बैंकों के करीब 500 शाखाओं का स्टिंग ऑपरेशन कराया है। कयास है कि जमाखोरी में शामिल बैंक अफसरों पर कार्रवाई की जा सकती है। स्टिंग ऑपरेशन की करीब 400 सीडी वित्त मंत्रालय को भेजी जा चुकी है। मीडिया के अनुसार पुराने नोटों को बदलने में बैंक के कर्मचारियों द्वारा मदद की गयी है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव दीवाली मनाने अपने गांव सैफई पहुंचे जहां मिलने वालों की भीड़ से भगदड़ मच गई। अखिलेश शनिवार को ही लखनऊ से एक्सप्रेस वे से सैफई पहुंचे। रास्ते में उनका जमकर स्वागत हुआ।
भारत में स्कॉरपीयन पनडुब्बी निर्माण कर रही फ्रांसीसी रक्षा कंपनी डीसीएनएस ने एक आस्ट्रेलियाई अदालत से संपर्क कर मांग की है कि `द आस्ट्रेलियन` को अपनी वेबसाइट से पनडुब्बी संबंधी डाटा हटाने और आगे ऐसे आंकडे प्रकाशित नहीं करने का निर्देश दिया जाए। इस वेबसाइट ने कंपनी के मुख्यालय से हैक कर हासिल किए गए 22,400 पेज के दस्तावेज जारी कर दिए हैं।
मध्यप्रदेश में जबलपुर के पनागर के बिहर गांव में मानवता को शर्मसार करनेे वाला मामला सामने आया है। जिसके बाद भाजपा शासित इस राज्य की सामाजिक समरसता पर सवालिया निशान उठने लगे हैं। गांव में एक दबंग ने अपनी जमीन से शवयात्रा ले जाने की अनुमति नहीं दी। मजबूरन लोगों को तालाब के बीच चार फीट पानी से शव को श्मशान घाट तक ले जाना पड़ा। मुसबीत यहीं कम नहीं हुई बल्कि लोग जब श्मशानघाट पहुंचे तो वहां पर सरकार की जमीन पर धान बोया गया था। नतीजन शव का अंतिम संस्कार निजी जमीन पर किया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 15 अगस्त को लाल किले के प्राचीर से दिए गए संबोधन के एक दावे पर उसी गांव के लोग सवाल उठा रहे हैं जिस गांव का उल्लेख पीएम मोदी ने अपने भाषण में किया है। प्रधानमंत्री ने कहा था कि आजादी के 70 साल बाद उत्तर प्रदेश के गांव नगला फतेला में उनकी सरकार ने बिजली पहुंचाई। गांव वालों ने खुद आगे आकर इस दावे को झूठ बताया है।