पठानकोट हमले के बाद आरोप-प्रत्यारोपों का दौर शुरू होने के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से बात की आउटलुक की इन्वेस्टिगेशन संपादक मीतू जैन ने। पेश हैं अंश:
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने पठानकोट वायुसेना स्टेशन पर हुए आतंकी हमले के मामले की जांच के लिए एक उच्चस्तरीय संयुक्त जांच टीम (जेआईटी) गठित करने का आदेश दिया है। शरीफ ने यह निर्णय आतंकी हमले के संबंध में भारत की ओर से सबूत उपलब्ध कराए जाने के बाद लिया है। जेआईटी के गठन के बाद पठानकोट हमले के सिलसिले में कुछ संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले हफ्ते आतंकवादी हमले का शिकार हुए पठानकोट वायुसैनिक अड्डे का आज दौरा कर वहां के हालात की समीक्षा की। संदिग्ध पाकिस्तानी आतंकवादियों के हमले पर सुरक्षा बलों की ओर से किए गए पलटवार पर प्रधानमंत्री ने संतोष जताया।
केंद्रीय गृह मंत्री रहते पी चिदंबरम राष्ट्रीय आतंकवाद निरोध केंद्र (एनसीटीसी) का गठन भाजपा के विरोध के कारण नहीं कर पाए थे मगर वे आज भी इसका गठन किए जाने के पक्षधर हैं। वरिष्ठ कांग्रेस नेता चिदंबरम का मानना है कि यदि इसका गठन किया गया होता तो पठानकोट हमले जैसी स्थिति से ज्यादा कारगर तरीके से निबटा जा सकता था।
दिल्ली और जिला क्रिकेट संघ के कथित भ्रष्टाचार को लेकर भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी के बीच चल रही सिेयासत के बीच इस मसले की जांच के लिए गठित गोपाल सुब्रह्मण्यम आयोग ने जांच के लिए और मैन पावर की मांग की है।
सालों से फरार चल रहे उल्फा के शीर्ष नेता अनूप चेतिया को बांग्लादेश ने भारत को सौंप दिया है। कई गंभीर अपराधों में वांछित चेतिया पिछले दो दशक से भी अधिक समय से फरार था।
पाकिस्तान की ताकतवर सेना ने वहां की सरकार में अपना परोक्ष दखल बढ़ा दिया है। इसी महीने की शुरुआत में सेवानिवृत हुए लेफ्टिनेंट जनरल नासिर खान जंजुआ को देश का नया राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) नियुक्त करवाकर सेना ने शासन में अपनी बढ़ती दखल का अहसास कराया है।
तमाम अटकलों को विराम देते हुए पाकिस्तान ने भारत के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्तर की वार्ता रद्द कर दी है। इससे पहले भारत ने साफ तौर पर कह दिया था कि वार्ता में कश्मीर पर चर्चा और अलगाववादियों से मुलाकात उसे कतई मंजूर नहीं है। पाकिस्तान विदेश विभाग की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, एनएसए स्तरीय वार्ता भारत द्वारा तय की गई पूर्व शर्तों के आधार पर नहीं हो सकती। भारत ने पाकिस्तान के इस कदम को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है।
भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाली राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्तर की बातचीत के टलने के आसार लग रहे हैं क्योंकि दोनों ही पक्ष कश्मीर के अलगाववादी नेताओं के मुद्दे पर उलझ गए हैं। भारत के सुझाव को दरकिनार करते हुए पाकिस्तान हुर्रियत नेताओं से मुलाकात पर अड़ा है।