तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी ने जब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री की दूसरी बार शपथ ली तो इसमें नीतीश कुमार, लालू यादव, अरविंद केजरीवाल, अखिलेश यादव भी मौजूद थे।
मथुरा हिंसा मेंं मारे गए पुलिस अधिकारियो के परिवार से मिलने का समय न तो मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के पास है और न ही स्थानीय सांसद हेमामालिनी के पास। अखिलेश सूबे में अपनी सरकार की उपलब्धियां गिना रहे हैं तो हेमा मालिनी अपनी पिक्चर के प्रमोशन में व्यस्त हैं। यहां तक कि उन्होंने ट्विटर पर भी घटना को लेकर कोई संवेदना व्यक्त नहीं की है।
उत्तर प्रदेश के मथुरा से भारतीय जनता पार्टी की सांसद हेमा मालिनी अपने संसदीय क्षेत्र में हिंसा की खबर जानने के बाद हिंसा में मारे गए पुलिस अधिकारियों के लिए संवेदना भी प्रकट की तथा अपनी शूटिंग की फोटो को भी ट्विटर से डिलीट कर दिया। हिंसा होने के बाद भी उनको इसकी जानकारी नहीं थी। वह अपने पिक्चर के प्रमोशन और शूटिंग में व्यस्त थीं। उन्हें शुक्रवार दोपहर को हिंसा का पता चला और इसके बाद दोपहर को ही उन्होंने कई ट्वीट किए और लिखा कि उन्हें अभी-अभी मथुरा में हुई हिंसा के बारे में पता चला।
मध्यप्रदेश मेंं भाजपा सांसद पूनम महाजन को हवाई उड़ान में देर हो रही थी। जिसके बाद आनन-फानन में रेलवे ने स्पेशल ट्रेन चलाकर उनकी मदद की। रेलवे के ऐसे फटाफट इंतजाम पर अब अधिकारी बोलने से कतरा रहे हैं। रेलवे के नियमों के मुताबिक किसी भी सांसद के लिए कभी भी कोई विशेष ट्रेन नहीं चलाई जा सकती।
यूरोपीय संघ (ईयू) के मुद्दे पर 23 जून को होने वाले जनमत संग्रह की समयसीमा निकट आने के साथ ही प्रधानमंत्री डेविड कैमरुन की सत्तारूढ़ कंजरवेटिव पार्टी के नेतृत्व को अपने ही सांसदों से खुली चुनौती मिल रही है। बागी सांसदों ने ईयू में ब्रिटेन की सदस्यता के मुद्दे से निपटने को लेकर उनके खिलाफ खुलेआम बोलना शुरू कर दिया है।
भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने यह कहकर तूफान पैदा कर दिया है कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ता आरएसएस से प्रशिक्षित हैं और वो खाली हाथ भी तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कंधा तोड़ सकते हैं। इसको लेकर सत्तारूढ़ दल, कांग्रेस और वाम दलों ने आलोचना की है।
उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी ने अपने जनाधार को बढ़ाने के लिए दूसरे दलों के असंतुष्ट नेताओं को जोड़ना शुरु कर दिया है। इस क्रम में पार्टी ने बसपा के पूर्व सांसद जगदीश राणा को अपने साथ जोड़ लिया है।
क्षेत्रीय दलों में समाजवादी पार्टी चुनाव में चंदा लेने और खर्च करने में अव्वल है। नेशनल इलेक्शन वॉच और एडीआर द्वारा जारी आंकड़ाें के मुताबिक 2004, 2009 और 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान क्षेत्रीय दलों में चंदा लेने और खर्च में सपा सबसे आगे रही।
देहरादून जिले के चकराता क्षेत्र के एक मंदिर में दलितों को प्रवेश दिलाने गए भाजपा सांसद तरुण विजय पर उग्र भीड़ ने पथराव कर दिया। जिसमें तरुण विजय को चोटें आई हैं। भाजपा सांसद को उपचार के लिये एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उनकी हालत अब सामान्य है।