बसपा के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई को दलित से जोड़ने के लिए मायावती की आलोचना करते हुए केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने आज कहा कि उनका दलित होना उन्हें भ्रष्टाचार में संलिप्त होने का लाइसेंस नहीं देता है और उन्हें कानून को अपना काम करने देना चाहिए।
देश में भाजपा शासित राजस्थान में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजातियों के खिलाफ 2013-15 में सबसे ज्यादा मामले दर्ज किए गए जिसके बाद उत्तरप्रदेश और बिहार का नंबर आता है। सरकार की हालिया रिपोर्ट में यह तथ्य सामने आए हैं। केंद्र ने ऐसे मामले में खराब सजा दर के मुद्दे को जोर-शोर से उठाया है।
मध्य प्रदेश में निलंबित दलित महिला आईएएस अधिकारी ने पीएम नरेंद्र मोदी को शिकायत भरी चिट्ठी भेजकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर दलित विरोधी होने के आरोप लगाए हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि शिवराज के करीबी सीनियर अफसरों के पास अरबों की बेनामी संपत्ति है।
केंद्र की मोदी सरकार ने दलित छात्रों को दी जाने वाली स्कॉलरशिप की राशि का काफी समय से भुगतान नहीं किया है। स्कालरशिप का बकाया बढ़कर 8000 करोड़ रुपये हो गया है। केंद्र सरकार दरअसल पोस्ट मैट्रिक के मेधावी छात्रों के लिए दी जाने वाली स्कॉलरशिप पर ध्यान अधिक दे रही है। सरकार ने इसके लिए राज्यों को पूरी राशि भी आवंटित कर दी है।
आम आदमी पार्टी ने पंजाब विधानसभा चुनाव जीतने की नई रणनीति के तहत अब दलित कार्ड खेला है। संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि यदि हमारी सरकार बनती है तो सुखबीर की कुर्सी पर किसी दलित को उप मुख्यमंत्री बनाया जाएगा।
उत्तर प्रदेश के चुनाव में कांग्रेस के खेवनहार बनाकर लाए गए चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर से पार्टी ने पल्ला झाड़ लिया है। इसका संकेत तब मिला जब पार्टी ने राज्य में दलितों को साथ जोड़ने के लिए शुरू किए जा रहे अभियान ‘शिक्षा, सुरक्षा, स्वाभिमान’ से पीके और उनकी टीम को पूरी तरह बाहर कर दिया।
चुनाव आयोग (ईसी) ने आम आदमी पार्टी (आप) से पंजाब के लिए जारी उसके घोषणा-पत्रों को जमा करने को कहा है, क्योंकि यह राजनीतिक दलों के लिए अनिवार्य है। इन घोषणा-पत्रों में दलितों और किसानों पर पार्टी द्वारा जारी घोषणाएं शामिल हैं।
मुस्लिमों के साथ मजहब के नाम पर और दलितों के साथ जाति के नाम पर भेदभाव होने का दावा करते हुए प्रमुख मुस्लिम संगठन जमीयत उल उलेमा ए हिंद के महासचिव मौलाना महमूद मदनी ने आज दलित और मुस्लिम समाज से एकजुट होने का आह्वान किया।
गाजीपुर रैली में पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा नोटों की माला वाली टिप्पणी पर भडकीं मायावती ने रैली को बुरी तरह फ्लॉप ठहराते हुए आरोप लगाया कि रैली के जरिये भारी मात्रा में काला धन खपाया गया और उसमें लोगों को ढाई-ढाई सौ रूपये देकर बुलाया गया। बसपा सुप्रीमो ने कहा कि प्रधानमंत्री ने गाजीपुर में पूरे भाषण के दौरान जो भी कहा, थोथा चना बाजे घना की तरह था।