बस्तर के अबूझमाड़ में 16 ग्रामीणों की कथित हत्या की खबरों से एक बार फिर देश और दुनिया के मीडिया की निगाहें बस्तर के नक्सलवाद पर टिक गई हैं। दरअसल इस खबर के जन्मदाता बस्तर आईजी एसआरपी कल्लूरी का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से पुलिस के बढ़ते दबाव के चलते नक्सली बौखला गए हैं और निर्दोष ग्रामीणो को मार रहे हैं।
छत्तीसगढ़ के आदिवासी बहुल बस्तर क्षेत्र के सुकमा जिले में 15 महिलाओं सहित 70 नक्सलियों ने आज आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस के अनुसार माओवादी आंदोलन और हिंसा से निराश होकर इन लोगों ने अपने हथियार डालने का फैसला किया।
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में पुलिस और सुरक्षा बलों ने बड़ी कार्रवाई कर चार महिला नक्सलियों को मार दिया। घटनास्थल से हथियार भी बरामद किए हैं। छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ की जा रही कार्रवाई में पिछले एक माह में पुलिस दल ने लगभग 14 नक्सलियों को मार गिराया है।
नक्सल प्रभावित राज्यों में हुए एक अध्ययन के मुताबिक नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के नवयुवक सैनिकों की तरह पोशाक और हथियार के मोहवश नक्सल आंदोलन में शामिल हो रहे हैं। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर स्थित शासकीय विज्ञान महाविद्यालय के रक्षा विज्ञान विभाग के प्रमुख गिरीश कांत पांडेय के नेतृत्व में शोधार्थियों का एक दल शोध कर रहा है और यह जानने का प्रयास कर रहा है कि युवा वर्ग नक्सली आंदोलन के प्रति क्यों आकर्षित हो रहे हैं।
छत्तीसगढ़ के नक्सली इलाके बस्तर में पुलिस और सरकार के लिए खौफ बन गई हैं सोनी सोरी। गुप्तांगों में पत्थर डालने से लेकर पति की हत्या तक का प्रताड़ना भरा मंजर देखा है सोनी ने। अब उसने कमर कस ली है कि घने जंगलों में बसे गांवों के हर उस ग्रामीण की आवाज बनना है जिसपर खाकी का कहर बरपा है। बाल बनाते हुए वह कहती है, ‘थक गई हूं, अदालतों में। सरकारी जवाब होता है कि मैं झूठ बोलती हूं अब मैं जनता की अदालत में न्याय मांगूगी। यहां एक नहीं, मेरी जैसी हजार सोनी सोरी हैं। मैं हर किसी की आवाज बनूंगी, कितने लोगों को सरकार कहेगी कि हम झूठ बोलते हैं। ’ सोनी सोरी के अनुसार उसके पति को मार दिया गया, उसका घर तोड़ दिया, वह भी दूसरी औरतों की तरह पति के साथ घर संसार बसाना चाहती थी लेकिन उसे सड़क पर लाकर खड़ा कर दिया गया।
बिहार एसटीएफ की टीम ने शक्रवार 31 जुलाई को गया जिले में प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा (माओवादी) के गुप्त ठिकाने से भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किया। गया में 9 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली होनी है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान नक्सलियों ने सुकमा जिले में लगभग 500 ग्रामीणों को अगवा कर लिया है। लेकिन इस घटना पर परस्पर विरोधी दावे सामने आ रहे हैं।