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Search Result : "नरेंद्र पाटिल"

शाह की हर जगह चल रही, महाराष्‍ट्र में करीबी को मिला मलाईदार राजस्‍व विभाग

शाह की हर जगह चल रही, महाराष्‍ट्र में करीबी को मिला मलाईदार राजस्‍व विभाग

महाराष्ट्र कैबिनेट विस्तार के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने कैबिनेट के 3 बड़े नेताओं को झटका दिया है। विभागों में फेरबदल करते हुए पंकजा मुंडेे, विनोद तावड़े और प्रकाश मेहता का कद छोटा कर दिया गया है। तावड़े और पंकजा दोनों ही विवादों में उलझे रहे हैं। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के खास चंद्रकांत दादा पाटिल को बेहद महत्वपूर्ण राजस्व मंत्रालय का जिम्मा मिला है।
मंत्री बनते ही आठवले ने मोदी सरकार को किया कटघरे में खड़ा

मंत्री बनते ही आठवले ने मोदी सरकार को किया कटघरे में खड़ा

आरपीआई सांसद रामदास आठवले ने मंत्री बनते ही सबसे पहले मोदी सरकार को कटघरे में खड़ा किया। एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में आठवले ने कहा कि जवाहर लाल नेहरु विश्‍वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार के साथ अन्याय हुआ। उन्होने कहा कि बिना वजह ही कन्हैया कुमार पर देशद्रोह का मामला बना दिया गया जबकि जो आरोप थे वे साबित नहीं हो पाए थे।
मोदी के 72 मंत्री करोड़पति, सबसे ज्यादा धन अकबर के पास

मोदी के 72 मंत्री करोड़पति, सबसे ज्यादा धन अकबर के पास

केंद्र में हाल के मंत्रिमंडल विस्तार के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कैबिनेट के सदस्यों की संख्या बढ़ कर 78 हो गई है। इनमें से 72 करोड़पति हैं। सबसे ज्यादा दौलत एमजे अकबर के पास। नौ के पास 30 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति है।
मोजांबिक के साथ दाल आयात समेत तीन बड़े समझौते

मोजांबिक के साथ दाल आयात समेत तीन बड़े समझौते

चार अफ्रीकी देशों की अपनी यात्रा के पहले चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को मोजांबिक पहुंचे। उन्होंने वहां राष्ट्रपति फिलिप न्यूसी से द्विपक्षीय मामलों पर चर्चा की। दोनों राष्ट्राध्यक्षों की मौजूदगी में कई अहम समझौतों पर दस्तखत किए गए। भारत के नजरिए से दालों के आयात को लेकर हुआ समझौता सबसे अहम बताया जा रहा है। मोदी सरकार इसके जरिए देश में दलहन की बढ़ती कीमतों पर लगाम कसने की कोशिश में है। मोजांबिक की राजधानी मैपुटो में बातचीत के बाद जारी संयुक्त बयान में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति न्यूसी और मेरे बीच रक्षा एवं सुरक्षा के मसलों पर आपसी सहयोग को मजबूत करने पर सहमति बनी है। उन्होंने मिले सम्मान के लिए प्रेजिडेंट न्यूसी, सरकार और मोजांबिक के लोगों को धन्यवाद दिया।
स्मृति ईरानी का मंत्रालय जब टकराया प्रधानमंत्री कार्यालय से

स्मृति ईरानी का मंत्रालय जब टकराया प्रधानमंत्री कार्यालय से

स्मृति इरानी के मंत्रालय में हुए फेरबदल के पीछे क्या एक बड़ी वजह प्रधानमंत्री कार्यालय से हुई सीधी भिंडत है या फिर कुछ और। जब से स्मृति इरानी से इस पदभार को संभाला था, लगातार वह निगेटिव वजहों से चर्चा में बनी हुई थीं। क्या उनके लिए बड़ी राजनीतिक तैयारी की जा रही है। इन तमाम कयासों के बीच, उनके बचे हुए कामों पर
स्मृति के मंत्री बनने से पहले कपड़ा मंत्रालय को मिले छह हजार करोड़

स्मृति के मंत्री बनने से पहले कपड़ा मंत्रालय को मिले छह हजार करोड़

स्मृति ईरानी को कपड़ा मंत्रालय मिलने से भले ही यह कहा जा रहा है कि उनका डिमोशन किया गया है। लेकिन जानकारों का कहना है कि हाल ही कपड़ा मंत्रालय को विशेष पैकेज के तहत छह हजार करोड़ रूपये दिया गया जो प्रधानमंत्री की महत्वकांक्षी योजना कौशल विकास को आगे ले जाने में सहायक होगी। स्‍मृति को मंत्रालय दिए जाने के पीछे कहा जा रहा है कि इसकी पृष्ठभूमि पहले से ही तैयार कर ली गई थी।
मैं चिदंबरम व जेटली को जेल भिजवाऊंगा: जेठमलानी

मैं चिदंबरम व जेटली को जेल भिजवाऊंगा: जेठमलानी

पूर्व कानून मंत्री व भाजपा के पूर्व उपाध्यक्ष रहे राम जेठमलानी ने कानून के क्षेत्र में एक नया रिकार्ड बनाया है। वे इस समय देश के एकमात्र ऐसे वकील है जिन्हें वकालत करते हुए 75 साल हो गए हैं। चंद महीनों बाद वे 94 साल के हो जाएंगे। इतनी उम्र हो जाने के बाद भी उनके मन में एक ऐसी आग है जिसे वे छिपाना भी नहीं चाहते हैं। प्रस्तुत है इस जाने माने वकील और हाल में बिहार से राज्यसभा के लिए निर्वाचित सांसद से विवेक सक्सेना की बातचीतः
एक सवाल पूछा और मंत्री बन गए

एक सवाल पूछा और मंत्री बन गए

मोदी सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार में एक ऐसे भी मंत्री हैं जिन्होने सोलहवी लोकसभा के दो साल बीत जाने के बाद भी संसद में केवल एक सवाल पूछा और मंत्री बना दिए गए। यह हैं कर्नाटक की बीजापुर सुरक्षित सीट से सांसद रमेश सी जिगाजिनागी।
मंत्रिमंडल विस्तार ही नहीं, विभाग बंटवारे में भी हावी रहा संघ

मंत्रिमंडल विस्तार ही नहीं, विभाग बंटवारे में भी हावी रहा संघ

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने पहले तो केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार में अपने लोगों को जगह दिलवाई और उसके बाद विभागों के बंटवारे में भी उसी की चली। जिन मंत्रियों से आरएसएस को परेशानी थी उनके विभाग बदल दिए गए हैं।
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