सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने आज कहा कि सरकार 10 साल पुराने वाणिज्यिक वाहनों द्वारा होने वाले प्रदूषण पर रोक लगाने के लिए जल्द ही एक समन्वित नीति तैयार करेगी। उन्होंने यह भी साफ किया कि 15 साल से अधिक पुराने ट्रकों और बसों पर तत्काल प्रतिबंध लगाने की अभी कोई योजना नहीं है।
आवास एवं शहरी गरीबी उन्मूलन मंत्री एम.वेंकैया नायडू ने देश में किराये के मकानों के निर्माण को बढ़ावा देने की जरूरत पर बल दिया है। उन्होंने कहा कि किराये के मकान असल में स्वामित्व वाले मकानों के बजाय ज्यादा समावेशी हैं, जिस पर सरकारें विशेष जोर देती रही हैं।
सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक के संस्थापक मार्क जकरबर्ग ने अपने घर बेटी के जन्म के घोषणा की है। बेटी का नाम मैक्स रखा गया है। जकरबर्ग ने घोषणा की है कि वह अपनी ज्यादातर दौलत अपनी जिंदगी में ही दान कर देंगे ताकि उनकी बेटी दुनिया में एक बेहतर जगह बना सके। अपने फेसबुक पेज पर जकरबर्ग ने लिखा कि वह और उनकी पत्नी प्रिसिला अपने जीवनकाल में ही कंपनी में अपनी हिस्सेदारी का 99 प्रतिशत हिस्सा दान कर देंगे। जकरबर्ग और प्रिसिला ने अपनी बेटी मैक्स को लिखे एक पत्र में यह लिखा।
जर्मनी की वाहन कंपनी फॉक्सवैगन भारत में 3.23 लाख वाहनों को वापस मंगाएगी। सरकार ने कंपनी के वाहनों की जांच का आदेश दिया था और जांच में पाया गया कि कंपनी ने डीजल वाहनों में उत्सर्जन परीक्षण को चकमा देने वाला उपकरण लगा रखा था।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आई गिरावट की वजह से भारत में भी लोगों को राहत देते हुए तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल के दाम घटा दिए हैं।
संतरा संतरा है और अमरूद अमरूद। संतरे में अमरूद का स्वाद और तासीर तलाशें तो यह संतरे के साथ अन्याय है। इसी तरह अगर अमरूद में संतरे का स्वाद और तासीर तलाशें तो यह अमरूद के साथ अन्याय है। संतरे को संतरे की तरह ही खाइए और अमरूद को अमरूद की तरह।
बॉलीवुड अभिनेता आमिर खान की असहिष्णुता पर बयानबाजी ई-कॉमर्स कंपनी स्नैपडील पर भारी पड़ रही है। आमिर के बयान से नाराज लोग स्नैपडील के ऐप का बहिष्कार कर रहे हैं। आमिर की भड़ास स्नैपडील पर निकाली जा रही है।
पूर्व बीसीसीआई सचिव संजय पटेल ने शनिवार को अपने बचाव में कहा कि पिछले पदाधिकारियों के कार्यकाल के दौरान जिस ब्रिटिश स्थित कंपनी पेज प्रोटेक्शन सर्विसेस की सेवाएं ली गई थी, उसने उनके सचिव रहते हुए किसी बोर्ड अधिकारी की जासूसी नहीं की।
लगभग हर भारतीय के लिए दिवाली का त्योहार बचपन की यादों से जुड़ा होता है क्योंकि यही एकमात्र ऐसा त्योहार होता है जिसमें जमकर खरीदारी और तोहफों के लेन-देन का सिलसिला परवान पर होता है। लोग दिवाली के 10-15 दिन पहले से ही खरीदारी में जुट जाते थे।