बंगाली फिल्मों के सुपरस्टार प्रोसेनजीत चटर्जी 18 साल बाद एक बार फिर निर्देशन में अपना हाथ आजमाने वाले हैं। पिछले सप्ताह ही प्रोसेनजीत की बॉलीवुड फिल्म ट्रैफिक बड़े पर्दे पर रिलीज हुई है।
कंगना रणौत हीरो की तरह हैं। हीरो यानी भारतीय समाज में परम श्रद्धेय और ताकतवर। कंगना कल दिल्ली में राष्ट्रीय पुरस्कार लेने आई थीं। शबाना आजमी के बाद दूसरी महिला कलाकार हैं जिन्हें दो बार लगातार राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है।
मोहम्मद अजहरूद्दीन भले ही अपने अनुकरणीय क्रिकेट कौशल के लिए जाने जाते हैं लेकिन अभिनेता इमरान हाशमी के लिए आगामी फिल्म अजहर में पूर्व कप्तान के व्यक्तिगत जीवन को दिखाना एक बड़ी चुनौती थी। फिल्म में इमरान अजहरूद्दीन की भूमिका निभा रहे हैं।
जल पुरुष के नाम से विख्यात, पानी के नोबल पुरस्कार माने जाने वाले स्कॉटहोम वाटर और मैगसायसाय अवॉर्ड से नवाजे गए राजेंद्र सिंह का मानना है, देश में पानी की कमी राजनेताओं की देन है और सामुदायिक विकेंद्रीय जल प्रबंधन से हालात सुधारे जा सकते हैं। आउटलुक के साथ उन्होंने पानी की समस्या और समाधान पर बात की। पेश हैं प्रमुख अंश:
राजधानी श्रीनगर से करीब 85 किलोमीटर दूर हंदवारा शहर में पथराव कर रही प्रदर्शनकारी भीड़ को तितर-बितर करने लिए सेना की गोलीबारी में आज दो युवकों की मौत हो गई। भीड़ सेना के कुछ जवानों द्वारा एक छात्रा से कथित छेड़छाड़ के बाद प्रदर्शन कर रही थी।
योजना आयोग के स्थान पर बनी नई संस्था नीति आयोग दरअसल हिन्दी नहीं बल्कि इसके अंग्रेजी नाम नेशनल इंस्टीट्यूट फार ट्रांसफार्मिंग इंडिया का संक्षिप्त स्वरूप है। नीति अंग्रेजी वर्णों का प्रतिनिधित्व करता है।
एनआईटी कश्मीर में पड़ने वाले दूसरे राज्यों के छात्रों की ज्यादातर मांगें संस्थान प्रशासन के मान लिए जाने के बाद 10 दिन से ज्यादा से अशांत चल रहे संस्थान परिसर में शांति बहाल हो गई है। इस बीच एनआईटी परिसर का दौरा करने पहुंचे फिल्म अभिनेता अनुपम खेर को प्रशासन ने इसकी इजाजत नहीं दी और हवाई अड्डे पर ही रोक दिया।
मदर टेरेसा को इस वर्ष के ब्रिटेन के प्रतिष्ठित फाउंडर्स अवॉर्ड से मरणोपरांत सम्मानित किया गया है। यह सम्मान वैश्विक एशियाई समुदाय के लोगों को उनकी अनुकरणीय उपलब्धियों को मान्यता देता है और उन्हें पुरस्कृत करता है।
नब्बे के दशक के बच्चों के मन में रुडयार्ड किपलिंग की द जंगलबुक की यादें चिरस्थायी हैं। निर्देशक जॉन फेवरियू ने इस चिरकालिक स्मृति को भव्य तरीके से फिल्म के रूप में पेश किया है।