आज के समय में जहां बच्चे पढ़ाई के दम पर अपने भविष्य को संवारने में जुटे हुए हैं, वहीं शुक्रवार को एक ऐसी घटना सामने आई जिसने लोगों को चौंका दिया है। पिछले चार सालों से दो भाई-बहनों ने पढ़ाई के खौफ से खुद को कमरे में बंद कर लिया थ्ाा।
आगरा में एक मां ने अपनी बात लोगों तक पहुंचाने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया। मां ने सोशल मीडिया पर एक ऐसी चिट्ठी पोस्ट की है, जिसमें उसने अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए अपनी किडनी को बेचने के लिए तैयार है।
12वीं के परिणाम आने के बाद स्टूडेंट्स आगे की पढ़ाई के लिए निर्णायक कदम उठाते हैं। इस दौरान कोई छात्र मेडिकल में तो कोई इंजिनियरिंग में अपना भविष्य तलाशते हैं, या फिर वे अपने मनमुताबिक विषयों की पढ़ाई करने की दिशा में फैसले लेते हैं। कुछ लोग ट्रेंड से हटकर भी सोचते हैं। 2017 सीबीएसई की टॉपर रक्षा गोपाल भी इन्हीं विद्यार्थियों की तरह हैं जो कुछ अलग करना चाहती हैं।
कुछ संगठनों द्वारा अंग्रेजी भाषा को पढ़ाई से हटाने की सिफारिश किए जाने पर एक प्रमुख मुस्लिम थिंकटैंक ने आज कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में किसी भाषा को थोपना उचित नहीं रहेगा और अंग्रेजी आधुनिक दौर में विकास की एक प्रमुख धुरी है जिससे आज की पीढ़ी को उपेक्षित नहीं रखा जा सकता।
भारत में तीन साल से छह साल की उम्र के कुल 7.4 करोड़ बच्चों में से करीब दो करोड़ बच्चे औपचारिक पढ़ाई की शुरूआत से पहले प्री स्कूल नहीं जाते हैं। यूनिसेफ द्वारा जारी एक अध्ययन में पता चला है कि प्री स्कूल नहीं जा पाने वालों में निर्धन एवं समाज के कमजोर वर्गों के बच्चे हैं। लेकिन सबसे ज्यादा बच्चे मुस्लिम समुदाय से हैं जो प्री स्कूली शिक्षा से वंचित रह जाते हैं।
हिंदी भाषी छात्रों के लिए प्रबंधन, आईटी, फिल्म, पत्रकारिता जैसे विषयों में रोजगारपरक शिक्षा को बढ़ावा देते हुए महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा ने इन विषयों में हिंदी माध्यम में पाठ्यक्रम तैयार किए हैं और शिक्षा को आगे बढ़ाने की पहल की है।
गोवा के मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पारसेकर और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बीच मुलाकात की खबरें आने के बाद स्कूलों में अध्ययन के माध्यम के मुद्दे पर राज्य में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और सत्ताधारी भाजपा के बीच पहले से जारी तकरार आज और बढ़ गई। बताया जाता है कि इस मुलाकात में पारसेकर ने शाह से मांग की कि आरएसएस की गोवा इकाई के प्रमुख को पद से हटाया जाए।
तेलंगाना सरकार अपने चुनावी घोषणा पत्र में केजी टू पीजी तक फ्री शिक्षा का वायदा पूरा करने जा रही है। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बेटी और निजामाबाद से सांसद कविता कलवाकुंतला ने आउटलुक से बातचीत में कहा कि इस साल के शैक्षणिक सत्र से इसकी शुरूआत हो जाएगी।