Advertisement

Search Result : "परमाणु डील"

चार साल में 11 परमाणु वैज्ञानिकों की अस्वाभाविक मौत

चार साल में 11 परमाणु वैज्ञानिकों की अस्वाभाविक मौत

परमाणु ऊर्जा विभाग के ताजा आंकड़े बताते हैं कि सन 2009 से लेकर 2013 के बीच अब तक 11 भारतीय परमाणु वैज्ञानिकों की संदिग्‍ध स्थितियों में या अस्वाभाविक मौत हुई है। हरियाणा के राहुल सहरावत ने आरटीआई के जरिये 21 सितंबर को यह जानकारी मांगी थी।
कभी पाकिस्तान का हिस्सा नहीं बनेगा कश्मीर : फारूक अब्दुल्ला

कभी पाकिस्तान का हिस्सा नहीं बनेगा कश्मीर : फारूक अब्दुल्ला

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दु‍ल्ला ने कहा है कि कश्मीर कभी पाकिस्तान का हिस्सा नहीं हो सकता है। अब्दु‍ल्ला ने एक कार्यक्रम में बातचीत के दौरान ये बात कही।
सबसे बड़ी प्रॉपर्टी डील, 750 करोड़ में बिका लिंकन हाउस

सबसे बड़ी प्रॉपर्टी डील, 750 करोड़ में बिका लिंकन हाउस

मुंबई के ब्रीच कैंडी में स्थित लिंकन हाउस को मशहूर उद्योगपति साइरस पूनावाला ने खरीद लिया है। 750 करोड़ रुपये में हुई इस डील को संपत्ति के क्षेत्र में देश का अब तक का सबसे बड़ा सौदा माना जा रहा है।
आजादी विशेष | इन कानूनों में अब भी बंधे हम

आजादी विशेष | इन कानूनों में अब भी बंधे हम

आजादी के 68 साल के जश्न के बीच आजादी का अहसास किन-किन बंद तालों से आज भी टकरा रहा है, इसकी पड़ताल की जरूरत बेहद शिद्दत से महसूस की जा रही है। ये ताले जब कानूनों के हों तो फिर आजादी की तड़प बंद पिंजरे में फडफ़ड़ाती है।
हिरोशिमा पर परमाणु हमले के 70 वर्ष

हिरोशिमा पर परमाणु हमले के 70 वर्ष

जापान पर परमाणु बम हमले के 70 वर्ष पूरे होने पर स्मृति समारोह आयोजित किया गया है। ऐसा पहली बार हो रहा है है कि वाशिंगटन के एक वरिष्ठतम अधिकारी समारोह में शिरकत कर रहे हैं।
हिरोशिमा और सुरक्षित दुनिया के आश्‍वासन के 70 साल

हिरोशिमा और सुरक्षित दुनिया के आश्‍वासन के 70 साल

जापान पर नृशंस परमाणु बमबारी के सत्तर साल आज पूरे हुए। 6 और 9 अगस्त 1945 को जो डेढ़ से दो लाख नागरिक हिरोशिमा और नागासाकी पर अमेरिका के गिराए बमों से तत्काल मारे गए, शायद एक मायने में उनसे ज्यादा उन्होंने झेला जो जिंदा रह गए। एक खास बात जो इस पीढ़ी और अणुबम-जनित बीमारियों को झेलती बाद की पीढ़ियों में देखी गई वो यह कि उनमें किसी बदले की भावना की जगह दुनिया को परमाणु मुक्त बनाने की आकांक्षा ने ले ली, क्योंकि मानवीय हिंसा के इस सर्वाधिक संहारक हथियार के बाद शायद अब वापस ही लौटा जा सकता था।
Advertisement
Advertisement
Advertisement