राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने लोगों से स्वच्छता अभियान के लिए संकल्प लेने का सोमवार को आवहान किया। राष्ट्रपति पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिला स्थित अपने पैतृक स्थान किरणाहार में एक सभा को संबोधित कर रहे थे।मुखर्जी ने इससे पहले दिन में श्लोक पढ़े और मां दुर्गा की पूजा की। मुखर्जी इंटेंसिव खादी एवं ग्रामीण विकास केंद्र की ओर से आयोजित निर्मल बीरभूम और मिशन निर्मल बांग्ला कार्यक्रम में बोल रहे थे।
स्वच्छता अभियान का असर भाजपा शासित राज्यों में ही नहीं है। राष्ट्रीय सैंपल सर्वे ऑफिस ने देश के 26 राज्यों का सर्वे किया और यह नतीजे सामने आए हैं। सर्वे में पता चला है कि मध्य प्रदेश के गांव देश में चौथे सबसे गंदे गांव हैं, जबकि साफ-सफाई में सिक्किम के गांवों ने बाजी मारी है।
पुडुचेरी में स्वच्छ मिशन में सहयोग न मिलने पर उप-राज्यपाल किरण बेदी ने पद छोड़ने की धमकी दी है। उन्होंने कहा कि मैं बतौर उप-राज्यपाल यहां पर एक मिशन के तहत आई हूं न की जॉब करने। पुडुचेरी को साफ करने के मिशन में मेरा साथ नहीं दिया गया, तो मैं अपने पद से इस्तीफा दे दूंगी।
पिछले दिनों पमाना की एक कानूनी फर्म के दस्तावेजों से यह खुलासा हुआ था कि विदेशी कंपनी में अमिताभ बच्चन भी निदेशक रहे हैं। तब इस बात को लेकर खासा हंगामा मचा था मगर धीरे-धीरे वो मसला ठंडे बस्ते में चला गया और अब केंद्र सरकार ने बॉलीवुड के इस मेगास्टार को अपने स्वच्छ भारत मिशन के तहत सिटी कंपोस्ट अभियान का अंबेसडर बनाने का फैसला किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गंगा की अविरल निर्मलता को लेकर कितने सजग और गंभीर हैं यह उनके गंगा मंत्रालय बनाने से पता चलता है। इसके बाद गंगा के प्रति प्रेम रखने वाली उमा भारती को उस मंत्रालय को सौंप देना अपने आप में पूरी कहानी कह देता है। आज हरिद्वार में इस महत्वाकांक्षी योजना का की शुरुआत विधिवत हो गई।
मेहरबान केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने 13 और शहरों के नामों की घोषणा कर दी, जिन्हें स्मार्ट सिटी मिशन के तहत विकसित किया जाएगा। इनमें अगले चुनावी राज्य उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ शामिल है।
दिल्ली सचमुच निराली है। दुनिया के किसी देश की राजधानी में नेता, अधिकारी, पुलिस, टैक्सी-ऑटो-बस चालक और ढाबा चलाने वाले ऐसी दादागिरी नहीं करते। यहां मुख्यमंत्री केजरीवाल स्वयं मनमाने ढंग से आदेश जारी करते हैं और डेढ़ करोड़ जनता की इच्छा बता देते हैं। सीधे प्रधानमंत्री को चुनौती देते रहते हैं और प्रचार पर पांच सौ करोड़ रुपये खर्च कर देते हैं।
उच्चतम न्यायालय ने आईपीएल मैचों को सूखा प्रभावित महाराष्ट्र से बाहर आयोजित करवाने के बंबई उच्च न्यायालय के आदेश को चुनौती देने वाली महाराष्ट्र एवं मुंबई क्रिकेट संघों की याचिकाओं को आज खारिज कर दिया।