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Search Result : "प्रोफेसर हत्या"

घरेलू विवाद में हुई थी एनआईए अधिकारी की हत्या, दो गिरफ्तार

घरेलू विवाद में हुई थी एनआईए अधिकारी की हत्या, दो गिरफ्तार

एनआईए अधिकारी तंजील अहमद की हत्या के सिलसिले में दो लोगों को गिरफ्तार कर पुलिस ने मामले की गुत्थी सुलझा लेने का दावा किया है। यूपी पुलिस ने दावा किया है कि घरेलू विवाद की वजह से अहमद की हत्या की गई।
क्या सच में महात्मा गांधी ने धर्म को राजनीति से जोड़ा था?

क्या सच में महात्मा गांधी ने धर्म को राजनीति से जोड़ा था?

‘अंडरस्टैंडिंग दी फाउंडिंग फादर्स’ केवल भारत के महान नेताओं के राजनीतिक जीवन को ही समझने का प्रयास नहीं है बल्कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के पौत्र और प्रख्यात विद्वान एवं शिक्षाविद राजमोहन गांधी ने इस किताब में भारतीय राष्ट्रवाद के उन शिल्पकारों की विरासत के आसपास पैदा हो रहे सवालों पर एक रोशनी डालने का प्रयास किया है जो आज राजनीतिक परिचर्चाओं में अच्छी-खासी सुर्खियां बटोर रहे हैं।
अमेरिका में गोली मारकर भारतीय मूल के छात्र की हत्या

अमेरिका में गोली मारकर भारतीय मूल के छात्र की हत्या

अमेरिका के न्यूजर्सी में गोलीबारी की एक घटना में रटगर्स यूनिवर्सिटी के भारतीय मूल के 21 वर्षीय एक छात्र की मौत हो गई और अपार्टमेंट में उसके साथ एक ही कमरे में रहने वाला एक अन्य व्यक्ति घायल हो गया।
सबांग में तृणमूल कार्यकर्ता की हत्या

सबांग में तृणमूल कार्यकर्ता की हत्या

पश्चिम बंगाल के पश्चिम मिदनापुर जिले के दुबराजपुर क्षेत्र में कथित तौर पर कांग्रेस और माकपा के समर्थकों ने तृणमूल कांग्रेस के एक कार्यकर्ता की कथित तौर पर पीट पीट कर हत्या कर दी। यहां सोमवार को मतदान होना है।
बांग्लादेश में धर्मनिरपेक्ष छात्र की हत्या

बांग्लादेश में धर्मनिरपेक्ष छात्र की हत्या

कट्टरपंथी इस्लाम के आलोचक कानून के एक छात्र को धारदार हथियारों से लैस आतंकवादियों ने मार दिया। घटना बांग्लादेश की राजधानी ढाका में हुई। मुस्लिम बहुल देश में धर्मनिरपेक्ष ब्लॉगरों और कार्यकर्ताओं पर हमलों की कड़ी में यह ताजा घटना है।
दादरी कांड: अदालत आदेश दे तो सीबीआई जांच को तैयार यूपी सरकार

दादरी कांड: अदालत आदेश दे तो सीबीआई जांच को तैयार यूपी सरकार

दादरी में गोमांस खाने को लेकर हुई हत्या मामले में सीबीआई जांच का आदेश दिए जाने के मुद्दे पर महीनों से हीलाहवाली कर रही उत्तर प्रदेश सरकार ने मंगलवार को कहा कि यदि इलाहाबाद उच्च न्यायालय को लगे कि सीबीआई जांच प्रासंगिक है तो वह अदालत के आदेश का पालन करेगी।
डीयू प्रोफेसर जीएन साईबाबा को सुप्रीम कोर्ट से मिली जमानत

डीयू प्रोफेसर जीएन साईबाबा को सुप्रीम कोर्ट से मिली जमानत

उच्चतम न्यायालय ने दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर जी एन साईबाबा को आज जमानत दे दी, जिन्हें कथित माओवादी संपर्कों के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। मामले की सुनवाई के दौरान आज शीर्ष अदालत ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार उनके प्रति अत्यंत अन्यायपूर्ण रही है।
पीलीभीत: फर्जी मुठभेड़ में 25 साल बाद 47 पुलिसर्मियों को उम्रकैद

पीलीभीत: फर्जी मुठभेड़ में 25 साल बाद 47 पुलिसर्मियों को उम्रकैद

सीबीआई की विशेष अदालत ने उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में 25 साल पहले हुई फर्जी मुठभेड़ में दस सिख तीर्थयात्रियों की हत्या के लिए आज 47 पुलिसकर्मियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई।
एनआईए अधिकारी की गोली मारकर हत्या, पत्नी गंभीर रूप से घायल

एनआईए अधिकारी की गोली मारकर हत्या, पत्नी गंभीर रूप से घायल

उत्तर प्रदेश के बिजनौर में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) में तैनात एक अधिकारी की कल देर रात बाइक सवार अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी और उनकी पत्नी को गंभीर रूप से घायल कर दिया।
'मोदी, अशोक के बाद दूसरे बड़े शासक’ - प्रो. लोकेश चंद्र

'मोदी, अशोक के बाद दूसरे बड़े शासक’ - प्रो. लोकेश चंद्र

प्रोफेसर लोकेश चंद्र शास्त्रीय यूनानी, लैटिन, चीनी, जापानी, पारसियों की अवेस्ता, पुरानी फारसी और सांस्कृतिक महत्व की अन्य भाषाओं के ज्ञाता हैं। वह संस्कृत, पालि और प्राकृत भाषा के विद्वान हैं। उनके नाम 596 कार्य और पाठ संस्करण हैं। उनमें से तिब्बती-संस्कृत शब्दकोश, तिब्बती साहित्य के इतिहास के लिए सामग्री, तिब्बत का बौद्ध प्रतिमा विज्ञान और 15 खंडों में बौद्ध कला का उनका शब्दकोश जैसी कालजयी कृतियां हैं। उन्होंने बुद्ध और शिव तथा भारत एवं जापान के बीच सांस्कृतिक संगम पर भी लिखा है। फिलहाल वह भारत और चीन के बीच पिछले दो हजार वर्षों के सांस्कृतिक आदान-प्रदान पर लिख रहे हैं। लाहौर में पंजाब विश्वविद्यालय से सन 1947 में स्नातकोत्तर करने वाले प्रोफेसर चंद्र भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद् के अध्यक्ष हैं। साथ ही वह भारतीय संस्कृति की अंतरराष्ट्रीय अकादमी, एशियाई संस्कृतियों के लिए एक प्रमुख अनुसंधान संस्था के मानद निदेशक हैं। वह सन 1974 से 1980 और 1980 से 1986 तक दो अवधियों में लिए राज्यसभा से संसद सदस्य भी रह चुके हैं। प्रोफेसर चंद्र ने आउटलुक की सहायक संपादक आकांक्षा पारे काशिव से देश और प्रधानमंत्री मोदी की योजनाओं पर बात की।
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