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Search Result : "फिल्म समीक्षा"

गजेंद्र चौहान के नेतृत्व वाले एफटीआईआई में फिर से उबाल

गजेंद्र चौहान के नेतृत्व वाले एफटीआईआई में फिर से उबाल

एक साल बाद गजेंद्र चौहान के नेतृत्व में फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीटयूट ऑफ इंडिया (एफटीआईआई) फिर से विवादों में है। वजह है इंस्टीटयूट में एक बड़े बदलाव की आहट है। नया प्रशासन, एफटीआईआई को डिजिटल मीडिया यूनिवर्सिटी में तब्दील करने पर विचार कर रहा है। गवर्निंग काउंसिल के वाइस चेयरमैन बीपी सिंह के अनुसार एक जून को होने वाली अकादमिक काउंसिल की बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा होगी। विचाराधीन नई योजना के तहत कुल 22 कोर्स चुने गए हैं। इनमें फिल्म, टेलीविजन,रेडियो और गेम्स से जुड़े कम अवधि के कोर्स भी शामिल हैं। संस्थान में अभी 11 कोर्स हैं जिनमें सात फिल्म मेकिंग के हैं और चार टेलीविजन से संबंधित।
सूचना-प्रसारण मंत्री जेटली ने 90 के दशक से नहीं देखी कोई फिल्म

सूचना-प्रसारण मंत्री जेटली ने 90 के दशक से नहीं देखी कोई फिल्म

देश के विभाजन के दर्द के बीच बड़े हुए भाजपा नेता अरुण जेटली राजनीति के बड़े मुकाम पर हैं। पीएम नरेंंद्र मोदी के बाद दूसरे नंबर पर राजनाथ सिंह के साथ प्रतिष्ठित तथाा वित्‍त, कारपोरेट मामले और सूचना प्रसारण मंत्रालय की बागडोर संभाल रहे जेटली का राजनीतिक सफर 70 के दशक में अखिल भारतीय विद़यार्थी परिषद से शुरु हुआ। आज भले ही अरुण जेटली सूचना एवं प्रसारण मंत्री का काम भी संभाल रहे हों मगर 90 के दशक से अबतक उन्होंने शायद कोई फिल्म नहीं देखी है।
अभिनेताओं को अन्य विषयों में भी दिलचस्पी लेनी चाहिए: नसीर

अभिनेताओं को अन्य विषयों में भी दिलचस्पी लेनी चाहिए: नसीर

फिल्म अभिनेता नसीरुद्दीन शाह का मानना है कि फिल्मों के अलावा रंगमंच में सफल करियर बना चुके कलाकारों के लिए जरूरी है कि वे फिल्मों से परे अन्य विषयों में भी रुचि जगाएं अन्यथा वे जरूरत से अधिक संकुचित विचार वाले बन जाते हैं।
एक बार फिर निर्देशन में अपना हाथ आजमाएंगे प्रोसेनजीत

एक बार फिर निर्देशन में अपना हाथ आजमाएंगे प्रोसेनजीत

बंगाली फिल्मों के सुपरस्टार प्रोसेनजीत चटर्जी 18 साल बाद एक बार फिर निर्देशन में अपना हाथ आजमाने वाले हैं। पिछले सप्ताह ही प्रोसेनजीत की बॉलीवुड फिल्म ट्रैफिक बड़े पर्दे पर रिलीज हुई है।
बेहद चुनैतीपूर्ण था इमरान के लिए अजहर की भूमिका निभाना

बेहद चुनैतीपूर्ण था इमरान के लिए अजहर की भूमिका निभाना

मोहम्मद अजहरूद्दीन भले ही अपने अनुकरणीय क्रिकेट कौशल के लिए जाने जाते हैं लेकिन अभिनेता इमरान हाशमी के लिए आगामी फिल्म अजहर में पूर्व कप्तान के व्यक्तिगत जीवन को दिखाना एक बड़ी चुनौती थी। फिल्म में इमरान अजहरूद्दीन की भूमिका निभा रहे हैं।
समीक्षा - निल बटे सन्नाटा

समीक्षा - निल बटे सन्नाटा

निर्देशक अश्वनी अय्यर तिवारी विज्ञापन फिल्में बनाने के लिए प्रसिद्ध हैं। पहली बार उन्होंने फीचर फिल्म निर्देशित की है। मां-बेटी के रिश्ते को उन्होंने बहुत ही खूबसूरती से दिखाया है।
निर्णय लेने में राष्ट्रपति से भी हो सकती है गलती: उत्तराखंड हाईकोर्ट

निर्णय लेने में राष्ट्रपति से भी हो सकती है गलती: उत्तराखंड हाईकोर्ट

उत्तराखंड हाईकोर्ट ने आज कहा कि राज्य विधानसभा को निलंबित करने के राष्ट्रपति के निर्णय की वैधता की न्यायिक समीक्षा हो सकती है क्योंकि वह भी गलत हो सकते हैं।
एनआईटी श्रीनगर में लौटी शांति, अनुपम खेर को हवाई अड्डे पर रोका गया

एनआईटी श्रीनगर में लौटी शांति, अनुपम खेर को हवाई अड्डे पर रोका गया

एनआईटी कश्मीर में पड़ने वाले दूसरे राज्यों के छात्रों की ज्यादातर मांगें संस्थान प्रशासन के मान लिए जाने के बाद 10 दिन से ज्यादा से अशांत चल रहे संस्थान परिसर में शांति बहाल हो गई है। इस बीच एनआईटी परिसर का दौरा करने पहुंचे फिल्म अभिनेता अनुपम खेर को प्रशासन ने इसकी इजाजत नहीं दी और हवाई अड्डे पर ही रोक दिया।
फिल्म समीक्षा : द जंगलबुक

फिल्म समीक्षा : द जंगलबुक

नब्बे के दशक के बच्चों के मन में रुडयार्ड किपलिंग की द जंगलबुक की यादें चिरस्थायी हैं। निर्देशक जॉन फेवरियू ने इस चिरकालिक स्मृति को भव्य तरीके से फिल्म के रूप में पेश किया है।
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