रेडियो पर एक गाना बहुत बजता है- ‘चेहरा न देखो, चेहरे ने लाखों को लूटा।’ यों यह गीत प्यार-मोहब्बत से जुड़ा है। लेकिन नेताओं-मंत्रियों के लिए इन शब्दों के अलग-अलग अर्थ लगाए जाते हैं। भोली भाली जनता चेहरे और वायदे पर वोट दे देती है। फिर खून-पसीने की मेहनत की कमाई का एक हिस्सा टैक्स के रूप में सरकारी खजाने को देती है। इसी सरकारी खजाने की रकम से सरकार में बैठे प्रभावशाली नेता-मंत्री अपना चेहरा चमकाए रखना चाहते हैं।
यमुना के जल ग्रहण क्षेत्र में आध्यात्मिक गुरू श्री श्री रविशंकर के आर्ट आॅफ लिविंग द्वारा शुक्रवार से आयोजित होने वाले तीन दिवसीय संस्कृति महोत्सव के आयोजन को लेकर पर्यावरण संबंधी चिंताओं के चलते कुछ विवाद उत्पन्न होने के बाद अब राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने इसमें हिस्सा नहीं लेने का फैसला किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की तारीफ करते हुए कहा कि एक मंत्री के तौर पर उन्होंने ने जो काम किया वह किसी भी पूर्व मंत्री ने नहीं किया।
अमेरिका के राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन पार्टी की उम्मीदवारी के प्रबल दावेदार डोनाल्ड ट्रंप के अभियान को सिख और मुस्लिम समुदाय का साथ मिल गया है। अपने विवादास्पद बयानों और सिख तथा मुस्लिम समुदाय के प्रति कथित विरोधी रुझान रखने वाले ट्रंप के लिए यह एक काफी अच्छी खबर मानी जा रही है।
संसद और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं को एक तिहाई प्रतिनिधित्व प्रदान करने वाले विधेयक को पारित कराने का आह्वान करते हुए राष्ट्रपति का प्रणब मुखर्जी ने शनिवार को कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि यह विधयेक अब तक संसद में पारित नहीं हो सका है और इसे पारित कराना सभी राजनीतिक दलों का दायित्व है क्योंकि इस विषय पर उनकी प्रतिबद्धता इसे अमलीजामा पहनाकर ही पूरी की जा सकती है।
ऐसा लगता है हैदराबाद यूनिवर्सिटी और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के बाद केंद्र सरकार अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) पर नकेल कसने की तैयारी में है। लेकिन एएमयू पर उसका पहला दांव ही खाली गया जब राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा एएमयू की कार्यकारी परिषद की एक सीट के लिए इंडिया टीवी के सीईओ रजत शर्मा और विजनन भारती के प्रमुख विजय पी. भटकार के नाम वाली फाइल वापस कर दी। राष्ट्रपति कार्यालय से कुछ और नामों पर विचार करने की सलाह दी गई है।
राष्ट्रपति पद की डेमोक्रेटिक उम्मीदवारी की प्रमुख दावेदार हिलेरी क्लिंटन ने अपने रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप के नफरत से भरे नजरिये की आलोचना करते हुए उन्हें भयावह करार दिया है।
मंगल के महादंगल के एक दिन बाद रिपब्लिकन पार्टी का नेतृत्व रियल इस्टेट कारोबारी डोनाल्ड ट्रंप को राष्ट्रपति पद का पार्टी उम्मीदवार बनने से रोकने के अंतिम प्रयास के तहत उनके खिलाफ एकजुट होता नजर आ रहा है। ट्रंप 11 राज्यों के प्राइमरी चुनावों में से अब तक 10 राज्यों में जीत चुके हैं।
हिलेरी क्लिंटन ने अमेरिकी राष्ट्रपति पद का डेमोक्रेटिक उम्मीदवार बनने की दिशा में मजबूत कदम बढ़ा दिया है। एक मार्च मंगलवार को अमेरिका के 50 में से 11 राज्यों में हुए प्राइमरी चुनाव में हिलेरी ने 7 राज्यों में जीत दर्ज की जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी बर्नी सैंडर्स को चार राज्यों में जीत मिली है। इससे पहले चार राज्यों के प्राइमरी चुनाव में हिलेरी को तीन में जबकि सैंडर्स को एक में जीत मिली थी।