फिल्म स्टार अमिताभ बच्चन से डीडी किसान चैनल का प्रचार कराने का मुद्दा तूल पकड़ता जा रहा है। इस बारे में अपनी सफाई देते हुए अमिताभ बच्चन ने जो तथ्य सामने रखें हैं, उनसे कई सवाल खड़े हो गए हैं। अगर अमिताभ बच्चन वाकई डीडी किसान का निशुल्क प्रचार करने वाले थे तो दूरदर्शन 8.5 करोड़ रुपये लुटाने पर क्यों आमादा रहा? कहीं अमिताभ की आड़ में दूरदर्शन और एड एजेंसी के बीच तो बड़ा खेल नहीं हो गया?
दौसा में हुए सड़क हादसे और एक बच्ची की मौत के मामले में आज भाजपा सांसद हेमा मालिनी ने अपनी चुप्पी तोड़ी। उन्होंने बच्ची के पिता को ही उसकी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया है। सनसनी फैलाने के लिए हेमा ने मीडिया के रुख की भी कड़ी आलोचना की है।
‘कसाब.गांधी@यरवदा.इन’ संग्रह पंकज सुबीर का तीसरा संग्रह है और अपने पूर्व के दो संग्रहों की ही तरह इसमें भी पंकज सुबीर की कहानियों की विषय वैविध्यता दिखाई देती है। कई कई विषयों को समेटे हुए दस कहानियां हैं। इनमें विषयों में सांप्रदायिकता है, आतंकवाद है, बचपन की फैंटेसी है, मध्यमवर्गीय जीवन है, देह के समीकरण हैं और कुछ रहस्य की कहानियां भी हैं। मतलब यह कि दस कहानियों में लगभग दस अलग-अलग विषयों को समेटने की कोशिश की गई है।
गुजरात टूरिज्म के विज्ञापन में अमिताभ बच्चन दुनिया भर के दुनिया भर के पर्यटकों को सोमनाथ मंदिर आने का न्यौता देते हैं लेकिन मंदिर प्रबंधन ने बिना इजाजत गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर रोक लगा दी है। इस फैसले के खिलाफ एनडीए के भीतर ही विरोध के स्वर उठने लगे हैं।
पाकिस्तान ने गुरुवार को कहा कि वह भारत के साथ अच्छे पड़ोसी के रिश्ते की नीति पर अमल कर रहा है, हालांकि दोनों देशों के बीच दि्वपक्षीय संवाद की प्रकिया अभी बहाल नहीं हुई है।
मुंबई में आज जिस जगह अमिताभ बच्चन की शूटिंग चल रही थी, वहां से महज 20 फुट की दूरी पर गोलीबारी हुई। बाइक सवार हमलावरों ने सुरक्षा एजेंसी के मालिक और शिवसेना पदाधिकारी पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने महाराष्ट्र में विदर्भ क्षेत्र के अमरावती जिले में आज 15 किलोमीटर लंबी पदयात्रा शुरू की और इस दौरान वह उन किसानों के परिवारों से मिल रहे हैं जिन्होंने आत्महत्या की है।
आम आदमी पार्टी से निष्कासित नेता योगेंद्र यादव ने बुधवार को कहा कि उन्हें पार्टी से निकाले जाने के संबंध में कोई आधिकारिक संदेश नहीं मिला है और वह अब भी खुद को आंदोलन का हिस्सा मानते हैं।