देश के सामाजिक ताने-बाने को हमेशा के लिए बदल कर रख देने वाले 1984 के सिख विरोधी दंगों की रोंगटे खड़े करने वाली दास्तां को कहानियों के रूप में एक नई किताब में पेश किया गया है।
डोनाल्ड ट्रंप के गुस्से का ताजा शिकार अमेरिका के एक रक्षा विशेषज्ञ हुए हैं। दरअसल, इराकी शहर मोसुल में लड़ाई के संबंध में ट्रंप के विश्लेषण पर विशेषज्ञ ने सवाल उठाए थे जिसके जवाब में ट्रंप ने उन्हें सैन्य रणनीति के पाठ पढ़ाने की पेशकश कर दी।
अमेरिका द्वारा क्यूबा पर लगाए गए कड़े व्यापार प्रतिबंध को खत्म करने के संयुक्त राष्ट्र के एक प्रस्ताव पर मतदान में अमेरिका ने हिस्सा नहीं लिया, जबकि भारत समेत अन्य राष्ट्रों ने इस प्रस्ताव का स्वागत किया।
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की तीसरी निर्णायक डिबेट में डेमाक्रेटिक उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन दर्शकों के व्यापक समर्थन से विजयी हो गईं। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में मतदान से पहले शीर्ष उम्मीदवारों के बीच टी.वी. बहस से चुनावी मुद्दों की खुली चर्चा महत्वपूर्ण और दिलचस्प होती है।
दुनिया में कस्तूर को खुशबू के लिए जाना जाता है और उसका नाम इसी पर रखा गया था। वह रईस कपाड़िया परिवार में सबसे छोटी थी, जो विदेशों में कपड़े, अनाज और कपास के कारोबार का स्थापित घराना था। बाद में दुनिया में उन्हें कस्तूरबा के नाम से जाना गया। वह एक ऐसे व्यक्ति की पत्नी बनीं, जिसे शांति के दूत के रूप में दुनिया भर में सम्मान प्राप्त हुआ। कस्तूरबा की शादी बचपन में ही मोहनदास से हो गयी थी। मोहनदास स्वयंधर्मी और दबंग पति थे।
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने डोनाल्ड ट्रंप की तीखी निंदा की है और कहा है कि ट्रंप का वह मिजाज, जानकारी या बुनियादी ईमानदारी नहीं है जो राष्ट्रपति बनने के लिए जरूरी होती है।
दिल्ली के उपहार सिनेमा हादसे के 59 पीड़ितों में से दो के माता-पिता ने इस सदमे तथा न्याय के लिए अपनी लंबी लड़ाई पर एक किताब लिखी है। ट्रायल बाय फायर का प्रकाशन पेंगुइन रेंडम हाउस इंडिया ने किया है।
एसिड पीड़िताओं की पीड़ा वही समझ सकता है जो कम से कम एक बूंद एसिड अपने शरीर पर डाल कर उसका दर्द बर्दाश्त करे। यही लब्बोलुआब था दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में, प्रतिभा ज्योति की, तेजाब वार से घायल सघर्षशील महिलाओं का दर्द-ए-दास्तां हूबहू बयां करती पुस्तक ‘एसिड वाली लड़की ’ के लोकार्पण के प्रमुख वक्ताओं के वक्तव्य का।
भारत और पाकिस्तान के बीच का मौजूदा तनाव अब व्हाइट हाउस के साइबर क्षेत्र में पहुंच गया है जहां दोनों देशों ने याचिकाएं दायर की हैं और ओबामा प्रशासन से जवाब मांगा है।