अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आज कहा कि उनका प्रशासन अच्छी तरह काम कर रहा है और मीडिया में आ रही रिपोर्टों के विपरीत व्हाइट हाउस में कोई अव्यवस्था नहीं है। उन्होंने मीडिया को बेइमान बताया।
डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल में व्हाइट हाउस तक मीडिया की नियमित पहुंच बीते समय की बात हो सकती है क्योंकि आगामी प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों का कहना है कि वे आसपास किसी ज्यादा खुली जगह का विकल्प तलाश रहे हैं। अधिकारियों के इस विचार को व्हाइट हाउस संवाददाता संघ (डब्ल्यूएचसीए) ने अस्वीकार्य बताया है।
बांग्लादेशी हिंदुओं ने अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति बराक ओबामा से यह अपील करने के लिए व्हाइट हाउस के समक्ष शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया कि वह मुस्लिम बहुल देश में धार्मिक अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न को समाप्त करने और अल्पसंख्यकों की रक्षा करने में मदद करें।
व्हाइट हाउस का कहना है कि राष्टपति बराक ओबामा के शासनकाल में भारत-अमेरिका संबंधों में मजबूती आई है। यह आशा जताई गई है कि डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल में भी यह गर्मजोशी बनी रहेगी।
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने निक्की हेली को संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत पद के लिए चुना है। अमेरिकी प्रशासन में कैबिनेट स्तर के पद पर नियुक्त होने वाली वह पहली भारतीय-अमेरिकी होंगी।
अमेरिका में हमले की अलकायदा की साजिश की रिपोर्टों के बीच व्हाइट हाउस ने कहा है कि अमेरिका आठ नवंबर को होने वाले आम चुनाव में अलकायदा के खतरे की आशंका को लेकर सचेत है।
अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनाव से पूर्व कराए गए एक ताजा सर्वेक्षण के अनुसार व्हाइट हाउस के लिए मुकाबला और कांटे का हो गया है और डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन अपने रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप से मात्र दो प्रतिशत अंक से आगे हैं।
अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनाव की तारीख नजदीक आने के साथ ही डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन और राष्ट्रपति बराक ओबामा ने रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ हमले तेज करते हुए लोगों को ट्रंप के व्हाइट हाउस पहुंचने के बाद की स्थिति को लेकर आगाह किया है।
जन सरोकारसे जुड़कर रचने जनने की परंपरा को प्रोत्साहित कर आगे बढ़ाने के उद्देश्य से अक्टूबर 2012 की 12 तारीख से शुरू साहित्यिक संस्था हुत की रचना पाठ श्रृंखला कल्वे कबीर के नाम से सोशल मीडिया में चर्चित कवि कृष्ण कल्पित के कविता पाठ के साथ 34 वां पायदान पार कर गई।
जलवायु परिवर्तन से जुड़े पेरिस समझौते को अमलीजामा पहनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम के तहत दुनिया के लगभग 200 देशों ने किगाली रवांडा में सर्वसम्मति से सुपर ग्रीनहाउस गैसों का इस्तेमाल बंद करने का निर्णय लिया।