पीवी सिंधु बैडमिंटन में महिलाओं की एकल स्पर्धा में रजत पदक जीतकर खुश हैं। उन्होंने कहा कि देश को स्वर्ण पदक दिलाने के लिए उन्होंने अपना सब कुछ झोंक दिया था।
कहा जाता है कि गुरु को मुक्ति तब मिलती है, जब शिष्य उससे बड़ा हो जाए। गोपीचंद ने इसे अपनी जिंदगी में अपनाया है। ओलंपिक के लिहाज से देखा जाए, तो आज उनके शिष्य बड़े मुकाम पर खड़े हैं। गोपी से भी ऊंचे मुकाम पर। फर्क बस यह है कि गोपी का कद भी उसके साथ बढ़ता जा रहा है। जीवन में जो सीखा, उसे संसार को वापस करना क्या होता है, इसे गोपी से समझा जा सकता है।
उधर रियो ओलंपिक में भारतीय महिलाएं ओलंपिक रिकॉर्ड बना रही हैं और इधर महिलाओं के आर्थिक विकास के लिए शुरू किए गए भारतीय महिला बैंक का विलय किया जा रहा है। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने अपने सहयोगी बैंकों समेत भारतीय महिला बैंक के साथ विलय को मंजूरी दे दी है। इसके साथ ही शेयरों की अदलाबदली का अनुपात भी तय कर दिया है। गौरतलब है कि मनमोहन सिंह सरकार के समय भारतीय महिला बैंक की नींव रखी गई थी। इसके तहत महिलाओं को कामकाज शुरू करने के लिए विभिन्न प्रकार की वित्तिय सहायता योजनाएं भी शुरू की गई थी।
बुधवार को साक्षी मलिक ने महिला कुश्ती में जहां देश को पहला पदक दिलाया वहीं भारत की महिला शटलर पी वी सिंधू ने रक्षा बंधन के दिन पूरे देश को नायाब तोहफा दिया है और महिला बैडमिंटन के फाइनल में पहुंच गई हैं जहां वह गोल्ड मेडल के लिए स्पेन की खिलाड़ी और वर्ल्ड नंबर एक कैरोलीना मरीन से भिड़ेंगीं। फाइनल शुक्रवार की शाम साढ़े सात बजे से खेला जाएगा।
राष्टपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिला पहलवान साक्षी मलिक को रियो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने पर बधाई देते हुए कहा कि उसने इस ऐतिहासिक उपलब्धि से देश को गौरवान्वित किया है।
दो बार विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता बैडमिंटन स्टार पी वी सिंधू ने लंदन ओलंपिक की रजत पदक विजेता वांग यिहान को हराकर रियो ओलंपिक के महिला एकल सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया। सिंधू अब पदक से सिर्फ एक जीत दूर हैं।
भारत का एथलेटिक्स में खराब प्रदर्शन बदस्तूर जारी रहा और चक्का फेंक खिलाड़ी सीमा अंतिल ग्रुप बी में क्वालीफाइंग दौर में 20वें स्थान पर रहकर रियो ओलंपिक से बाहर हो गई।
विश्व के 11 वें नंबर के खिलाड़ी किदाम्बी श्रीकांत ने रियो ओलंपिक के पुरूष एकल बैडमिंटन के अपने पहले मैच के दूसरे गेम में मैक्सिको के लिनो मुनोज से मिली कड़ी चुनौती से उबरते हुए सीधे गेम में मैच जीत लिया।
लंदन ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने के बाद देशवासियों की नूरे नजर बनी साइना नेहवाल पर एक बार फिर एक अरब से अधिक भारतीयों की उम्मीदों का दारोमदार होगा जब वह और छह अन्य बैडमिंटन खिलाड़ी रियो ओलंपिक में अपने अभियान का आगाज करेंगे।
शोभा डे नामी लेखिका के साथ संपादक भी रही हैं। लेखक-संपादक को अपने विचार व्यक्त करने की स्वतंत्रता है, लेकिन किसी व्यक्ति, समूह या संस्थान को राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपमानित करने का लाइसेंस नहीं मिला है।