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Search Result : "भारत-रूस संबंध"

नेपाल की स्थिरता और शांति भारत के हित में: राष्ट्रपति

नेपाल की स्थिरता और शांति भारत के हित में: राष्ट्रपति

राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा है कि एकजुट नेपाल की स्थिरता और दीर्घकालिक शांति भारत के हित में है और नई दिल्ली इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए नेपाल के साथ मिलकर काम करेगी।
पाकिस्तान से विवाद बढ़ने के बीच पुराने मित्रों पर भारत का दांव

पाकिस्तान से विवाद बढ़ने के बीच पुराने मित्रों पर भारत का दांव

ऐसा लगता है कि पाकिस्तान के साथ विवाद बढ़ने, कश्मीर में अशांति पर काबू पाने में मुश्किलें आने और बलूचिस्तान का मुद्दा उठाने के बाद भारत अब विदेश नीति में एक बार फिर से पुरानी और परखी हुई दोस्ती पर दांव लगाने में जुटा है।
अफगानिस्तान में किसी छद्म युद्ध में नहीं लगा है भारतः करजई

अफगानिस्तान में किसी छद्म युद्ध में नहीं लगा है भारतः करजई

पूर्व अफगान राष्टपति हामिद करजई ने आज कहा कि भारत अफगानिस्तान में किसी छद्म युद्ध में नहीं लगा है और वह वहां पुनर्निर्माण कार्य पूरी ईमानदारी से कर रहा है। उन्होंने कट्टरपंथ को बढ़ावा देने तथा अपनी सरजमीं पर आतंकवादी संगठनों पर काबू नहीं करने को लेकर पाकिस्तान की आलोचना की।
जो भारत को अपना देश मानते हैं, उन्हें गाय को माता मानना चाहिए: रघुबर दास

जो भारत को अपना देश मानते हैं, उन्हें गाय को माता मानना चाहिए: रघुबर दास

देश में पिछले कुछ दिनों से गाय को लेकर जारी विवाद में अब झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास भी कूद पड़े हैं। कोलकाता में गाय के संबंध में बयान देते हुए दास ने कहा कि जो लोग भारत को अपना देश मानते हैं, उन्हें गाय को मां के रूप में मानना चाहिए।
नरसिंह का ओलंपिक खेलने का सपना टूटा, चार साल का प्रतिबंध

नरसिंह का ओलंपिक खेलने का सपना टूटा, चार साल का प्रतिबंध

भारतीय पहलवान नरसिंह यादव की किस्मत ने अचानक से फिर पलटी खाई और खेल पंचाट ने राष्‍ट्रीय डोपिंग निरोधक एजेंसी द्वारा उन्हें दी गई क्लीन चिट को खारिज करते हुए उन्‍ह‍ें ओलंपिक से बाहर करने के साथ डोप टेस्ट में नाकाम रहने के कारण उन पर चार साल का प्रतिबंध लगा दिया। विश्व डोपिंग निरोधक एजेंसी : वाडा : ने नाडा द्वारा नरसिंह को दी गई क्लीन चिट के खिलाफ खेल पंचाट में अपील की थी।
विदेश सचिव स्तर वार्ता: भारत ने कहा, गेंद पाकिस्तान के पाले में है

विदेश सचिव स्तर वार्ता: भारत ने कहा, गेंद पाकिस्तान के पाले में है

भारत और पाकिस्तान के बीच विदेश सचिव स्तर की वार्ता के बारे में भारत ने बुधवार को कहा कि गेंद अब पाकिस्तान के पाले में है। भारत ने जोर देकर कहा कि इस्लामाबाद को ही सीमापार से जारी आतंकवाद, जम्मू कश्मीर के हिस्से पर अवैध कब्जे और आतंकी शिविरों को बंद करने पर निर्णय लेना है।
सुप्रीम कोर्ट में जजों की नियुक्ति की सीमा हटेगी

सुप्रीम कोर्ट में जजों की नियुक्ति की सीमा हटेगी

केंद्र सरकार भारत के मुख्य न्यायाधीश टीएस ठाकुर की जजों की संख्या बढ़ाने की मांग को कुछ हद तक पूरा करने जा रही है। इसीलिए सरकार ने कोलेजियम की कुछ मांगों पर अमल करते हुए न्यायविदों और वकीलों को सुप्रीम कोर्ट में बतौर जज नियुक्त करने की कैप हटा दी है। हालांकि, सरकार ने उच्च न्यायापालिका नियुक्ति की प्रक्रिया के अन्य दिशा-निर्देशों को सख्त ही रखा है।
गिलगिट पर पीएम मोदी के आरोपों की पाक सांसदों ने की पुष्टि

गिलगिट पर पीएम मोदी के आरोपों की पाक सांसदों ने की पुष्टि

पाकिस्तानी सांसदों की अधिकार प्राप्त समिति ने गिलगिट-बाल्टिस्तान में आम जनता पर हो रहे अत्याचार पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आरोपों की पुष्टि की है। गिलगिट-बाल्टिस्तान के दौरे के बाद समिति के प्रमुख ताज हैदर ने कहा कि हालात उससे भी बदतर हैं, जितना हमने सुना था। समिति के दौरे के बाद अवामी एक्शन कमेटी ने गिलगिट-बाल्टिस्तान में अनिश्चितकालीन बंद का आह्वान किया है। अवामी एक्शन कमेटी गिलगिट-बाल्टिस्तान के 23 धार्मिक और राजनीतिक दलों का संगठन है। जाहिर है अपने ही सांसदों की समिति ने गिलगिट-बाल्टिस्तान पर पाकिस्तान के मंसूबों को सार्वजनिक कर दिया है।
बांग्लादेश बोला, आतंकियों का पालन-पोषण कर रहा है पाक

बांग्लादेश बोला, आतंकियों का पालन-पोषण कर रहा है पाक

आतंकवाद को बढ़ावा देने के मुद्दे पर भारत के बाद अब बांग्लादेश ने पाकिस्तान को आड़े हाथों लिया है। बांग्लादेश का कहना है कि इस बात को साबित करने के पर्याप्त सबूत हैं कि पाकिस्तान आतंकवाद को पाल-पोस रहा है। मीडिया के मुताबिक बांग्लादेश के सूचना और प्रसारण मंत्री हसनुल हक इनू ने भारत की यात्रा के दौरान पाक पर आतंक को लेकर हमला बोला है।
विभाजन के बाद महात्मा गांधी के कारण एस एच रजा ने भारत नहीं छोड़ा था

विभाजन के बाद महात्मा गांधी के कारण एस एच रजा ने भारत नहीं छोड़ा था

देश की आजादी के समय 1947 में हुए विभाजन के बाद परिवार के पाकिस्तान चले जाने के बावजूद मशहूर चित्रकार सैयद हैदर रजा ने भारत में ही रहने का फैसला किया था। उनके इस फैसले के पीछे उनकी मातृभूमि के प्रति वफादारी तो थी ही, लेकिन इसकी एक वजह महात्मा गांधी के प्रति उनका लगाव भी था।
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