Advertisement

Search Result : "मंत्रियों की छुट्टी"

संसद सत्र : मंत्रियों-सांसदों को छोड़ किसी और का इंटरव्यू नहीं ले पाएंगे पत्रकार

संसद सत्र : मंत्रियों-सांसदों को छोड़ किसी और का इंटरव्यू नहीं ले पाएंगे पत्रकार

संसद का शीतकालीन सत्र बुधवार से अारंभ हो रहा है। संसद में गहमागहमी रहेगी यह तय है। सत्र से पहले नोटबंदी के अलावा सरकार के एक और फैसले ने चौंका दिया है। सत्र प्रारंभ होने से पहले लोकसभा सचिवालय ने मीडियाकर्मियों के लिए नए दिशानिर्देश जारी किए हैं। इसके मुताबिक मीडियाकर्मियों से कहा गया है कि संसद परिसर में मंत्रियों और सांसदों के अलावा किसी अन्‍य नेताओं के इंटरव्‍यू नहीं लिए जाएंगे।
अखिलेश ने शिवपाल समेत 4 मंत्रियों को किया बर्खास्‍त, सपा का संकट गहराया

अखिलेश ने शिवपाल समेत 4 मंत्रियों को किया बर्खास्‍त, सपा का संकट गहराया

यूपी में रविवार काे सपा का राजनैतिक संकट और गहरा गया। मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने चाचा शिवपाल यादव समेत चार मंत्रियों को मंत्रिमंडल से बर्खास्‍त कर दिया वहीं कार्यकर्ताओं को अखिलेश के समर्थन में पत्र लिखने वाले पार्टी महासचिव ऱामगोपाल यादव को भी दोपहर बाद पार्टी से निकाल दिया गया।
बंगाल: बदहाल चाय बागानों ने ऊड़ाई ममता की नींद

बंगाल: बदहाल चाय बागानों ने ऊड़ाई ममता की नींद

भारत में चाय का उत्पादन मुख्य तौर पर उत्तर बंगाल में ही होता है। लेकिन अब यहां कि स्थिति चिंताजनक होती जा रही है। इलाके में बड़ी संख्या में बंद और खस्ताहाल चाय बागानों ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की भी बेचैनी बढ़ा दी है।
अखिलेश के मंत्रियों ने पॉकेट मनी में उड़ाए 8.78 करोड़, शिवपाल ने नहीं ली मनी

अखिलेश के मंत्रियों ने पॉकेट मनी में उड़ाए 8.78 करोड़, शिवपाल ने नहीं ली मनी

उत्‍तर प्रदेश में मंत्रियों का कोई जवाब नहीं। यहां की अखिलेश सरकार के मंत्रियों ने पॉकेट मनी के नाम पर 8.78 करोड़ रुपए उड़ा दिए हैं। चार साल के दौरान इसमे से सबसे ज्यादा खर्च अरुण कुमार कोरी और आजम खां ने किया है। एक तरफ जहां दोनों ने पॉकेट मनी के नाम पर सरकार के 22.93 लाख और 22.86 लाख खर्च किए वहीं सपा अध्‍यक्ष मुलायम सिंह यादव के छोटे भाई यानी अखिलेश के चाचा शिवपाल यादव ने पॉकेट मनी के नाम पर एक पैसा नहीं लिया।
मध्य प्रदेश में आरएसएस कर रहा है मंत्रियों के कामकाज की समीक्षा

मध्य प्रदेश में आरएसएस कर रहा है मंत्रियों के कामकाज की समीक्षा

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में गुरुवार को आरएसएस के वरिष्ठ नेता भैयाजी जोशी और कृष्ण गोपाल ने प्रदेश नेताओं के साथ समन्वय समिति की बैठक की। दो दिनों की यह बैठक कल भी चलेगी।
उत्तर प्रदेश के सीएम और मंत्रियों का वेतन बढ़ा

उत्तर प्रदेश के सीएम और मंत्रियों का वेतन बढ़ा

उत्तर प्रदेश कैबिनेट ने आज प्रदेश के मुख्यमंत्री और मंत्रियों के वेतन में वृद्धि का निर्णय किया है। निर्णय के अनुसार अब मंत्रियों का वेतन 12 हजार से बढ़कर 40 हजार रुपये हो जायेगा। इसके अलावा मुख्यमंत्री को विधायक के वेतन के एक लाख एक हजार आठ रुपये अलग से मिलेंगे। वेतन में यह परिवर्तन 1981 के बाद किया गया है। देश में सर्वाधिक वेतन पंजाब के मुख्यमंत्री को मिलता है, उसके बाद बिहार के मुख्यमंत्री। तीसरा स्थान जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री का है।
सोनिया गांधी को अस्पताल से छुट्टी मिली

सोनिया गांधी को अस्पताल से छुट्टी मिली

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को 11 दिन के बाद आज अस्पताल से छुट्टी मिल गई जहां बीमारी और कंधे की चोट की वजह से उनका इलाज चल रहा था। सर गंगाराम अस्पताल ने कहा कि उनकी चिकित्सा स्थिति स्थिर है और उन्हें आराम की सलाह दी गई है। सोनिया को तीन अगस्त को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
राज्यों के 34, केंद्र के 31 प्रतिशत मंत्रियों पर आपराधिक मामले: एडीआर

राज्यों के 34, केंद्र के 31 प्रतिशत मंत्रियों पर आपराधिक मामले: एडीआर

राज्य सरकारों के 34 प्रतिशत मंत्रियों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं जबकि 76 प्रतिशत मंत्री करोड़पति हैं उनकी औसत सम्पत्ति 8.59 करोड़ रूपए है। यह निष्कर्ष एक नए अध्ययन में आया है जिसमें यह बात भी सामने आयी है कि केंद्रीय मंत्रिपरिषद के 31 प्रतिशत मंत्रियों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
अरूणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कैबिनेट में 10 मंत्रियों को शामिल किया

अरूणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कैबिनेट में 10 मंत्रियों को शामिल किया

अरूणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने अपने 16 दिन पुराने मंत्रिमंडल का विस्तार करते हुए बुधवार को 10 नए कैबिनेट मंत्रियों को उसमें शामिल किया। राज्यपाल तथागत राॅय ने राजभवन में आयोजित एक समारोह में मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलायी।
महाराष्ट्र विधान भवन में भिड़ गए मंत्री-विधायक

महाराष्ट्र विधान भवन में भिड़ गए मंत्री-विधायक

महाराष्ट्र के राजनीतिक इतिहास के लिए इसे काले दिन की तरह याद किया जाएगा। एक तरफ विधानभवन में विधायक और मंत्रियों के लिए आदर्श आचारसंहिता के लिए चर्चा की जा रही थी, दूसरी तरफ विधान परिषद सभापति के चेंबर के बाहर एक मंत्री और विधायक के बीच की तू तू मैं मैं, गुत्थम गुत्थी तक जा पहुंची। मामला इस हद तक बढ़ गया कि इन दोनों को एक दूसरे से दूर करने के लिए बाकी विधायकों को मध्यस्थता करनी पड़ी।
Advertisement
Advertisement
Advertisement