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मप्र के नौकरशाहों में जनता से जुड़नेे की नहीं है रुचि

मप्र के नौकरशाहों में जनता से जुड़नेे की नहीं है रुचि

सूबे की भाजपा सरकार के पुरजोर प्रयासों के बाद भी प्रदेश के आईएएस, आईपीएस और आईएफएस अफसर जनता से जुड़ने के लिए सोशल मीडिया का उपयोग करने से हिचक रहे हैं। अधिकारियों का आम आदमी से कोई सीधा संवाद नहीं है। जबकि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सोशल मीडिया के जरिए सरकार के कामकाज का फीडबैक ले रहे हैं। और जनता से जुड़कर लोक कल्‍याण के कार्यों में अधिक योगदान देना चाहते हैं।
शराबबंदी : नीतीश कुमार शिवराज सिंह पर एमपी में बरसे

शराबबंदी : नीतीश कुमार शिवराज सिंह पर एमपी में बरसे

शराबबंदी की राष्ट्रीय यात्रा शुरू करने के लिए बड़वानी पहुंचे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंच से ही मध्‍यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर हमला बोला। उन्‍होंने कहा मध्यप्रदेश को मद्यप्रदेश न बनने दें। शिवराज, बिहार आकर देखें कि शराबबंदी से सामाजिक-आर्थिक बदलाव कैसे होता है। नीतीश कुमार ने यात्रा का झंडा नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेत्री मेधा पाटकर को थमाया।
एमपी : सहकारिता में घालमेल रोकने के लिए लोकपाल बनाया जाएगा

एमपी : सहकारिता में घालमेल रोकने के लिए लोकपाल बनाया जाएगा

मध्‍य प्रदेश में सहकारिता में गड़बड़ियां रोकने के लिए सहकारी लोकपाल की व्यवस्था बनाई जाएगी। साथ ही विभाग में इंटरनल विजिलेंस का भी गठन होगा। यह अनियमितताओं की जांच करेगा। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सहकारिता मंथन कार्यक्रम में कही। उन्होंने खुद ही सहकारिता क्षेत्र की गड़बड़ियों के उदाहरण गिनाए। बताया कि हाउसिंग में धोखाधड़ी करने वालों पर तो मैंने स्वयं एफआईआर कराने को कहा।
भाजपा का राज : मध्‍यप्रदेश के बच्‍चे पढ़ाई में है सबसे पीछे, एनसीईआरटी की रिपोर्ट

भाजपा का राज : मध्‍यप्रदेश के बच्‍चे पढ़ाई में है सबसे पीछे, एनसीईआरटी की रिपोर्ट

मध्‍य प्रदेश में विकास की बयार बहाने का दावा करने वाले मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को इस रिपोर्ट से झटका मिल सकता है। प्रदेश सरकार सूबे में सरकारी स्कूलों में पढ़ाई का स्‍तर बेहतर करने की लगातार कोशिश कर रही है। ऐसे में एनसीईआरटी की रिपोर्ट के बाद मध्य प्रदेश सरकार के लिए परेशानी और बढ़ सकती है।
शराब बंदी आंदोलन : नीतीश अब मध्य प्रदेश में राजनीतिक दायरा बढ़ाएंगेे

शराब बंदी आंदोलन : नीतीश अब मध्य प्रदेश में राजनीतिक दायरा बढ़ाएंगेे

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब मध्‍य प्रदेश में भी राजनीतिक दायरा बढ़ाने जा रहे हैं। बिहार में बढ़ते विरोधियों के बीच नीतीश अपनी शराब बंदी नीति को आधार बनाकर अन्‍य राज्‍यों में विस्‍तार करना चाहतेे हैं। इसी के तहत वह मप्र में भी इसके लिए आंदोलन को हवा देकर जनाधार खड़ा करने की योजना बना रहे हैं। 16 सितंबर को वह मप्र की यात्रा पर आएंगे और बड़वानी जिले से 'नशा मुक्त मध्य प्रदेश यात्रा' को हरी झंडी दिखाएंगे। अक्टूबर में नीतीश और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव मप्र की यात्रा कर शराबबंदी के पक्ष में जनसभाएं करेंगे।
मध्‍य प्रदेश में शिक्षा मंत्री के क्षेत्र में झोपड़ी में चल रहे स्कूल

मध्‍य प्रदेश में शिक्षा मंत्री के क्षेत्र में झोपड़ी में चल रहे स्कूल

मध्‍य प्रदेश में छोटी सी झोपड़ी। 8-10 बल्लियों और घासफूस से बनी छत, दीवारें गायब, जमीन कच्ची। यह झोपड़ी ही पूरा प्राथमिक स्कूल है। 1 से 5 तक कक्षाएं यहां चल रही हैं। कुल 15 विद्यार्थी पढ़ते हैं। इन्हें पढ़ाने के लिए 3 शिक्षक हैं। यह स्कूल है मोरूद गांव में। यह गांव हरसूद विधानसभा क्षेत्र में आता है। प्रदेश के स्कूली शिक्षा मंत्री विजय शाह यहां के विधायक हैं। वनग्राम मोरूद में 35 परिवार हैं, 150 लोग रहते हैं। इनके बच्चों के लिए यहां 2005 में सेटेलाइट स्कूल शुरू हुआ। इसे 2008 में प्राथमिक स्कूल का दर्जा मिला।
एमपी के स्थानीय चुनावों में कांग्रेस की लगातार तीसरी जीत

एमपी के स्थानीय चुनावों में कांग्रेस की लगातार तीसरी जीत

मध्‍य प्रदेश में मैहर, मंडीदीप नगर पालिका और ईसागढ़ नगर परिषद में पूरा कब्जा, इसके बाद अलग-अलग जिलों के वार्डों के चुनाव में 12 में से 9 पर जीत और अब फिर एक और जीत कांग्रेस को मिली है। इससे कांग्रेस उत्साहित है और वह भाजपा को लगातार मात दे रही है।
एमपी के कुनबे में कलह, भाजपा के आला नेता दिल्ली तलब

एमपी के कुनबे में कलह, भाजपा के आला नेता दिल्ली तलब

मध्‍य प्रदेश में कैडरबेस माने जाने वाली भाजपा के कुनबे में लगातार बढ़ती कलह ने पार्टी के राष्ट्रीय नेताओं को भी चिंता में डाल दिया है। प्रदेश के नेताओं द्वारा अपनी ही सरकार और संगठन को लेकर दिए जा बयानों को लेकर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने प्रदेश संगठन के नेताओं को दिल्ली बुलाया।
मध्य प्रदेश कांग्रेस में भी पीके की टीम, अरुण यादव से की मुलाकात

मध्य प्रदेश कांग्रेस में भी पीके की टीम, अरुण यादव से की मुलाकात

उत्‍तर प्रदेश की तरह मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को बढ़त दिलाने के लिए प्रशांत किशोर की टीम अभी से सक्रिय हो गई है। रणनीति यह है कि प्रदेश को सात हिस्सों में विभाजित कर चुनिंदा विधानसभा सीटों पर फोकस किया जाए। यहां चुनाव 2018 में होने हैं। उत्तर प्रदेश चुनाव के मद्देनजर हुए सर्वे में मप्र की सीमावर्ती सीटों का भी सर्वे हुआ है। चुनाव के मद्देनजर संगठन में बदलाव किया जा रहा है। इसके लिए अरुण यादव फार्मूले के तहत स्थानीय नेताओं से सलाह मशविरा कर गुपचुप नियुक्तियां शुरू हो गई हैं।
भाजपा कार्यसमिति : दल बदलुओं को तरजीह, वरिष्‍ठों को कर दिया बाहर

भाजपा कार्यसमिति : दल बदलुओं को तरजीह, वरिष्‍ठों को कर दिया बाहर

मध्‍यप्रदेश भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति में पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर का नाम शामिल नहीं होने के बाद पार्टी ने सफाई देते हुए कहा कि उनका नाम टाइपिंग में मिस्‍टेक हो गया। लेकिन नंदकुमार चौहान की टीम में प्रदेश के पूर्व संगठन महामंत्रियों माखन सिंह चौहान, अरविंद मेनन और भगवतशरण माथुर को भी स्‍थान नहीं मिला है।
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