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Search Result : "महंगाई भत्‍ता"

दो साल में कई मुद्दों पर विफल रही मोदी सरकार: शिवसेना

दो साल में कई मुद्दों पर विफल रही मोदी सरकार: शिवसेना

केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के दो साल पूरे होने पर इसकी सहयोगी पार्टी शिवसेना ने सरकार को कई मुद्दों पर आड़े हाथों लेते हुए आरोप लगाया कि यह सरकार महंगाई को लगाम लगाने, सीमा पार से आतंकवाद को रोकने और इस दौरान शुरू की गई योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने में विफल रही है।
आधिकारिक रूप से बढ़ गई महंगाई

आधिकारिक रूप से बढ़ गई महंगाई

खाने पीने की चीजों की ऊंची कीमतों के कारण पिछले कई महीनों के बाद पहली बार महंगाई बढ़ गई है। खुदरा मुद्रास्फीति की दर अप्रैल महीने में बढ़कर 5.39 प्रतिशत हो गई। इसके साथ ही मुद्रास्फीति में पिछले कई महीनों से गिरावट का कम थम गया।
चर्चाः दाल खट्टी, चीनी कड़वी | आलोक मेहता

चर्चाः दाल खट्टी, चीनी कड़वी | आलोक मेहता

स्वास्‍थ्य गड़बड़ होने पर मुंह का स्वाद बदल जाता है। इसी तरह भारत में मौसम के साथ महंगाई बढ़ने पर आम आदमी के दांत खट्टे भले ही न हों, दाल खट्टी और चीनी कड़वी लगने लगती है। एक तरफ किसानों को अनाज, तिलहन और गन्ने का सही दाम नहीं मिलता और कर्ज से तंग आकर लोग आत्महत्या करते हैं, दूसरी तरफ कालाबाजारी और सूदखोर दलाल एवं व्यापारियों का एक वर्ग मनमाने ढंग से मूल्य वसूलते हैं।
दिवाली से पहले दे दनादन महंगाई की मार

दिवाली से पहले दे दनादन महंगाई की मार

शुक्रवार को केंद्र सरकार द्वारा लिए गए दो फैसलों से देश में महंगाई की आग और भड़कने वाली है। एक फैसला पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क बढ़ोतरी का है जिसके तहत केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पेट्रोल पर 1.6 रुपये और डीजल पर 40 पैसे प्रति लीटर की दर से एक्साइज ड्यूटी बढ़ा दी है।
आपूर्ति घटने से प्याज की कीमतों में फिर तेजी

आपूर्ति घटने से प्याज की कीमतों में फिर तेजी

एशिया की सबसे बड़ी प्याज मंडी महाराष्‍ट्र के लासलगांव में प्याज की कीमतों में फिर से तेजी का रख बन गया है। पुराना स्टाक खपने और इस साल खरीफ की नई फसल 25-30 प्रतिशत कम रहने की वजह से प्याज की आपूर्ति घटी है।
महाराष्‍ट्र निकला दाल जमाखोरों का गढ़, ठाणे में 125 करोड़ की दाल पकड़ी

महाराष्‍ट्र निकला दाल जमाखोरों का गढ़, ठाणे में 125 करोड़ की दाल पकड़ी

आम आदमी के निवाले से दूर होती दालों के पीछे जमाखोरी और कालाबाजारी का बड़ा खेल है। देश के कई राज्‍यों में हुई छापेमारी के दौरान अब तक महाराष्‍ट्र में सबसे ज्‍यादा दाल पकड़ी गई है।
भाजपा शासित राज्‍यों में दालों की जमकर जमाखोरी

भाजपा शासित राज्‍यों में दालों की जमकर जमाखोरी

दालों की बढ़ती कीमतों के बीच जमाखोरों और कालाबाजारी के खिलाफ राज्‍यों ने अभियान तेज कर दिया है। पिछले दो-तीन दिन के अंदर 10 राज्‍यों में छापेमारी के दौरान करीब 35 हजार टन से ज्‍यादा दाल का स्‍टॉक पकड़ा गया है। सबसे ज्‍यादा छापेमारी भाजपा शासित राज्‍यों में की गई है और यहीं दालों की सबसे ज्‍यादा मात्रा जमाखोरों से जब्‍त की गई है।
सरकारी आंकड़ों में भी 200 रुपये किलो हुई अरहर दाल

सरकारी आंकड़ों में भी 200 रुपये किलो हुई अरहर दाल

दालों की बढ़ती महंगाई के बीच आज अरहर की दाल का खुदरा भाव सरकारी आंकड़ों में भी 200 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गया है। पिछले साल इस समय अरहर की दाल 85 रुपये किलो थी। दालों की महंगाई पर अंकुश लगाने के सरकार के दावों के बावजूद अरहर की दाल के दाम बढ़ते जा रहे हैं।
दालों की महंगाई पर हरकत में सरकार, बनेगा बफर स्टॉक

दालों की महंगाई पर हरकत में सरकार, बनेगा बफर स्टॉक

सरकार ने आज कहा कि वह दलहन की कीमतों को नियंत्रित रखने के उद्देश्य से इसका बफर स्टॉक बनाने के लिए किसानों से 40,000 टन दलहन की खरीद करेगी। दलहनों की कीमतें खुदरा बाजार में इस समय 190 रपये प्रति किलो तक पहुंच गई है।
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