महिला विधायकों, सांसदों, नेत्रियों के दो दिवसीय सम्मेलन में जोरदार तालियां बजी, हंसी-खुशी दिखाई दी, राष्ट्रपति-अपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, लोकसभा अध्यक्ष सहित मंत्रियों, मुख्यमत्रियों, विशेषज्ञों के शानदार भाषण हुए। महिला सशक्तिकरण के लिए विभिन्न स्तरों पर महिला नेताओं द्वारा अपने अधिकारों के दृढ़तापूर्वक उपयोग एवं समाज में व्यापक बदलाव में अहम भूमिका निभाने की अपील की गई।
पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने आज कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार को राज्य में कारगर शासन के लिए माहौल पैदा करने की खातिर निर्णायक विश्वास बहाली के कदम उठाने चाहिए। जम्मू के सांबा जिले में पीडीपी कार्यकर्ताओं की एक सभा को संबोधित करते हुए महबूबा ने कहा कि केंद्र सरकार को जम्मू-कश्मीर तक पहुंचना है ताकि हताशा और अलगाव के अंधकारमय परिदृश्य को समाप्त किया जा सके क्योंकि सही राजनैतिक, आर्थिक और सुरक्षा चिंताएं सत्ता की राजनीति से आगे जाती हैं। महबूबा ने कहा, शांति और स्थिरता विकास और कारगर शासन के लिए पूर्व शर्त हैं।
भाजपा ने जम्मू-कश्मीर में सरकार के गठन पर अनिश्चितता के लिए अपनी सहयोगी पीडीपी के अड़ियल रूख को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि वह गठबंधन के न्यूनतम साझा कार्यक्रम के प्रति वचनबद्ध है।
जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाने का रास्ता अभी उलझता ही जा रहा है। पीडीपी ने जो शर्तें रखी हैं उसे भाजपा मानने को तैयार नहीं है। जिसे लेकर माना जा रहा है कि दोनों गठबंधन के बीच मनमुटाव बढ़ सकता है।
महिलाओं की जिंदगी में सोलहवां साल बहुत ही खास होता है उसी तरह इस सहस्राब्दी का यह सोलहवां साल भी बहुत खास है। सेना से लेकर हर जगह पर महिला सशक्तिकरण की बात हो रही है। उत्तर से लेकर दक्षिण तक और कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक महिला नेत्रियों की ताकत लगातार बढ़ रही है।
जम्मू कश्मीर में सरकार बनाने को लेकर जारी गतिरोध पर प्रतिक्रिया देते हुए नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती से कहा है कि वह देर नहीं करें और अगर मुख्यमंत्री के तौर पर जिम्मेदारी लेने में अक्षम हैं या अनिच्छुक हैं तो उन्हें राज्य में फिर से चुनाव कराने के लिए सिफारिश करनी चाहिए। गौरतलब है कि पीडीपी और भाजपा में सरकार के गठन को लेकर जारी गतिरोध को 12 दिन हो गए हैं।
जम्मू कश्मीर की नई मुख्यमंत्री के तौर पर महबूबा मुफ्ती के नाम पर जाहिर तौर पर सहमित है, साथ ही कांग्रेस-एनसीपी की मदद से उनके सरकार बनाने के कयास भी घाटी के राजनीतिक माहौल को गरमाए हुए हैं
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के आवास पर जाकर उनके पिता और जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद के निधन पर शोक व्यक्त किया।
जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद के निधन के बाद राज्य में नई सरकार के गठन को लेकर पीडीपी और भाजपा ने दोनों के बीच मतभेदों या नई शर्तों की अटकलों को खारिज कर दिया। दोनों ही दलों के नेताओं ने कहा कि उनके बीच कोई मतभेद नहीं है लेकिन सरकार बनाने मे दोनों कोई जल्दबाजी नहीं करना चाहते हैं। वहीं राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सईद के निधन के दो दिनों के बाद भी राज्य में नई सरकार का गठन नहीं होने पर सवाल उठाया है।