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शी टीम्स की कड़ी नजर से महिला विरोधी अपराध में आई 20 फीसद की कमी

शी टीम्स की कड़ी नजर से महिला विरोधी अपराध में आई 20 फीसद की कमी

शी टीम्स की पैनी नजर के कारण हैदराबाद में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में लगभग 20 प्रतिशत की कमी आई है। शी टीम्स में आम तौर पर महिलाएं हैं और इसका गठन वर्ष 2014 में उन लोगों पर नजर रखने के लिए किया गया है, जो महिलाओं का उत्पीड़न करते हैं।
बिहार: सुशासन की सरकार में महिला इंजिनियर की जिंदा जलाकर हत्या

बिहार: सुशासन की सरकार में महिला इंजिनियर की जिंदा जलाकर हत्या

एक दिल दहला देने वाली घटना में बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में एक महिला इंजिनियर की जलाकर हत्या का मामला सामने आया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और फिलहाल एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है।
आईपीएस आईएएस के समान चाहते हैं वेतन

आईपीएस आईएएस के समान चाहते हैं वेतन

आईपीएस अधिकारियों के संघ नेे आईएएएस अधिकारियों के साथ वेतन तथा करियर में मिलने वाले अन्य लाभों में समानता की मांग की। आईपीएस अधिकारी संघ ने उनके वैध अधिकारों के मिलने में हो रही देरी में आईएएएस अधिकारियों की भूमिका की ओर संकेत किया।
हाजी अली दरगाह प्रबंधन तैयार, महिलाओं को मिली प्रवेश की मंजूरी

हाजी अली दरगाह प्रबंधन तैयार, महिलाओं को मिली प्रवेश की मंजूरी

हाजी अली दरगाह ट्रस्ट ने आज उच्चतम न्यायालय को बताया है कि पुरूषों की ही तरह महिलाओं को भी मुंबई स्थित हाजी अली दरगाह के मुख्य स्थान पर प्रवेश दिया जाएगा। इसके साथ ही ट्रस्ट ने जरूरी अवसंरचनात्मक बदलाव करने के लिए चार सप्ताह का समय मांगा है।
दहेज उत्पीड़न  : बंगाल का रिकार्ड सबसे ज्‍यादा खराब

दहेज उत्पीड़न : बंगाल का रिकार्ड सबसे ज्‍यादा खराब

बंगाल के लोग सभ्‍य और समझदार माने जाते हैं। बंगाल जहां के राजा राम मोहन राय ने विधवा विवाह की शुरुआत की थी। बंगाल ने समाज में सती प्रथा को समाप्त करने के लिए अग्रणी भूमिका निभायी थी। आज उसी बंगाल में महिलाएं खुद को असुरक्षित महसूस कर रही हैं। एक समय दहेज प्रथा व महिला के सम्मान के लिए विश्व में आवाज उठाने वाला बंगाल आज खुद दहेज प्रथा की चपेट में है। यह हम नहीं कह रहे बल्कि नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी ) की रिपोर्ट का दावा है।
ट्रंप का साथ जारी रखने के मुद्दे पर बंटी रिपब्लिकन पार्टी

ट्रंप का साथ जारी रखने के मुद्दे पर बंटी रिपब्लिकन पार्टी

राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के महिलाओं के खिलाफ बेहद अपमानजनक टिप्पणियों वाले ऑडियो एवं वीडियोटेप सामने आने के बाद रिपब्लिकन पार्टी ट्रंप का साथ देने के मुद्दे पर बुरी तरह बंटी नजर आ रही है।
महिला, मुस्लिम और ई मेल पर टिकी दूसरी बहस जीतीं हिलेरी

महिला, मुस्लिम और ई मेल पर टिकी दूसरी बहस जीतीं हिलेरी

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की दूसरी प्रेसिडेंशियल बहस में डेमोक्रेट उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन ने अपने रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप को बड़े अंतर से पीछे छोड़ दिया है। महिलाओं के खिलाफ बयान वाले अपने करीब एक दशक पुराने वीडियो के सामने आने के कारण बैकफुट पर चल रहे ट्रंप को हिलेरी ने महिलाओं और मुस्लिमों को लेकर उनकी सोच पर घेरा जबकि ट्रंप ने हिलेरी के ईमेल वाले मामले को फिर से जोरदार तरीके से उठाया। बहस के बाद अमेरिकी समाचार चैनल सीएनएन के एक सर्वेक्षण में दावा किया किया गया कि हिलेरी क्लिंटन राष्ट्रपति पद की इस दूसरी बहस में स्पष्ट विजेता रहीं। वैसे रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप का प्रदर्शन अपेक्षा से अधिक रहा।
बिखर रहा है रिपब्लिकन चुनाव अभियान, लेकिन ट्रंप अब भी अडिग

बिखर रहा है रिपब्लिकन चुनाव अभियान, लेकिन ट्रंप अब भी अडिग

महिला विरोधी अश्लील टिप्पणियों के उजागर होने के बाद रिपब्लिकन पार्टी के अनेक शीर्ष नेताओं ने राष्ट्रपति पद के पार्टी उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप से किनारा कर लिया है जिससे ट्रंप की चुनावी मुहिम ताश के पत्ते की तरह बिखरती जा रही है। इस सबके बावजूद विवादित अरबपति ट्रंप चुनावी दौड़ से हटने से इनकार कर रहे हैं।
पार्टी जो बोलेगी वह करूंगी – स्वाति सिंह

पार्टी जो बोलेगी वह करूंगी – स्वाति सिंह

स्वाति सिंह उत्तर प्रदेश महिला मोर्चे की अध्यक्ष बन गई हैं। या यूं कहें बना दी गई हैं। पिछले दिनों उन्होंने जिस तरह से स्त्री अस्मिता की बात कह कर बसपा सुप्रीमो मायावती को बैक फुट ले आईं वह काबिले तारीफ था। नई अध्यक्ष ने आउटलुक हिंदी से बात की और साझा की उनकी योजनाएं।
मप्र: आंकड़ों में घिरी भाजपा सरकार, करोड़ों को पोषाहार देने का दावा सवालों में

मप्र: आंकड़ों में घिरी भाजपा सरकार, करोड़ों को पोषाहार देने का दावा सवालों में

मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार ने अपने ही आंकड़ों से अपने लिए बवाल खड़ा कर दिया। मामला पोषाहार बजट का है। सरकार ने बजट ज्यादा दिखाने के लिए आंकड़ों में एक करोड़ से भी ज्यादा बच्चों को पोषाहार बांटने का दावा किया है। लेकिन यह आंकड़ा खुद सरकार के लिए ही मुसीबत खड़ी करने वाला है।
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