जम्मू और कश्मीर की बागडोर जल्द ही महबूबा मुफ्ती संभाल सकती हैं। मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद ने भी बेटी महबूबा के राज्य की कमान संभालने की बातों को खारिज नहीं किया है।
सामाजिक ताना-बाना समझना किसी के लिए भी आसान नहीं है। इस जटिलता को भी असगर वजाहत ने बहुत अच्छी तरह न सिर्फ समझा बल्कि उसे बयान करने का शिल्प भी कमाल का है। यह शब्द जाने-माने साहित्यकार सर्वेश्वर दयाल सक्सेना के हैं, जो उन्होंने असगर वजाहत की कहानियों को पढ़ने के बाद कहे थे।
मोहम्मद अखलाक का परिवार फिलहाल गांव में ही रहेगा। वह कहीं नहीं जाएगा। बीते दिनों गांव बिसाहड़ा में गोमांस की अफवाह के चलते हिंदू चरमपंथियों ने अखलाक को पीट-पीट कर कत्ल कर दिया था।
दंगों के फार्मूला में अफवाहें सबसे तेज दौड़ती हैं। मुजफ्फरनंगर दंगों में भी ऐसा ही हुआ था। दादरी में गोमांस खाने की अफवाह के चलते कत्ल हुए अखलाक वाले मसले पर भी यही हो रहा है। अखलाक को उन्हीं के पड़ोसियों ने बेरहमी से कत्ल कर दिया। एसएसई परीक्षा की तैयारी कर रहे उनके बेटे दानिश को जख्मी कर दिया। नोएडा के कैलाश अस्पताल में दानिश की हालत बहुत अच्छी नहीं है। भाई सरताज दिन-रात दौड़-धूप में लगे हैं। अखलाक तो चला गया लेकिन गंभीर मसला यह है कि फिलहाल दादरी तरह-तरह की तैर रही अफवाहों की चपेट में है। अफवाहों का ऐसा बारूद जिन्हें सिर्फ तीली दिखाने की जरूरत है।
दिल्ली से सटे दादरी (उत्तर प्रदेश) में गोमांस खाने के संदेह में अखलाक अहमद नामक व्यक्ति को पीट-पीट कर मार डाला गया। जबकि उनका बेटा अस्पताल में भर्ती है। यह घटना दादरी के बिसराड़ा गांव की है, जहां अफवाह फैली कि गांव में अखलाक का परिवार गोमांस खाता है।
न्यूजीलैंड दौरे के लिए भारतीय हॉकी टीम का एलान कर दिया गया है। अनुभवी मिडफील्डर दानिश मुज्तबा को इसमें जगह नहीं मिली है जबकि धर्मवीर सिंह, मनप्रीत सिंह और निक्किन थिमैया की भी इस टेस्ट दौरे के लिए वापसी हुई है।
क्रिकेट कूटनीति में दाल नहीं गलती देख अब पाकिस्तान ने भारतीय हॉकी लीग में भागीदारी का प्रस्ताव हॉकी इंडिया के समक्ष रखा है। पाकिस्तान हॉकी फेडरेशन (पीएचएफ) ने हॉकी इंडिया से गतिरोध खत्म करने के लिए बातचीत का प्रस्ताव रखा है। पिछले साल चैंपियंस ट्रॉफी में पाकिस्तानी खिलाड़ियों के दुर्व्यवहार के कारण बेशुमार दौलत वाले इंडियन लीग में उनके खिलाड़ियों की हिस्सेदारी प्रतिबंधित कर दी गई थी।
भोपाल के वनमाली सृजनपीठ ने हरि भटनागर के नए उपन्यास एक थी मैना एक था कुम्हार पर समीक्षा संगोष्ठी आजोजित की। इस अवसर पर वरिष्ठ कथाकार-नाटककार असगर वजाहत ने अपने विचार व्यक्त किए।
भारत एक गरीब देश है जैसे निबंध रटने वाले बच्चों को अब यह बताना होगा कि भारत गरीब नहीं रह गया है। कारण? बॉलीवुड पर नजर डाल लें तो पता चलेगा कि भारत में इतना अनाप-शनाप पैसा हो गया है कि ‘ऑल इज वेल’ जैसी फिल्म बनाई जा सकती है।