रघुराम राजन ने अपनी किताब 'I Do What I Do: On Reforms Rhetoric and Resolve' में नोटबंदी से जुड़ी कई बातों का भी उल्लेख किया है। किताब में राजन ने लिखा है कि उनके कार्यकाल के दौरान कभी भी आरबीआई ने नोटबंदी पर फैसला नहीं लिया था।
बॉलीवुड के खिलाड़ी अक्षय कुमार और क्रिकेटर गौतम गंभीर के बाद अब विवेक ओबेरॉय ने भी शहीद जवानों के परिवारों की मदद करने के की दिशा में कदम बढ़ाया है। विवेक ने सुकमा में शहीद हुए जवानों के परिवारों को महाराष्ट्र के ठाणे में 25 फ्लैट्स देने की घोषणा की है।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने स्पष्ट किया है कि सरकार की कृषि आय पर कर लगाने की योजना नहीं है और न ही उसका अमीर किसानों पर किसी तरह का कर लगाने का इरादा है। वित्त मंत्री ने कहा कि विरले ही किसान धनी हैं। जेटली ने पीटीआई-भाषा से साक्षात्कार में कहा कि कृषि क्षेत्र मुश्किल में है और कृषि आय पर कर लगाने का सवाल ही नहीं पैदा होता।
पटियाला हाउस कोर्ट ने आज फर्जी पासपोर्ट मामले में अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन और 3 अन्य को सात साल कैद की सजा सुनाई है। साथ ही, कोर्ट ने उन पर 15 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है। इससे पहले, सोमवार को स्पेशल सीबीआई जज विरेंदर कुमार गोयल ने छोटा राजन को दोषी ठहराया था।
कुख्यात गैंगस्टर छोटा राजन को नकली पासपोर्ट मामले में दोषी करार दिया गया। दिल्ली में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की विशेष अदालत ने यह अपराध तय किए हैं। जिसकी सजा पर मंगलवार को जिरह होगी। सीबीआई के विशेष न्यायाधीश विनोद कुमार की अदालत में मंगलवार को इस मामले में छोटा राजन और तीन अन्य की सजा पर जिरह होगी।
ट्रंप प्रशासन ने ओबामा प्रशासन द्वारा नियुक्त किए गए भारतीय-अमेरिकी सर्जन जनरल विवेक मूर्ति को पद छोड़ने के लिए कहा है ताकि मौजूदा सरकार की पसंद के व्यक्ति को इस पद पर बैठाया जा सके।
सोमवार से मुरैना में मध्यप्रदेश का अब तक का सबसे बड़ा चिकित्सा महाकुंभ प्रारंभ हो गया। परेड ग्राउण्ड में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री रूस्तम सिंह के मुख्य आतिथ्य, क्षेत्रीय सांसद एवं आयोजन समिति के अध्यक्ष अनूप मिश्रा की अध्यक्षता में आयोजित भव्य गरिमापूर्ण समारोह में रोटरी मेडिकल मिशन राहत-2017 का विधिवत शुभारंभ हुआ।
प्रतिष्ठित फोर्ब्स पत्रिका की 2017 की सुपर अचीवर्स की सूची में भारतीय मूल के 30 नवोन्मेषक और उद्यमियों ने स्थान बनाया है। ये वे लोग हैं जिनकी उम्र 30 वर्ष से कम है और विश्व एवं यथास्थिति को बदलने में यकीन रखते हैं।
विवेक मिश्र को साहित्यिक पत्रिका हंस में प्रकाशित उनकी कहानी ‘और गिलहरियां बैठ गईं’ के लिए अठारहवें रमाकांत स्मृति कहानी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।