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अखिलेश ने कहा अनुशासन में रहे युवा

अखिलेश ने कहा अनुशासन में रहे युवा

उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सपा का प्रदेश अध्यक्ष बनाने के लिए युवा समर्थकों के प्रदर्शन का समर्थन नहीं किया है। अखिलेश ने कहा कि युवा अनुशासन में रहे और पार्टी का जो फैसला है उसे माने।
अखिलेश और शिवपाल के समर्थक कर रहे शक्ति प्रदर्शन

अखिलेश और शिवपाल के समर्थक कर रहे शक्ति प्रदर्शन

उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव के परिवार की लड़ाई अब सड़क पर आ गई है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और सपा के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव के समर्थक अब आपस में शक्ति प्रदर्शन कर रहे हैं। लखनऊ में सपा मुख्यालय पर दोनों ही गुटों के समर्थक अपने-अपने नेता के पक्ष में नारेबाजी कर रहे हैं।
अपनों की असहमति को सलाम। आलोक मेहता

अपनों की असहमति को सलाम। आलोक मेहता

आप इस शीर्षक से असहमत हो सकते हैं। इसे शिरोधार्य करना हमारा भी कर्तव्य है। सामान्यतः मीडिया असहमतियों को विद्रोह, धमाके, टूट, बिखराव, टकराव की तरह पेश करता है। इसकी वजह यही है कि धीरे-धीरे समाज में असहमतियों को विरोध की तरह अनुचित माना जाने लगा है। महात्मा गांधी या अब्राहम लिंकन, जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी (आपातकाल के अपवाद को छोड़कर), अटल बिहारी वाजपेयी जैसे नेताओं ने यदि असहमतियों, अपनों की कड़वी खरी-खोटी नहीं सुनी होती तो, राजनीतिक दलों या लोकतांत्रिक सरकारों में संभवतः कई महत्वपूर्ण फैसले ही नहीं हो पाते।
मुलायम ने संभाली कमान  कहा,  परिवार में कोई मतभेद नहीं

मुलायम ने संभाली कमान कहा, परिवार में कोई मतभेद नहीं

परिवार में मचे घमासान के बीच सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने डैमेज कंटोल की कमान सम्भालते हुए आज कहा कि उनके परिवार में कोई मतभेद नहीं है और उनके रहते पार्टी में कोई फूट नहीं पड़ सकती। मुलायम ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का फैसला पलटते हुए भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरने के बाद बर्खास्त किये गये खनन मंत्री के खिलाफ हुई कार्रवाई वापस लेने का एेलान करते हुए विश्वास जताया कि अखिलेश उनकी बात को नहीं काटेंगे।
शिवपाल ने कहा कि सपा को मजबूत करेंगे

शिवपाल ने कहा कि सपा को मजबूत करेंगे

समाजवादी पार्टी में चल रहे अंदरुनी कलह के बीच प्रदेश सरकार में मंत्री और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने वाले शिवपाल यादव ने कहा कि हम नेता जी के साथ है। हालांकि शिवपाल का इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया।
पीएम के जन्मदिन को 'सेवा दिवस' के रूप में मनाएगी भाजपा

पीएम के जन्मदिन को 'सेवा दिवस' के रूप में मनाएगी भाजपा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन 17 सितंबर को भाजपा सेवा दिवस के रूप में मनाएगी। इसके लिए देशभर में पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं को इस दिन अपने-अपने इलाके में समाज सेवा से जुड़े काम करने का निर्देश दिया गया है। खुद प्रधानमंत्री ने इस बार अपना जन्मदिन गुजरात में मनाने का फैसला किया है, जहां वे अपनी मां का आर्शीवाद लेने के साथ ही आदिवासी इलाकों में जाएंगे और लगभग 10 हजार दिव्यागों को उपयोगी उपकरण बांटेंगे।
करनाल के भाजपा सांसद बोले, पंजाब में पार्टी को अकाली दल लेे डूबेगा

करनाल के भाजपा सांसद बोले, पंजाब में पार्टी को अकाली दल लेे डूबेगा

हरियाणा में करनाल से भाजपा सांसद अश्विनी चोपड़ा ने भाजपा को आगाह करने वाला बयान दिया है। उन्‍होंने साफ कहा है कि पंजाब में भाजपा की हालत पतली है। पार्टी को व़हां अकाली दल से गठबंधन का खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
रामगोपाल ने किया अखिलेश का बचाव कहा अध्यक्ष पद से हटाना गलत

रामगोपाल ने किया अखिलेश का बचाव कहा अध्यक्ष पद से हटाना गलत

समाजवादी पार्टी में चल रहे घमासान के बीच पार्टी के महासचिव रामगोपाल यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को अध्यक्ष पद से हटाना गलत था। उन्होने कहा कि अखिलेश से अध्यक्ष पद का इस्तीफा मांगा जाता तो वे खुशी-खुशी दे देते और इतनी चर्चा नहीं होती।
उत्तर प्रदेश: बहुत पहले पड़ गए थे मुलायम परिवार में दरार के बीज

उत्तर प्रदेश: बहुत पहले पड़ गए थे मुलायम परिवार में दरार के बीज

समाजवादी पार्टी में शिवपाल यादव और भतीजे अखिलेश यादव के बीच की ताजा जंग का ठीकरा बेशक दो मंत्रियों की बर्खास्तगी या मुख्य सचिव को हटाए जाने पर फूट रहा हो मगर सच्चाई यह है कि विवाद केवल इतना भर नहीं है बल्कि उसकी जड़ें बेहद गहरी हैं। इस विवाद का बीज उस दिन ही पड़ गया था जब विधानसभा चुनावों से ऐन पहले अखिलेश से चर्चा के बिना ही बाहुबली डीपी यादव को सपा में शामिल कराने को हरी झंडी दी गई थी। इस पर प्रदेश पार्टी के मुखिया अखिलेश ने डीपी यादव को न लेने का एलान कर पहली बार चाचा शिवपाल को अपनी ताकत का एहसास कराया।
डिजिटिल इंडिया में हिन्दी समाज

डिजिटिल इंडिया में हिन्दी समाज

हिन्दी उत्सव- हिन्दी दिवस- पखवाड़ा। राष्ट्रभाषा की गौरव गाथा और जयकार। संयुक्त राष्ट्र में हिन्दी की मान्यता के लिए प्रधानमंत्रियों द्वारा सौ-सौ करोड़ तक खर्च की घोषणाएं। दुनिया के 130 विश्वविद्यालयों में हिन्दी भाषा की पढ़ाई की व्यवस्था। बॉलीवुड से दक्षिण भारत ही नहीं यूरोप, अमेरिका, एशिया ही नहीं अफ्रीका में भी हिन्दी फिल्मों और गानों की गूंज। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, पहले जनसंघ और फिर भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेताओं द्वारा राष्ट्रभाषा हिन्दी को सही गौरवपूर्ण स्थान दिलाने के संकल्प, संघर्ष, वायदे और एक हद तक उपलब्धियां भी। लेकिन असलियत में भारत की तरक्की के साथ हिन्दी को समुचित महत्व कहां मिल पाया है?
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