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जीएसटी पर मोदी सरकार को स्वामी की नसीहत, कहा- अभी लागू करना हो सकता है खतरनाक

जीएसटी पर मोदी सरकार को स्वामी की नसीहत, कहा- अभी लागू करना हो सकता है खतरनाक

राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने गुड्स ऐंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) को लेकर मोदी सरकार को नसीहत दी है। स्वामी ने इसकी तुलना वॉटरलू के युद्ध से की है। उन्होंने मोदी सरकार को आगाह करते हुए कहा कि अभी के आर्थिक हालात को देखते हुए जीएसटी लागू करना खतरनाक साबित हो सकता है।
विश्व तंबाकू निषेध दिवसः फिक्र के साथ धुएं में जिंदगी भी उड़ती है

विश्व तंबाकू निषेध दिवसः फिक्र के साथ धुएं में जिंदगी भी उड़ती है

हर फिक्र को धुएं में उड़ाने वाले जानते हैं कि धूम्रपान खतरनाक होता है, समस्याओं को हथेली पर तंबाकू के साथ रगड़ने वाले जानते हैं कि इसके सेवन से कष्टप्रद मौत मिलती है। फिर भी इसे तंबाकू सेवन करने वालों की कमी नहीं है। मई की 31 तारीख विश्व तंबाकू निषेध दिवस के रूप में मनाई जाती है। जागरूकता की हर कोशिश के बाद भी हर दिन धूम्रपान या अन्य तंबाकू उत्पाद के प्रयोग के कारण हर दिन तीस हजार से ज्यादा लोग दम तोड़ देते हैं।
नेशनल हेराल्ड मामला: यंग इंडिया को राहत देने से अदालत का इनकार

नेशनल हेराल्ड मामला: यंग इंडिया को राहत देने से अदालत का इनकार

दिल्ली उच्च न्यायालय ने नेशनल हेराल्ड मामले में यंग इंडिया लिमिटेड के खिलाफ आयकर की कार्यवाही पर रोक लगाने से आज इनकार कर दिया।
राम मंदिर पर स्वामी ने कहा, विरोधियों से अपील नहीं, बल्कि होश में आने को कहूंगा

राम मंदिर पर स्वामी ने कहा, विरोधियों से अपील नहीं, बल्कि होश में आने को कहूंगा

भाजपा के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने राम मंदिर को लेकर फिर एक बयान दिया है। स्वामी ने कहा, “मैं राम मंदिर मुद्दे के विरोधी पक्ष से अब अपील नहीं करूंगा, बल्कि ये कहूंगा कि होश में आओ।“
विश्व अस्थमा दिवस: जानिए, पुरुषों से ज्‍यादा महिलाओं को क्‍यों होता है यह रोग

विश्व अस्थमा दिवस: जानिए, पुरुषों से ज्‍यादा महिलाओं को क्‍यों होता है यह रोग

आधुनिक युग में जीवन शैली में बदलाव के बाद कई तरह के रोग मनुष्‍यों में देखे जा रहे हैं। इन्‍हीं में अस्‍थमा एक ऐसा रोग है जो पुरुषों की बजाए महिलाओं को ज्‍यादा परेशान करता है।
खोखले साबित हुए दावे, नहीं घटा सबसे भारी महिला का वजन

खोखले साबित हुए दावे, नहीं घटा सबसे भारी महिला का वजन

दुनिया की सबसे वजनी महिला इमान अहमद की बहन सायमा सेलिम ने डॉक्टर पर आरोप लगाया है कि उनकी बहन का ठीक से इलाज नहीं किया गया। गौरतलब है कि वजन घटाने और इलाज कराने के उद्देश्य से वे अपनी बहन को मिस्र से भारत लेकर आई हैं।
उम्र 101 साल, नाम मन कौर, जीता फर्राटा दौड़ में स्वर्ण

उम्र 101 साल, नाम मन कौर, जीता फर्राटा दौड़ में स्वर्ण

भारत की 101 साल की धाविका मन कौर ने उम्र को धता बताकर सोमवार को आकलैंड में विश्व मास्टर्स खेलों में 100 मीटर की फर्राटा दौड़ का स्वर्ण पदक जीता। यह उनके करियर का कुल 17वां स्वर्ण पदक है।
भारत ने महिला हाकी विश्व लीग का दूसरा दौर जीता

भारत ने महिला हाकी विश्व लीग का दूसरा दौर जीता

भारत ने वेस्ट वैंकुवर में चिली को रोमांचक फाइनल मुकाबले में शूटआउट में हराकर महिला हाकी विश्व लीग के दूसरे दौर में जीत दर्ज की और विश्व लीग सेमीफाइनल के लिये क्वालीफाई किया।
‘गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा मुहैया करवाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही सरकार’

‘गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा मुहैया करवाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही सरकार’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर कहा कि उनकी सरकार गुणवत्तापूर्ण एवं किफायती स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध करवाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही।
विश्व स्वास्थ्य दिवस पर विशेष - मलावी की रंजकहीनता विकास को एक चुनौती

विश्व स्वास्थ्य दिवस पर विशेष - मलावी की रंजकहीनता विकास को एक चुनौती

विश्व स्वास्थ्य संगठन 7 अप्रैल को ‘विश्व स्वास्थ्य दिवस’ मनाता है। ‘विश्व स्वास्थ्य दिवस’ के मौके पर अगर हम विभिन्न देशों के विकास, रहन-सहन और सेहत पर कोई टिप्पणी करें तो उसमें हमें मलावी की रंजकहीनता पर जरुर कुछ जानने की जरुरत है। कैसे यह देश रंजकहीनता की त्रासदी झेल रहा है। विकास के ढेकेदार आधुनिकता के लाख दावे कर लें पर अभी भी इस जहां में कितने लोग ऐसे हैं जो एक सामान्य जीवन को पाने को तरस रहे हैं। पिछले कई सालों में देश-विदेश हर जगह कई ऐसी बीमारियों के बारे में सुनने को मिला, जिसका नाम हमने पहले कभी नहीं सुना था जैसे इबोला, चिकनगुनिया, बर्ड फ्लू और स्वाइन फ्लू आदि। इन बीमारियों ने देश-विदेश हर जगह लोगों के बीच अपना पांव पसार लिया है। इन बीमारियों से ग्रसित लोगों की परेशानियों और मृत्यु दर के आंकड़ों को देखकर यह अनुमान लगाया गया कि ये रोग कितने घातक साबित हो रहे हैं। ऐसी बीमारियों से पीड़ित लोग इनके बारे में पूरी जानकारी न होने के कारण या फिर गलत इलाज होने के कारण अपनी जान गंवा बैठते हैं। ऐसा कहा जाना गलत न होगा कि कुछ देशों की खुशहाली पूरे दुनिया की रौनक नहीं कही जा सकती। आज भी कहीं-कहीं मानव समाज में गरीबी, भूख, कुपोषण का घनघोर अंधेरा व्याप्त है। इसी बानगी में आप मलावी की रंजकहीनता को जानेंगे तो आपको निराशा होगी।
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