जनता दल यूनाइटेड ने बिहार प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह को फिर निर्वाचित किया है। राज्यसभा सदस्य सिंह के खिलाफ किसी ने नामांकन नहीं किया था और वे दूसरी बार अध्यक्ष निर्वाचित हुए हैं।
बचपन सभी का सुनहरा होता है। इसी बचपन की यादों का पिटारा जब शब्दों में सहेज लिया जाता है तो किताब बन जाता है। ऐसी ही एक किताब है आर के नारायण की। उनके बचपन के संस्मरणों पर आधारित इस किताब का नाम है, मेरी जीवन गाथा।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) का मानना है कि वर्ष 1947 में आजादी मिलने के साथ भारत का जो विभाजन हुआ वह एक ऐतिहासिक भूल था। संघ का मानना है कि आने वाले समय में बहुत जल्द ही अखंड भारत बनेगा।
विप्रो के चेयरमैन अजीम प्रेमजी और एचसीएल के सह-संस्थापक शिव नाडार भारत के ऐसे दो अरबपति हैं जो फोर्ब्स के प्रौद्योगिकी क्षेत्र के 100 सबसे अमीर लोगों की सूची में शामिल हैं और उन्होंने गूगल प्रमुख एरिख श्मिट और उबर के मुख्य कार्यकारी टैविस कैलानिक से पहले शीर्ष 20 उद्योगपतियों में जगह बनाई है। प्रौद्योगिक क्षेत्र के इन 100 सबसे अमीर उद्योगपयितों की सूची में शीर्ष स्थान पर माइक्रोसाफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स हैं जिनके पास अनुमानित संपत्ति 78 अरब डाॅॅलर है।
पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी. नारायण सामी ने कहा कि उनके मंत्रिमंडल और उपराज्यपाल के बीच किसी प्रकार का मतभेद नहीं है। सामी का बयान ऐसे समय आया है जब राज्य में इस बात को लेकर लगातार चर्चा हो रही है कि उपराज्यपाल से मतभेद है।
भारत के तीन सदस्यीय मुक्केबाजी दल को शनिवार से यहां शुरू हो रही ओलंपिक की इस स्पर्धा में कड़ी चुनौती मिलेगी लेकिन उनका इरादा भारत में लंबे समय से चली आ रही प्रशासनिक अस्थिरता से त्रस्त हो चुके खेल का पुनरोत्थान करना है। शिव थापा (56 किलो), मनोज कुमार (64 किलो) और विकास कृष्ण (75 किलो) ओलंपिक की मुक्केबाजी स्पर्धा में भारतीय चुनौती पेश करेंगे।
ओलंपिक में पदार्पण के चार साल बाद भी भारत के ओलंपिक दल के सबसे युवा मुक्केबाज 22 बरस के शिव थापा को रियो में अपने बेहतर दमखम, स्टेमिना और परिपक्वता के आधार पर पदक जीतने की उम्मीद है।
केंद्र में सत्ताशीन भारतीय जनता पार्टी और विपक्ष के नेताओं के बीच तनाव और कड़वाहट की खबरें मीडिया में आए दिन सुर्खियां बनती रहती हैं। लेकिन कभी-कभार ऐसे मौके दिख जाते हैं, जब राजनीतिक नेता निजी संबंधों को अहमियत देने की परंपरा निभाते नजर आते हैं। हाल में दिल्ली में कुछ ऐसे राजनीतिक आयोजन हुए, जिनमें कट्टर विरोधी एक-दूसरे से हंसते-बोलते दिखे। शुरुआत बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने की, जो दो दिनों के लिए दिल्ली दौरे पर आए और केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह एवं केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्री रविशंकर प्रसाद समेत तमाम राजनीतिक दलों के नेताओं से बाहें खोलकर मिले-बतियाए।
आपातकाल के दौरान गिरफ्तारी से बचने के लिए जार्ज फर्नांडिस को पगड़ी पहन और दाढ़ी रख कर सिख का भेष धारण करना पड़ा था जबकि गिरफ्तारी के बाद वह तिहाड़ जेल में कैदियों को गीता के श्लोक सुनाते थे। फर्नांडिस के साथ जेल में रहे 76 साल के विजय नारायण ने पुरानी यादें ताजा करते हुए पीटीआई-भाषा को बताया, पुलिस हमें ढूंढ रही थी। हम न सिर्फ छिप रहे थे, बल्कि अपना काम भी कर रहे थे। गिरफ्तारी से बचने के लिए जार्ज ने पगड़ी और दाढ़ी के साथ एक सिख का भेष धारण किया था। उन्होंने बाल बढ़ा लिए थे। वह मशहूर लेखक के नाम पर खुद को खुशवंत सिंह कहा करते थे।