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समीक्षा – टनकपुर का कानून

समीक्षा – टनकपुर का कानून

पत्रकार से फिल्म निर्देशक बने विनोद कापड़ी की पहली फिल्म मिस टनकपुर हाजिर हो बॉक्स ऑफिस के कमाई के रिकॉर्ड तोड़ पाएगी या नहीं यह तो वक्त बताएगा, लेकिन अपनी पहली ही फिल्म में विनोद कापड़ी ने बता दिया है कि यह एक जरूरी फिल्म है।
इमरजेंसी के अहम किरदार और उनकी भूमिकाएं

इमरजेंसी के अहम किरदार और उनकी भूमिकाएं

40 साल पहले आपातकाल के रूप में हुई लोकतंत्र की हत्‍या के लिए अक्‍सर तत्‍कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और उनके पुत्र संजय गांधी के नाम ही सामने आते हैं। लेकिन इन दोनों के अलावा भी कई अहम किरदार आपातकाल में अहम भूमिका निभा रहे थे।
शिवसेना कल मनाएगी 50वीं वर्षगांठ

शिवसेना कल मनाएगी 50वीं वर्षगांठ

मराठी मानुष की राजनीत‌ि करने वाली शिवसेना कल अपनी 50वीं वर्षगांठ मनाने जा रही है। वर्ष 1966 में बाल ठाकरे की सोच और बुलंद इरादों के साथ अस्तित्व में आई शिवसेना आज महाराष्ट्र की राजनीति में एक बड़ी ताकत है।
मोदी-केजरीवाल में लड़ी जा रही बिहार की भी लड़ाई

मोदी-केजरीवाल में लड़ी जा रही बिहार की भी लड़ाई

दिल्ली भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में बिहार के छह पुलिस अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति पर लगातार जारी रस्साकशी से जाहिर होता है कि लड़ाई सिर्फ केंद्र और दिल्ली सरकार की नहीं है बल्कि भारतीय जनता पार्टी बनाम क्षेत्रीय दलों के बीच संघीय ढांचे को लेकर यह एक व्यापक टकराव में बदल रही है।
हरियाणवी बाउंसरों से परहेज करें राहुल

हरियाणवी बाउंसरों से परहेज करें राहुल

राहुल गांधी की सक्रियता ने भारतीय राजनीति का मौसम तो गर्म कर ही दिया है। अचानक राहुल गांधी विपक्ष के नेता की भूमिका में नजर आने लगे हैं। आजकल राहुल गांधी की भाषण शैली में आक्रामकता है, सरकार पर हमले कर रहे हैं। कांग्रेस भी और कांग्रेसी भी आशान्वित हो उठे हैं कि पार्टी फिर खड़ी हो उठेगी। प्रश्न ये है क्या, राहुल गांधी के सक्रिय हो जाने मात्र से पार्टी हाशिये से बाहर निकल पायेगी?
समीक्षा गब्बर इज बैक

समीक्षा गब्बर इज बैक

अब तो कालिया को पूछना पड़ेगा, ‘तेरा क्या होगा गब्बर?’ पूरी फिल्म देखते हुए लगता है हीरो का नाम गब्बर सिर्फ इसलिए है कि शोले के कुछ कालजयी संवादों को दोबारा कहा जा सके। यह अलग बात है कि यहां गब्बर खलनायक नहीं नायक है
गजेंद्र फांसी में कुमार विश्वास को नापने की तैयारी ?

गजेंद्र फांसी में कुमार विश्वास को नापने की तैयारी ?

जंतर-मंतर पर आम आदमी पार्टी की रैली में राजस्थान के किसान गजेंद्र सिंह की मौत मामले में नया मोड़ आता दिख रहा है। दिल्ली पुलिस से जुड़े सूत्रों की मानें तो आप नेता कुमार विश्वास द्वारा गजेंद्र को उकसाने के सबूत हाथ लगे हैं। दिल्ली पुलिस ने अपनी तहकीकात में पाया कि कुमार विश्वास के अलावा संजय सिंह और दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को भी इस मामले की जानकारी थी। हालांकि, अभी तक इस मामले में सामने आए वीडियो फुटेज में गजेंद्र की मौत के पीछे आप नेताओं व कार्यकर्ताओं की भूमिका दिखाई नहीं पड़ती है।
गजेंद्र के परिवार ने केजरीवाल से क्‍या मांगा ?

गजेंद्र के परिवार ने केजरीवाल से क्‍या मांगा ?

राजस्‍थान के किसान गजेंद्र सिंह की मौत के मामले में घिरी आम आदमी पार्टी ने अब उसके परिजनों को मनाने की कवायद तेज कर दी है। शुक्रवार को मीडिया के चौतरफा हमलों के बीच अाप के नेता संजय सिंह और पार्टी के कई विधायक गजेंद्र सिंह के परिजनों से मिलने दौसा जिले में उसके गांव नांगल झामरवाड़ा पहुंचे।
संजय जोशी की घर वापसी पर मन की बात

संजय जोशी की घर वापसी पर मन की बात

अभी ज्यादा दिन नहीं बीते हैं जब नरेंद्र मोदी की ‘मित्रों’ की सूची से बाहर रहने वाले संजय जोशी के जन्मदिन पर दिल्ली के इस कोने से उस कोने तक बधाइयों के संदेश वाले पोस्टर लग गए थे। आयुष मंत्री श्रीपाद नाइक समेत दो और नेताओं को सफाई देने के साथ श्रीपाद के निजी सचिव को इस्तीफा देना पड़ा था। अब यह ‘पोस्टर वार’ लगता है खुल कर सामने आ गया है।
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