रोगियों को बड़ी राहत देते हुए सरकार ने कोरोनरी स्टेंट की कीमत 85 प्रतिशत तक कम कर दी है और बेयर मेटल के स्टेंट की कीमत 7,260 रुपये और दवा घुलने वाले स्टेंट के दाम 29,600 तय किये गये हैं।
वैकल्पिक चिकित्सा को आगे बढ़ाने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजना को आयुष मंत्रालय के ही कुछ अफसरों ने पलीता लगा दिया है। इन अफसरों की कारगुजारियों का ही नतीजा है कि आयुर्वेद, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी की दवाओं के मानकीकरण का काम चार साल से ठप पड़ा है। इसके बावजूद आयुर्वेदिक फार्माकोपिया कमेटी के चेयरमैन को तीन साल का एक्सटेंशन दे दिया गया है।
दिल्ली उच्च न्यायालय ने आज केंद्र और एक स्थानीय टीबी अस्पताल से पूछा कि क्या वह गंभीर बीमारी से ग्रस्त मरीज को वह नयी दवा उपलब्ध करा सकता है जो बाजार में उपलब्ध नहीं है और सिर्फ दवा निर्माता द्वारा ही जिसकी आपूर्ति की जा सकती है।
पीएम नरेंद्र मोदी को बड़े नोटों को बंद करने की सलाह देने वाले पुणे के अनिल बोकिल सरकार के अचानक लिए गए फैसले से खफा बताए जा रहे हैं। बोकिल ने कहा कि नोटबंदी पर सरकार के फैसले में उनके सारे सुझावों को शामिल नहीं किया गया। बोकिल ने अपनी नाखुशी जाहिर करते हुए कहा है कि सरकार ने बेहोशी की दवा दिये बिना ऑपरेशन कर दिया है।
हेल्थ सेक्टर में नई तकनीक और नए शोध को उतारने के लिए मुम्बई में 17 नवम्बर से एक्सपो का आयोजन होने जा रहा है। जिसमें दवाओं के नए शोध पर दुनिया भर के दिग्गज अपनी राय रखेंगे। सीपीएचआई एवं पी-मैक इंडिया’ नाम के इस एक्सपो में हेल्थ सेक्टर से जुड़ी तमाम नई तकनीकों व शोध को प्रस्तुत किया जाएगा।
कैंसर और डायबिटीज सहित 56 दवाईयों के मैक्सिमम रिटेल प्राइस को सरकार ने तय कर दिया है। इससे इन दवाईयों की कीमतों में 10 से 50 फीसदी तक की कमी होगी। नेशनल फर्मास्युटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी (एनपीपीए) ने इसकी घोषणा की है।
केंद्र की मोदी सरकार 2025 तक हर नागरिक को घर देने की योजना में जोर शाेर से जुटी हुई है। सरकार की इस योजना पर सेवानिवृत्ति कोष निकाय (ईपीएफओ) भी सहयोग करने जा रहा है। वह अपने पांच करोड़ से ज्यादा उपभोक्ताओं के लिए एक सस्ती आवासीय योजना लाने पर कार्य शुरु कर दिया है। ईपीएफओ की इस योजना के तहत आपको घर खरीदने के लिए अपने पीएफ खाते में जमा राशि के आधार पर सस्ती दरों में होम लोन मिलेगा।
संभावित समझौते की अटकलों के बीच जर्मनी की प्रमुख दवा कंपनी बायर ने आज कहा कि वह अमेरिकी कृषि कंपनी मोनसेंटो का अधिग्रहण करने के लिए वार्ता की प्रक्रिया में है।
भारतीय वैज्ञानिकों ने डेंगू की एक हर्बल दवा का विकास करने का दावा किया है जो डेंगू के खिलाफ लड़ाई में एक अहम सफलता हो सकती है। दुनिया भर में डेंगू के खतरे का सामना करने वाले 50 प्रतिशत लोग भारत में हैं।