भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष विवादों में है। घोष ने नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन की आलोचना की है। इससे राज्य की राजनीति में एकाएक गरमाहट पैदा हो गई है। तृणमूल कांग्रेस के महासचिव व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा कि घोष ने अमर्त्य सेन के बारे में जो नकारात्मक बातें कही है वह शर्मनाक है।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में राजनीतिक रुप से महत्वपूर्ण जाट समुदाय को रिझाने की कोशिश करते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने अपनी पार्टी को उसके लिए सबसे बड़े दांव के रुप में पेश किया और कहा कि अजीत सिंह की अगुवाई वाला रालोद अथवा कोई अन्य दल उसके हितों की पूर्ति में मदद नहीं करेगा।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी :सपा: प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि वह हमेशा अपने पिता सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के साथ मिलकर चलेंगे और कांग्रेस के साथ गठबंधन पर एक-दो दिन में निर्णय ले लिया जाएगा।
सर्जिकल स्ट्राइक का श्रेय लेने को लेकर कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी में घमासान छिड़ गया है। रक्षा मंत्री मनोहर पर्रीकर ने इस उपलब्धि का श्रेय आम जनता, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और खुद को देकर कांग्रेस को एक बार फिर उकसा दिया। कांग्रेस ने एक बार फिर भाजपा पर सेना के बलिदान का राजनीतिक लाभ उठाने के प्रयास आरोप लगा दिया। कांग्रेस ने कहा कि भाजपा को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए।
रक्षाबंधन पर उत्तर प्रदेश की सियासत के अनोखे रंग देखने को मिले। राजनैतिक अनबन के बीच मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बंधन के इस पर्व में अपने चाचा और सरकार में मंत्री शिवपाल यादव के घर पहुंचे।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने छत्तीसगढ़ के पार्टी के नेताओं को साफ तौर पर कहा कि अजीत जोगी का नाम लेकर अब सियासत बंद करें। उन्होने कहा कि जब जोगी चले गए तो अब उनका नाम लेने की जरुरत क्या है।
बाबरी मस्जिद-रामजन्मभूमि के सबसे उम्रदराज मुद्दई हाशिम अंसारी बेहद संजीदा व्यक्ति थे। वह ताउम्र सियासत से दूर रहे। बाबरी मस्जिद से जुड़े बाकी लोगों का कहीं न कहीं सियासत से ताल्लुक रहा है। कोई किसी राजनीतिक पार्टी से जुड़ा है तो कोई हिंदु संस्थाओं से।
चार माह पहले उत्तराखंड में सियासी तूफान का सबब बने राज्य पुलिस के घोड़े शक्तिमान की राज्य विधानसभा के पास रिस्पना पुल पर प्रतिमा लगाने और फिर रातों रात हटा दिये जाने से प्रदेश का राजनीतिक माहौल गर्मा गया है।
इस साल दुर्गा पूजा में कांग्रेस के उन कार्यकर्ताओं की इच्छा पूरी होती दिख रही है जो प्रियंका गांधी को राजनीति में लाने के लिए प्रयासरत थे। सूत्रों पर अगर भरोसा किया जाए तो इस प्रियंका गांधी दुर्गा पूजा के अवसर पर उत्तर प्रदेश की सियासत में पदार्पण करेगी।